School Closed in Jharkhand: झारखंड के साथ ही देश के उत्तर भारतीय कई राज्यों में शीतलहर और घने कोहरे की स्थिति है. बढ़ती ठंड की वजह से लोगों की दिनचर्या प्रभावित हो रही है. कई राज्यों में कड़ाके की ठंड को देखते हुए स्कूलों में अवकाश की घोषणा की गई है.
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रांचीः School Closed in Jharkhand: कड़ाके की ठंड और शीतलहर को देखते हुए झारखंड सरकार ने बड़ा निर्णय लिया है. सरकार ने बच्चों की सुविधा और स्वास्थ्य का ध्यान रखते हुए 8 जनवरी तक पांचवीं तक के स्कूलों को बंद रखने का फैसला लिया गया है. यह जानकारी राज्य शिक्षा मंत्री के कार्यालय की ओर से दी गई है. जानकारी के मुताबिक बाकी कक्षाओं को लेकर राज्य शिक्षा विभाग की ओर से कोई नोटिफिकेशन जारी नहीं की गई है.
बिहार में पहले ही बंद हैं स्कूल
झारखंड के साथ ही देश के उत्तर भारतीय कई राज्यों में शीतलहर और घने कोहरे की स्थिति है. बढ़ती ठंड की वजह से लोगों की दिनचर्या प्रभावित हो रही है. कई राज्यों में कड़ाके की ठंड को देखते हुए स्कूलों में अवकाश की घोषणा की गई है. बिहार में पहले ही 7 जनवरी तक स्कूल बंद करने की घोषणा की गई थी. बिहार में ठंड भी रिकॉर्ड तोड़ पड़ रही है. यहां बीते 24 घंटे में सीवान का जीरादोई सबसे ज्यादा ठंडा रहा. वहां न्यूनतम तापमान आठ डिग्री रिकॉर्ड किया गया है. इसके अलावा मुजफ्फरपुर, औरंगाबाद, शेखपुरा, रोहतास, चंपारण, फारबिसगंज में भी न्यूनतम तापमान काफी कम दर्ज किया गया. मुजफ्फरपुर में 23 सालों बाद 3 जनवरी का दिन सबसे ठंडा रहा. बुधवार को पूरे राज्य में शीतलहर को लेकर अलर्ट जारी किया गया है. कोहरे को लेकर फ्लाइट और ट्रेनें पहले से ही काफी प्रभावित हैं. ठंड को ध्यान में रखते हुए राज्य के स्कूलों को पहले ही बंद कर दिया गया है.
Jharkhand | Amid winters classes of students of grades 1st-5th will remain closed till January 8: Office of State Education Minister
— ANI (@ANI) January 3, 2023
झारखंड में बढ़ी कनकनी
दूसरी ओर झारखंड में, पलामू जिले का अधिकतम और न्यूनतम तापमान सबसे कम रिकॉर्ड किया गया है. मौसम केंद्र रांची के मुताबिक आने वाले दो दिनों के दौरान भी राज्य में ऐसी ही स्थिति बनी रहेगी. अभी जो बादल छाए हुए हैं, उसके छंटते ही राजधानी रांची में भी ठंड और बढ़ेगी. मकर संक्रांति के बाद ही ठंड में थोड़ी राहत का संभावना है. मौसम विज्ञान केंद्र से मिली जानकारी के अनुसार कुहासे और उत्तर से आ रही बर्फीली हवा के कारण झारखंड में कनकनी काफी बढ़ी है.