राज्य के लातेहार में चक्रवाती तूफान 'यास' से प्रभावित हुए लोगों तक सरकारी मदद नहीं पहुंच पाई है.
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Latehar: राज्य के लातेहार में चक्रवाती तूफान 'यास' से प्रभावित हुए लोगों तक सरकारी मदद नहीं पहुंच पाई है. ओड़िशा और बंगाल में तांडव मचाने के बाद चक्रवाती तूफान 'यास' झारखंड में भी तबाही के निशान छोड़ गया है. चक्रवाती तूफान के बाद राज्य में भारी बारिश हुई थी, जिस वजह से कई इलाको में बाढ़ जैसे हालात बन गए थे.
इस दौरान 'यास' तूफान ने लातेहार में भी भारी तबाही मचाई थी. जिले में कई जगहों पर लोगों के घर ध्वस्त हो गए थे. लातेहार जिले में हेरहंज प्रखंड के विजरा गांव में भी 'यास' का कहर भी कुछ इसी तरह से टूटा था. इस दौरान चक्रवाती तूफान ने लोगों के आशियाने उजाड़ दिये थे. जिसके बाद किसी तरह ग्रामीणों की मदद से प्रभावित लोग गांव में स्थित स्कूल तक पहुंचे थे और वहां पनाह ली थी.
इस तबाही के बाद पीड़ित परिवारों का कहना है कि तूफान की वजह से इनके घर टूट गए और इन्हें बनाने के लिए पैसे की जरूरत है. उनके पास पैसों की कमी है. ऐसे में पीड़ित परिवारों ने प्रधानमंत्री आवास के लिए प्रखंड विकास पदाधिकारी से गुहार लगाई है, लेकिन अब तक इस पर कोई सुनवाई नहीं हुई है.
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वहीं, चक्रवाती तूफान को गुजरे करीब 11 दिन से ज्यादा का समय हो चुका है, लेकिन अब तक पीड़ित परिवारों की ना तो किसी अधिकारी ने सुध ली और ना ही कोई जनप्रतिनिधि पहुंचा है. ऐसे में पीड़ित परिवारों की मुश्किल ज्यादा बढ़ गई है.
बता दें कि चक्रवाती तूफान की वजह से लातेहार जिले के मनिका और लातेहार प्रखंड में भारी नुकसान हुआ था. कोल्हान प्रमंडल के पूर्वी सिंहभूम, सरायकेला, पश्चिमी सिंहभूम, बोकारो के अलावा खूंटी और पश्चिमी सिंहभूम जिलों में यास ने भारी तबाही मचाई थी.
इसके अलावा साहिबगंज में भी कई जगहों पर पानी भर जाने की वजह से भारी नुकसान हुआ था. रांची समेत राज्य के बाकी हिस्सों में भी इसका खासा असर दिखा था.