गलवान से लेकर ब्लैक टॉप तक हर जगह भारतीय सैनिकों के आगे भद्द पिटवा चुका चीन अब पाकिस्तान और नेपाल के साथ मिलकर भारत के खिलाफ साजिश कर रहा है. सूत्रों के मताबिक़ चीन अब पाकिस्तान के टैंकों को उन्नत करने में जुटा है.
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नई दिल्ली: गलवान से लेकर ब्लैक टॉप तक हर जगह भारतीय सैनिकों के आगे भद्द पिटवा चुका चीन अब पाकिस्तान और नेपाल के साथ मिलकर भारत के खिलाफ साजिश कर रहा है.
सूत्रों के मताबिक़ चीन अब पाकिस्तान के टैंकों को उन्नत करने में जुटा है. वहीं नेपाल में भारत विरोधी माहौल बनाने के लिए करोड़ो रुपये झोंक रहा है. लेकिन चीन ये भूल रहा है कि उसकी हर चालाकी पर भारत की कूटनीति भारी पड़ने वाली है.
नेपाल के भारत विरोधी संगठनों को दिए 2.5 करोड़ रुपये
जानकारी के मुताबिक चीन ने नेपाल में कई भारत विरोधी संगठनों को फंडिंग की है. वह अब तक भारत विरोधी संगठनों को 2.5 करोड़ नेपाली रुपये बांट चुका है. ये रुपए भारत-नेपाल सीमा पर प्रदर्शन के लिए दिए गए. चीन की कोशिश है कि भारत-नेपाल में सीमा विवाद को हवा दी जाए. साथ ही नेपाल में भारत के प्रभाव को खत्म किया जाए.
ट्राइजंक्शन विवाद में भी चीनी कनेक्शन
सूत्रों के मुताबिक मई महीने में जब पूर्वी लद्दाख में एलएसी के पास चीन की सेना की हलचल की बात सामने आई थी. उसी वक्त नेपाल ने उत्तराखंड के तीन इलाकों को अपने नक्शे में दिखाने की जुर्रत की थी. इसमें लिपुलेख भी शामिल है. जो भारत, नेपाल और चीन के बीच एक ट्राई जंक्शन है. नेपाल की इस हरकत के पीछे चीन का हाथ बताया जा रहा है.
नेपाल छोटा तो पाकिस्तान बना बड़ा मोहरा
भारत के खिलाफ चीन की साजिश में नेपाल छोटा मोहरा है. उसका सबसे बड़ा मोहरा है पाकिस्तान जो अपने आतंकवादी चाल, चरित्र और चेहरे के लिए पूरी दुनिया में बदनाम हो चुका है. खबर है कि चीन पाकिस्तान की सेना को टैंक की टेक्नोलॉजी बेच रहा है, जिसका इस्तेमाल भारत के ख़िलाफ़ किया जा सकता है.
पाकिस्तान के बेच रहा है VT-4 टैंकों की तकनीक
सूत्रों के मताबिक़ चीन VT-4 टैंक की नई तकनीक पाकिस्तान को दे रहा है. VT-4 चीन का प्रमुख युद्धक टैंक है जिसे MBT-300 भी कहते हैं. चीन में बने VT-4 टैंक को थर्ड जेनेरेशन टैंक माना जाता है. जिसका इस्तेमाल PLA करती है. दरअसल पाकिस्तान के 350 टैंकों को बेहतर करने के लिए चीन अपने VT-4 टैंक की टेक्नोलॉजी बेच रहा है.
पाकिस्तान को अल- खालिद टैंक बनाने में मदद कर रहा है चीन
चीन पाकिस्तान को 120 अल- खालिद-1 टैंक बनाने में मदद दे रहा है. पाकिस्तान की सैन्य ताकत बढ़ाने के लिए चीन हर साल 25 अल-खालिद-1 टैंक तैयार करने में पाकिस्तान को सैन्य सहायता देगा. रक्षा एजेंसियों के सूत्रों के अनुसार चीन की कंपनी NORINCO पाकिस्तान की T-85 टैंक का अपग्रेडेशन भी करेगी. इसके लिए पाकिस्तान और चीन के बीच सहमति बन गई है. पाकिस्तान के खराब पड़े 90 T-85 टैंकों की मरम्मत भी चीन करेगा.
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चीन की चाल को बेदम करने के लिए भारत ने बनाई रणनीति
भारतीय सेना चीन की इस चाल से पूरी तरह वाकिफ है और इससे निपटने की रणनीति तैयार कर रही है. सीडीएस जनरल बिपिन रावत कहते हैं कि पाकिस्तान ने भारत के खिलाफ प्रॉक्सी वॉर छेड़ा हुआ है. वो जम्मू-कश्मीर में आतंकियों की घुसपैठ के अलावा भारत के अन्य हिस्सों में आतंकवाद फैलाने की कोशिश कर रहा है. पाकिस्तान उत्तरी सीमा पर हमारे लिए कुछ मुश्किल खड़ा करना चाहता है लेकिन वो इसमें नाकाम होगा और उसे भारी नुकसान झेलना पड़ेगा.
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