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नई दिल्ली: कांग्रेस (Congress) पार्टी ने उत्तराखंड (Uttarakhand) के सीएम पद से तीरथ सिंह रावत (Tirath Singh Rawat) के इस्तीफे के बाद शनिवार को भारतीय जनता पार्टी (BJP) पर ‘सत्ता की बंदरबांट’ करने का आरोप लगाया है. कांग्रेस ने कहा कि 'खिलौनों की तरह मुख्यमंत्री बदलने' के लिए पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) और बीजेपी (BJP) अध्यक्ष जेपी नड्डा जिम्मेदार हैं.
पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि अब उत्तराखंड की जनता चुनाव का इंतजार कर रही है ताकि वह स्थिर और प्रगतिशील सरकार के लिए कांग्रेस को मौका दे सके. सुरजेवाला ने कहा, ‘उत्तराखंड की देवभूमि, बीजेपी की सत्ता की लालच, सत्ता की मलाई के लिए होड़ और बीजेपी की विफलता का उदाहरण बनती जा रही है.’
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उन्होंने ये भी कहा कि राज्य के लोगों ने पूर्ण बहुमत देकर बीजेपी को सरकार बनाने का मौका दिया, लेकिन बीजेपी ने सिर्फ सत्ता की मलाई बांटने और सत्ता की बंदरबाट करने का काम किया. बीजेपी के लिए यह अवसर सत्ता की मलाई चखने का अवसर बन गया.
सुरेजवाला ने कहा दिल्ली, कर्नाटक और मध्य प्रदेश में अतीत की बीजेपी सरकारों में कई मुख्यमंत्रियों को बदलने जाने का उल्लेख करते हुए कहा, ‘बीजेपी का एक ही कार्यकाल में मुख्यमंत्री बदलने का इतिहास है. बीजेपी खिलौनों की तरह मुख्यमंत्री बदलती है. यही उत्तराखंड में हो रहा है. बीजेपी ने उत्तराखंड में पहले भी तीन-तीन मुख्यमंत्री बदले थे और इस बार भी तीसरा मुख्यमंत्री बनाने की तैयारी में हैं. हम तो कहेंगे कि अगले छह महीनों में दो-तीन और बदल दीजिए ताकि देश में सबसे ज्यादा मुख्यमंत्री बदलने का रिकॉर्ड बन जाए.’
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कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव ने आरोप लगाया, ‘यह बीजेपी नेतृत्व की लापरवाही और नासमझी है. एक ऐसे मुख्यमंत्री को उत्तराखंड पर थोपा गया कि जो विधानसभा का सदस्य नहीं है. बीजेपी ने खुशहाल देवभूमि को बदहाल करने के लिए यह सब किया है.’
इससे पहले राजभवन पहुंचकर अपना इस्तीफा देने के बाद मुख्यमंत्री रावत ने संवाददाताओं को बताया कि उनका इस्तीफा देने की मुख्य वजह संवैधानिक संकट था जिसमें निर्वाचन आयोग के लिए उपचुनाव कराना मुश्किल था. उन्होंने कहा, ‘संवैधानिक संकट की स्थितियों को देखते हुए मैंने अपना इस्तीफा देना उचित समझा.'
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