Supaul News: दीनापट्टी के लोहिया मेडिकल कॉलेज सह हॉस्पिटल का हो रहा निर्माण, कार्य में सुरक्षा मानकों की हो रही अनदेखी
Advertisement
trendingNow0/india/bihar-jharkhand/bihar2284011

Supaul News: दीनापट्टी के लोहिया मेडिकल कॉलेज सह हॉस्पिटल का हो रहा निर्माण, कार्य में सुरक्षा मानकों की हो रही अनदेखी

Supaul News: बिहार के सुपौल के पिपरा प्रखंड के दीनापट्टी में करीब 603 करोड़ की लागत से लगभग 29 एकड़ में अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस लोहिया चिकित्सा महाविद्यालय सह अस्पताल का निर्माण कार्य इन दिनों प्रगति पर है. 

दीनापट्टी के लोहिया मेडिकल कॉलेज सह हॉस्पिटल का हो रहा निर्माण, कार्य में सुरक्षा मानकों की हो रही अनदेखी

सुपौलः Supaul News: बिहार के सुपौल के पिपरा प्रखंड के दीनापट्टी में करीब 603 करोड़ की लागत से लगभग 29 एकड़ में अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस लोहिया चिकित्सा महाविद्यालय सह अस्पताल का निर्माण कार्य इन दिनों प्रगति पर है. इसका निर्माण हो जाने से इलाके के लोगों को स्वास्थ्य के क्षेत्र में बड़ी सुविधा मिलेगी. 

तय सीमा के अंदर निर्माण कार्य हो जाएगा संपन्न
वहीं मौके पर मौजूद निर्माण कंपनी के प्रोजेक्ट मैनेजर ने कहा कि तय सीमा के अंदर निर्माण कार्य संपन्न हो जाएगा. एक तरफ जहां द्रुत गति से हो रही इस निर्माण कार्य से इलाके के लोगों में खुशी है. वहीं निर्माण कार्य में सुरक्षा मापदंडों की अनदेखी चिंता का विषय है. निर्माण कार्य में लगे मजदूरों और टेक्नीशियन की बात करें तो कहीं न कहीं उनके द्वारा सुरक्षा मानकों की अनदेखी की जा रही है. जिससे खतरे की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता है.

निर्माण कार्य में सुरक्षा मानकों की हो रही अनदेखी
हालांकि मीडिया को देखते ही कई कर्मी हेलमेट लगाने लगे. लेकिन सवाल यह है कि हेलमेट लोगों को दिखाने के लिए नहीं बल्कि सुरक्षा के ख्याल से लगाना जरूरी है. जूता, हेलमेट, ग्लब्स, जैकेट सहित तमाम चीजें प्रोजेक्ट में कार्य करने वाले कर्मी या फिर टेकनिसीयन की दुर्घटना में हिफाजत के लिए लगाना जरूरी पड़ता है. ऐसे में सुरक्षा मानकों का ध्यान रखना संबंधित कंपनी की जिम्मेदारी होती है. लेकिन जब इन सुरक्षा मापदंडों को दरकिनार किया जाता है तो खतरा की संभावना बनी रहती है.

कंपनी ने दिया सुरक्षा मानक का ख्याल रखने का सख्त निर्देश
हालांकि इस बाबत प्रोजेक्ट मैनेजर ने बताया कि सुरक्षा मानक का ख्याल रखा जाता है. कभी कभार कर्मी द्वारा ही उसमे उदासीनता बरती जाती है. बावजूद इसके कंपनी द्वारा सुरक्षा मानक का ख्याल रखने का सख्त निर्देश दिया गया है.
इनपुट- सुभाष चंद्रा, सुपौल

यह भी पढ़ें- Firing in Saharsa: कोर्ट में चल रहे केस को वापस लेने के लिए वकील को मारी 5 गोलियां, अस्पताल में भर्ती

TAGS

Trending news