अपने विवादित बयानों के लिए चर्चित एसपी सांसद शफीकुर्र रहमान बर्क फिर सुर्खियों में हैं. अबकी बार उन्होंने कोरोना भगाने के लिए अल्लाह से गिड़गिड़ाकर माफी मांगने की बात कही है.
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लखनऊ: अपने विवादित बयानों के लिए चर्चित एसपी सांसद शफीकुर्र रहमान बर्क फिर सुर्खियों में हैं. अब शफीकुर्र रहमान ने कोरोना महामारी (Coronavirus) को लेकर विवादित बयान जारी किया है.
यूपी की संभल (Sambhal) सीट से सांसद शफीकुर्र रहमान बर्क (Shafiqur Rehman Barq) ने कहा कि कोरोना कोई बीमारी नहीं बल्कि आजादे इलाही है. यह आसमानी आफत दवाओं से नहीं बल्कि रोकर, गिड़गिड़ाकर और अल्लाह से माफी मांगने से ही खत्म होगी.
शफीकुर्र रहमान (Shafiqur Rehman Barq) ने कहा, 'बीजेपी सरकार मुसलमानों की विरोधी है. उसने न केवल शरीयत के साथ छेड़छाड़ की बल्कि लड़कियों को पकड़वाकर बलात्कार करवाया. मुसलमानों के साथ मॉब लिंचिंग जैसी गलतियां की गई. जिसका खामियाजा सरकार को अब कोरोना के रूप में भुगतना पड़ रहा है.'
अपने कट्टरपंथी विचारों के लिए चर्चित रहे सांसद शफीकुर्र रहमान बर्क इससे भी कई बार विवादित बयान दे चुके हैं. इससे पहले बर्क ने बयान दिया था कि कोरोना बीमारी (Coronavirus) सिर्फ नमाज पढ़कर गलतियों के लिए माफी मांगने और दुआ करने से ही खत्म होगी.
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बर्क (Shafiqur Rehman Barq) ने कहा था कि मस्जिदों और ईदगाह में नमाज पढ़ने के लिए उन्होंने सरकार से इजाजत मांगी थी. जिसे देने से सरकार ने इनकार कर दिया. इसी वजह से आज कोरोना बीमारी जैसी आसमानी आफतें सामने है.
ये पहला मौका नहीं है जब शफीकुर्रहमान बर्क ने इस तरह का बयान दिया हो. इससे पहले अयोध्या में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के राम मंदिर का शिलान्यास करने को लेकर बर्क ने गैर कानूनी करार दिया था. साथ ही सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर सवाल उठाते हुए कहा था कि सत्ता और हिंदुत्व के बल पर इन्होंने अदालत में जज रंजन गोगोई से दबाव में फैसला लिखवा लिया और फिर उन्हें राज्यसभा का सांसद बना दिया गया. फैसला सत्ता से प्रभावित हुआ है. इन्होंने वहां भले मंदिर बना लिया है लेकिन मुसलमानो की नजर में वो मस्जिद की जगह है.
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