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Grah Gochar: वैसे भी ग्रहों के गुरु के तौर पर बृहस्पति को स्थान मिला हुआ है. ऐसे में ज्ञान, विचार, यश, मान-सम्मान, शिक्षा, अध्यात्मिकता, धन, धर्म ये सभी गुरु की कुंडली में बेहतर होने पर ही हासिल होती है. ज्योतिष शास्त्र में जिन नौ ग्रहों के बारे में बताया गया है उनमें गुरु का स्थान विशेष है. गुरु को कुंडली में धनु और मीन का स्वामी माना गया है.
गुरु ग्रह को एक राशि से दूसरी राशि में जाने में या गोचर करने में 13 महीने का समय लगता है. अभी अगर बात करें तो गुरु मेष राशि में विराजमान हैं और वक्री अवस्था में हैं. जबकि इसी साल 31 दिसंबर को गुरु मार्गी हो जाएंगे. जो गजलक्ष्मी योग का निर्माण करेगा.
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ऐसे में गुरु का यह गोचर कर्क, सिंह और मेष राशि के जातकों के लिए विशेष फलदायी होगा. गजलक्ष्मी योग के बारे में बता दें कि यह सुख-संपन्नता, वैभव, समृद्धि और ज्ञान से परिपुर्ण कर देनेवाला योग है. ऐसे में इस योग का निर्माण जिस भी राशि में होता है उसमें शनि की साढ़े साती का प्रभाव समाप्त हो जाता है.
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साल 2024 के मई महीने की एक तारीख को गुरु वृषभ राशि में गोचर करेंगे. जो मेष, कर्क और सिंह राशि के लिए खुशियों का खजाना खोलने वाला होगा. यानी इन तीनों राशियों पर उस साल जमकर गुरु की कृपा बरसेगी. वहीं शनि भी इसी साल नवंबर के महीने में मार्गी होने जा रहे हैं ऐसे में इन राशि के जातकों का गोल्डन समय शुरू हो जाएगा.
ऐसे में गुरु के मार्गी होते ही कर्क राशि के जातक धन से परिपूर्ण हो जाएंगे. निवेश के लिए समय बेहतर होगा. प्मोशन के भी योग बनेंगे. परिवार का पूरा सहयोग मिलेगा. उन्नति के मार्ग प्रशस्त होंगे.
वहीं सिंह राशि के जातकों के लिए यह भाग्योदय का संकेत लेकर आएगा. धार्मिक कामों में रूचि बढ़ेगी. इस राशि के जातकों के लिए यह समय लकी साबित होगा. धन लाभ जमकर होगा. अचानक धन प्राप्ति के योग बन रहे हैं.
वहीं मेष राशि के जातकों के लिए बनने वाला यह राजयोग सच में राजा की तरह खुशियां देनेवाला होगा. भौतिक सुखों में वृद्धि होगा और पैतृक संपत्ति भी मिलेगा. नौकरी पेशा लोगों के लिए यह समय बेहतर होगा. परिवार में किसी के विवाह का योग बन रहा है.