Ayushman Bharat Yojana के तहत इलाज कराने पर अब मिलेगा ज्यादा फायदा, सरकार ने बढ़ाया बेनिफिट्स का दायरा
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Ayushman Bharat Yojana के तहत इलाज कराने पर अब मिलेगा ज्यादा फायदा, सरकार ने बढ़ाया बेनिफिट्स का दायरा

आयुष्मान योजना के तहत कवर होने वाली 400 बीमारियों के लिए मिलने वाले कवर को सरकार ने बढ़ा दिया है. अब इन बीमारियों के लिए 20 से 400 प्रतिशत तक ज्यादा पैसा मिल सकेगा.

प्रतीकात्मक तस्वीर।

नई दिल्ली: आयुष्मान भारत योजना (Ayushman Bharat Yojana) के तहत आने वाले हेल्थ बेनिफिट पैकेज (Health Benefit Package) का दायरा बढ़ा दिया गया है. कई तरह के इलाज और सर्जरी के लिए अब 20 से 400 प्रतिशत ज्यादा पैसा मिल सकेगा. ब्लैक फंगस (Black Fungus) यानी म्यूकरमाइकोसिस की सर्जरी को भी इस योजना से जोड़ दिया गया है. कोरोना वायरस के दौरान कई लोगों को ब्लैक फंगस की शिकायत हुई थी और इसकी दवाएं काफी महंगी हैं. नए बदलाव नवंबर से लागू हो सकते हैं.

  1. 400 बीमारियों के इलाज के लिए अब मिलेंगे ज्यादा पैसे
  2. सरकार ने बढ़ाया आयुष्मान योजना के बेनिफिट्स का दायरा
  3. अब ब्लैक फंगस की बीमारी होने पर भी फ्री होगा इलाज

नेशनल हेल्थ अथॉरिटी (NHA) के सीईओ डॉ. आर. एस. शर्मा के मुताबिक, जिन कैटेगरी में रेट्स बढ़ाए गए हैं वो इस प्रकार हैं:-
1. कैंसर रेडिएशन
2. डेंगू और दूसरी तरह के बुखार का इलाज 
3. ब्लैक फंगस की सर्जरी
4. दाएं या बाएं ओर के हार्ट के कैथेटर वाले प्रोसीजर - जैसे एंजियोग्राफी या स्टेंट
5. दिल के छेद के आपरेशन 
6. अपेंडिक्स और आंतों के आपरेशन 

योजना में कवर होते हैं 1669 प्रोसीजर

इतना ही नहीं, वेंटिलेटर वाले आईसीयू का दायरा 100 प्रतिशत, बिना वेंटिलेटर वाले आईसीयू को 136 प्रतिशत, एचडीयू के रेट्स में 22 प्रतिशत और रूटीन वॉर्ड के कवर को 17 प्रतिशत तक बढ़ा दिया गया है. फिलहाल इस योजना के तहत 1669 प्रोसीजर कवर होते हैं. इनमें से 1080 सर्जिकल हैं, और 558 मेडिकल हैं. 2018 में जब ये योजना लांच की गई तो इसमें 1393 पैकेज शामिल थे. इस योजना के तहत 10 करोड़ 74 लाख परिवारों को 53 करोड़ लोगों को फायदा मिलता है. हर साल 5 लाख तक का इलाज करवाया जा सकता है.

क्या है आयुष्मान भारत योजना?

आयुष्मान भारत योजना का लाभ, गरीब, वंचित ग्रामीण, शहरी श्रमिक और आर्थिक रूप से बेहद कमजोर शहरी परिवार इस योजना के पात्र हैं. दरअसल, 2011 में की गई सामाजिक आर्थिक जाति जनगणना (SECC-2011) के डेटाबेस में जिन व्यक्तियों के नाम मौजूद हैं, वे खुद-ब-खुद आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के पात्र हैं. हालांकि इसके लिए किसी सरकारी अस्पताल जाकर राशन कार्ड, आधार कार्ड, अपने परिवार के सदस्यों की पासपोर्ट फोटो और मोबाइल नंबर देना होगा.

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