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गुवाहाटी: असम (Assam) में अपने चुनावी अभियान को धार देने के चक्कर में कांग्रेस (Congress) फिर अपनी किरकिरी करा बैठी है. पार्टी ने झारखंड (Jharkhand) से जुड़े एक वीडियो को असम का करार देते हुए राज्य सरकार पर निशाना साधा था, लेकिन सच्चाई सामने के आने के बाद वह खुद बैकफुट पर आ गई है. वहीं, असम के वित्त मंत्री हिमंत बिस्वा सरमा (Himanta Biswa Sarma) ने प्रदेश कांग्रेस इकाई को फेक न्यूज की फैक्ट्री करार दिया है. इस फेक वीडियो के लिए सोशल मीडिया पर भी कांग्रेस की जमकर खिंचाई हो रही है.
दरअसल, असम कांग्रेस (Assam Congress) ने झारखंड में एक मॉक ड्रिल के वीडियो को असम का बताते हुए कहा था कि संशोधित नागरिकता कानून (Anti CAA Protest) के विरोध में हुए प्रदर्शन के दौरान 5 लोगों की मौत हुई थी. 2.47 मिनट के इस वीडियो में वायसओवर के जरिए कहा गया था कि CAA विरोधी प्रदर्शन में मासूम लोगों की मौत हुई थी. यहां गौर करने वाली बात ये है कि वीडियो तो पुराना है ही, उस पर फैक्ट चेक भी पहले हो चुका है. इसके बावजूद कांग्रेस ने सरकार को घेरने के फेर में झूठा वीडियो पोस्ट कर दिया.
दिसंबर 2019 में प्रकाशित एक फैक्ट चेक (Fact Check) रिपोर्ट के अनुसार, वीडियो झारखंड में पुलिस की मॉक ड्रिल का है, जिसे कई लोगों ने सीएए विरोधी प्रदर्शन के दौरान पुलिस फायरिंग का बताते हुए शेयर किया था. इतना ही नहीं, यही वीडियो कश्मीर में पुलिस फायरिंग का बताते हुए भी वायरल किया जा चुका है. वहीं, हिमंत बिस्वा सरमा ने इस ट्वीट को लेकर कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा है. उन्होंने कहा है कि कांग्रेस फेक न्यूज फैक्ट्री बन गई है. उसने झारखंड के एक मॉक ड्रिल वीडियो को असम पुलिस की फायरिंग का बताकर इस्तेमाल किया.
Congress is Fake News Factory!
Check at 2 min, how they have misused a mock drill video from Jharkhand to call it shooting by @assampolice. https://t.co/km68J31yKW pic.twitter.com/7sx8hz4Ylh
— Himanta Biswa Sarma (@himantabiswa) March 6, 2021
सच सामने आने के बाद भी कांग्रेस अपनी गलती मानने को तैयार नहीं है. उल्टा वह सरकार पर मुद्दों से ध्यान भटकाने का आरोप लगा रही है. पार्टी ने वित्त मंत्री के बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा है कि वह मुद्दे को भटकाने की कोशिश कर रहे हैं. कांग्रेस ने कहा कि क्या वित्त मंत्री इस बात से इनकार करेंगे कि सीएए विरोधी प्रदर्शनों के दौरान 5 बेकसूर लोगों की जान गई थी. क्या वह इस बात से इनकार करेंगे कि सरकार की उदासीनता के कारण कई लोग घायल हुए थे?