देश की अकेली जगह, जहां प्लास्टिक के बदले मिलता है सोना; चले गए तो करोड़पति बनकर लौटेंगे!
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देश की अकेली जगह, जहां प्लास्टिक के बदले मिलता है सोना; चले गए तो करोड़पति बनकर लौटेंगे!

Jammu Kashmir Village: देश में एक ऐसा गांव भी है जहां अगर आप प्लास्टिक लेकर जाते हैं तो उसके बदले में आपको सोने का सिक्का दिया जाएगा. कुछ ही समय पहले इस अभियान को बहुत ही लोकप्रियता मिली थी. हालांकि इस अभियान में एक शर्त है जो आपको जाननी और समझनी चाहिए.

देश की अकेली जगह, जहां प्लास्टिक के बदले मिलता है सोना; चले गए तो करोड़पति बनकर लौटेंगे!

Convert Plastic Into Gold: भारत देश में कई ऐसी जगहें है जहां के बारे में देश के ही लोगों को जानकारी नहीं होती है. क्या आप जानते हैं कि देश में एक ऐसा गांव भी है जहां अगर आप प्लास्टिक लेकर जाते हैं तो उसके बदले में आपको सोने का सिक्का दिया जाएगा. कुछ समय पहले ही जैसे इसका ऐलान हुआ था.. वहां के रहने वाले एकदम से अमीर हो गए थे. यह जगह कहीं और नहीं बल्कि दक्षिण कश्मीर के मौजूद अनंतनाग जिले में एक गांव है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इस गांव का नाम सादिवारा है और कुछ समय पहले ही यहां एक ऐलान हुआ था.

ऐलान से तो गांव की तकदीर पलट गई

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इस गांव के सरपंच ने प्लास्टिक प्रदूषण से निपटने के लिए एक गजब की स्कीम शुरू की थी. इस गांव के सरपंच फारूक अहमद गनई गांव को प्लास्टिक प्रदूषण मुक्त बनाना चाहते थे, पेशे से वकील गनई कई तरह की कोशिशें कर चुके थे, लेकिन उतनी सफलता नहीं मिली थी. लेकिन उनके इस ऐलान से तो गांव की तकदीर ही बदल  दी. 

'प्लास्टिक दो और सोना लो' नाम से अभियान

हुआ यह कि इस गांव के प्रधान यानी सरपंच ने 'प्लास्टिक दो और सोना लो' नाम से अभियान शुरू किया था. इस योजना के तहत यदि कोई 20 क्विंटल प्लास्टिक कचरा देता है तो पंचायत उसे एक सोने का सिक्का देगी. हालत ये हो गई कि अभियान शुरू होने के बाद 15 दिन के अंदर पूरे गांव को प्लास्टिक मुक्त घोषित कर दिया गया. पिछले साल इस इस अभियान को बहुत लोकप्रियता मिली थी. हालांकि शर्त यह है कि वह प्लास्टिक का कचरा गांव का ही होना चाहिए. 

इस मुहीम को तगड़ा समर्थन मिला

अगर कोई गांव के बाहर का भी अत है तो उसे गांव का ही प्लास्टिक कचरा ले जाना पड़ेगा. यानि आप वहां सोना पा सकते हैं लेकिन आपको गांव में ही प्लास्टिक का कचरा ढूंढना होगा. गांव के सरपंच की इस मुहीम को तगड़ा समर्थन मिला था. कई रिपोर्ट्स में इस बात का भी जिक्र है कि इसे देखकर आसपास की कई अन्य पंचायतों द्वारा भी इसे अपनाया गया है. इस गांव के सरपंच का कहना था कि मैंने अपने गांव में इनाम के बदले में पॉलीथिन देने का नारा शुरू किया जो सफल हो गया. बताया जाता है कि इस गांव में प्लास्टिक ही नहीं कोई कूड़ा कचरा नहीं नजर आता है. यहां तरह-तरह के अभियान शुरू किए जाते हैं. 

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