Saharsa News: सहरसा का सटर वाला अस्पताल, जहां सुबह 8 से शाम 7 बजे तक ही होता है इलाज
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Saharsa News: सहरसा का सटर वाला अस्पताल, जहां सुबह 8 से शाम 7 बजे तक ही होता है इलाज

Saharsa News: केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा इन दिनों दो दिवसीय बिहार दौरे पर हैं. इस दौरान वह प्रदेश को एक या दो नहीं बल्कि 4 सुपर स्पेशियलटी अस्पताल का तोहफा देंगे. उधर इसी दौरान सहरसा में एक सटर वाला अस्पताल सामने आया है, जहां सुबह 8 बजे से शाम 7 बजे तक ही इलाज होता है.

सहरसा PHC

Saharsa News: बिहार में स्वास्थ्य व्यवस्था के नाम पर सरकार लाखों करोड़ों रुपये खर्च करने का दावा करती है, लेकिन उसका फलाफल मरीजों को मिलता नहीं दिखाई दे रहा है. बिहार में स्वास्थ्य सेवाओं का क्या हाल है, इसको लेकर ज़ी न्यूज़ एक मुहिम चला रहा है. इस मुहिम के दौरान हमें सहरसा में पांच कमरों में चल रहा एक सटर वाला अस्पताल दिखा. यहां सुबह 8 बजे अस्पताल का सटर उठने के बाद मरीजों की लाइन लग जाती है और शाम 7 बजे अस्पताल का सटर गिर जाता है. मानो यह अस्पताल नहीं कोई दुकान हो. जी हां, हम बात कर रहे हैं सहरसा जिले के बनमा इटहरी प्रखंड के सटर वाली PHC सेंटर की. 

ज़ी न्यूज़ की टीम जब इस सटर वाले PHC सेंटर पहुंची तो यहां मरीजों का हाल बेहाल था. इस भीषण गर्मी में कुछ मरीज दवा लेने खड़े थे तो कुछ अपना इलाज करवा रहे थे. यहां न तो मरीजों के बैठने की सुविधा मिली न ही गर्मी से राहत के लिए कहीं पंखा लगा हुआ मिला. एक बेंच पर मरीजों को लिटा कर उसका उपचार किया जा रहा था. यहां मरीजों के लिए बेड तक कि सुविधा नही मिली. सबसे हैरान करने वाली बात है कि इस PHC सेंटर में न तो कहीं टॉयलेट, बाथरूम और न ही पीने के लिए पानी की सुविधा है ऐसे में यहां आने वाले मरीजों के साथ-साथ स्वास्थ्य कर्मियों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. 

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सुदूर इलाकों से आने वाले मरीजों के लिए यहां कोई भी सुविधा नही मिल रही है. शाम ढलने के बाद अस्पताल का सटर गिर जाता है और फिर यहां आने वाले मरीजों को बैरंग वापस लौटना पड़ता है. इस सम्बंध में सवाल किए जाने पर PHC के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी ने कहा कि यह स्थिति आज से नहीं बल्कि वर्षों से यही स्थिति बनी हुई है. हमलोग इसी स्थिति में काम करने को मजबूर हैं. PHC के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी और स्थानीय लोगों ने बताया कि इस PHC सेंटर की करोड़ों की लागत से नई बिल्डिंग बनकर तैयार है, नई बिल्डिंग के चारों ओर पानी फैला हुआ है और वहां तक पहुंचने का एप्रोच पथ नही बन सका है. अगर इस PHC सेंटर को नई बिल्डिंग में शिफ्ट करा दिया जाय तो सारी परेशानी दूर हो जाएगी. 

 रिपोर्ट- विशाल कुमार

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