काफिले में 400 कारें, सायरन और 300 किलोमीटर का सफर, ऐसे कांग्रेस में शामिल हुए ज्योतिरादित्य के 'दोस्त'
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काफिले में 400 कारें, सायरन और 300 किलोमीटर का सफर, ऐसे कांग्रेस में शामिल हुए ज्योतिरादित्य के 'दोस्त'

Baijnath Singh 400 Car Convoy: शिवपुरी में राजनीतिक रसूख रखने वाले बैजनाथ सिंह ने मध्य प्रदेश कांग्रेस में 2020 में हुए विद्रोह के दौरान पार्टी छोड़ दी थी और ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ भाजपा का दामन थाम लिया था. ये वही समय था जब पार्टी में बगावत की वजह से कमलनाथ सरकार गिर गई थी और बीजेपी ने सत्ता में वापसी की थी.

काफिले में 400 कारें, सायरन और 300 किलोमीटर का सफर, ऐसे कांग्रेस में शामिल हुए ज्योतिरादित्य के 'दोस्त'

केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के करीबी रहे बैजनाथ सिंह ने बगावती तेवर अपनाते हुए भारतीय जनता पार्टी से इस्तीफा दे दिया है और एक बार फिर कांग्रेस का दामन थाम लिया है. उनकी कांग्रेस में वापसी का नजारा भी बेहद दिलचस्प दिखा. वो मध्य प्रदेश के शिवपुरी से भोपाल 400 कारों के काफिले के साथ पहुंचे. लगभग 300 किमी की इस दूरी को तय करने के दौरान उनके काफिले की गाड़ियों के सायरन लगातार बजते रहे. सायरन बजाते हुए कारों का वीडियो अब वायरल हो गया है.

शिवपुरी में राजनीतिक रसूख रखने वाले बैजनाथ सिंह ने मध्य प्रदेश कांग्रेस में 2020 में हुए विद्रोह के दौरान पार्टी छोड़ दी थी और ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ भाजपा का दामन थाम लिया था. ये वही समय था जब पार्टी में बगावत की वजह से कमलनाथ सरकार गिर गई थी और बीजेपी ने सत्ता में वापसी की थी.

कांग्रेस में शामिल होने के मौके पर बैजनाथ ने कहा कि वो 3 साले से घुटन के साथ जी रहे थे. साथ ही उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी जो जिम्मेदारी देगी उसे वो निभाएंगे. मध्य प्रदेश में साल के आखिर में विधानसभा चुनाव होने हैं. जानकारी के मुताबिक, बैजनाथ सिंह विधानसभा चुनाव के लिए बीजेपी से टिकट की उम्मीद कर रहे थे. लेकिन जब उन्हें इस बात का अंदेशा हुआ कि बीजेपी में टिकट को लेकर उनकी मुराद पूरी नहीं होगी तो उन्होंने कांग्रेस में वापसी करना ही सही समझा.

कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं कमलनाथ और दिग्विजय सिंह ने उनका पार्टी में स्वागत किया. बैजनाथ सिंह के साथ, भाजपा के 15 जिला स्तरीय नेता भी कांग्रेस में शामिल हुए. इस मौके पर पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने पार्टी में शामिल होने वाले नेताओं से कहा, 'आप कांग्रेस का नहीं सच्चाई का साथ दे रहे हैं.' सिंधिया पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा, 'मैं महाराजा नहीं, मेरा कोई महल नहीं है, आपने अपने जीवन में महाराजा ही देखा है, आप अब कमलनाथ को भी देख लीजिएगा.'

उन्होंने कहा, 'कांग्रेस की संस्कृति दिल और संबंध जोड़ने की है. आप संस्कृति के रक्षक हैं, आज इसी संस्कृति का पतन हो रहा है. कई राज्यों में अलग-अलग विषय पर आपस में लड़ाया जा रहा है. 4 महीनों में चुनाव है, यह प्रदेश के भविष्य का चुनाव है. कांग्रेस में सबका स्वागत करता हूं.' कमलनाथ ने कहा, 'आप लोग ही कांग्रेस की नींव हैं. चुनाव में सच्चाई का साथ दीजिएगा.'

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