Bihar News: जलवायु परिवर्तन आम लोगों के साथ-साथ किसानों के लिए परेशानी का सबब बन रहा है. मौसम की मार ने किसानों की कमर तोड़ रखी है. दिसंबर महीने में तापमान में बढ़ोतरी के कारण रबी फसल प्रभावित हो रही है. बढ़ते तापमान के कारण खेतों की नमी खत्म हो रही है.
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समस्तीपुर: जलवायु परिवर्तन आम लोगों के साथ-साथ किसानों के लिए परेशानी का सबब बन रहा है. मौसम की मार ने किसानों की कमर तोड़ रखी है. दिसंबर महीने में तापमान में बढ़ोतरी के कारण रबी फसल प्रभावित हो रही है. बढ़ते तापमान के कारण खेतों की नमी खत्म हो रही है. जिस कारण किसानों को पटवन करना पड़ रहा है. इसके बाबजूद खेतों में दरार पड़ रही है.
दिसंबर महीने में बढ़ते तापमान को लेकर किसान चिंतित नजर आ रहे है. किसानों का कहना है कि धूप की वजह से गेंहू, मक्का, आलू और मटर की फसल प्रभावित हो रही है. किसानों का कहना है कि गेंहू के पौधों में विकास नहीं हो रहा है. आलू की लत्ती तो बढ़ रही है लेकिन कंद में विकास नहीं हो पा रहा है. किसानों का कहना है कि अगर इस तरह के मौसम अगले कुछ दिनों तक बरकरार रह जाए तो फसल पूरी तरह प्रभावित हो जाएगी.
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वहीं जिला कृषि पदाधिकारी का मानना है कि वर्तमान मौसम का खेती पर कुप्रभाव नहीं पड़ेगा, लेकिन इस तरह का मौसम निकट भविष्य में रहे तब इसका प्रभाव जरूर पड़ेगा. कृषि अधिकारी का कहना है कि वो कृषि वैज्ञानिकों के संपर्क में है. लगातार स्थिति पर नजर बनाए हुए है.
जिला कृषि पदाधिकारी के मुताबिक जिले में गेंहू की फसल बुआई का लक्ष्य 75113.55 हेक्टेयर निर्धारित की गई है. जिसमें 96.1 प्रतिशत बुआई हो चुकी है. मक्का की फसल का लक्ष्य 35668.3 हेक्टेयर निर्धारित किया गया है. जिसमें 99.25 प्रतिशत लक्ष्य पूरा किया जा चुका है.
वहीं मौसम में हो रहे बदलाव को लेकर डॉ राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय के वैज्ञानिक डॉ ए सत्तार का कहना है कि पिछले 10 से 15 दिनों में अधिकतम और न्यूनतम तापमान सामान्य से ज्यादा रह रहा है. अधिकतम तापमान में 3 से 6 डिग्री की बढ़ोतरी देखी जा रही है. जबकि न्यूनतम तापमान 3 से 4 डिग्री अधिक रह रहा है. तापमान में बढ़ोतरी के कारण गेंहू, मक्का और आलू की फसल प्रभावित हो रही है.
कृषि वैज्ञानिक का कहना है कि 15 से 30 नवंबर के बीच जो बुआई हुई है. उसमें कल्ला कम बनेंगे पौधे में विकास कम होगा. आलू की लत्ती बढ़ रही है लेकिन कंद प्रभावित होंगे. कृषि वैज्ञानिकों का कहना है कि अगले कुछ दिनों तक इसी तरह के मौसम रहने की संभावना है. 28 दिसंबर के बाद कुछ जगहों पर बूंदा बांदी होने की संभावना है. जिससे मौसम में बदलाव की संभावना है.
इनपुट- संजीव नैपुरी
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