Covid-19: चिंता की बात! पिछले 4 हफ्ते में 22 जिलों में बढ़े कोरोना के मामले
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Covid-19: चिंता की बात! पिछले 4 हफ्ते में 22 जिलों में बढ़े कोरोना के मामले

स्वास्थ्य मंत्रालय ने यह भी कहा है कि मॉनसून (Monsoon) के मौसम में अधिक सतर्कता की आवश्यकता है. क्योंकि पानी की वजह से फैलने वाली बीमारियों (Water Borne Diseases) का चांस अधिक है. ऐसे में अगर कोरोना भी बढ़ा तो मैनेज करना मुश्किल होगा.

फाइल फोटो.

नई दिल्ली: कोरोना की तीसरी लहर (Corona Third Wave) का संकट सिर पर है इस बीच स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक बार फिर सचेत किया है. स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि अभी हमें कोरोना को हल्के में नहीं लेना चाहिए. अभी भी सतर्कता की आवश्यकता है. 22 जिलों के हालातों को लेकर स्वास्थ्य मंत्रालय ने चिंता जाहिर की है. इन जिलों में पिछले 4 हफ्तों में मामले बढ़े हैं. यहां Increasing Trend दिख रहा है.

  1. कोरोना को लेकर स्वास्थ्य मंत्रालय ने दी चेतावनी
  2. 22 जिलों में क्यों बढ़े कोरोना के मामले?
  3. दूसरी लहर अभी खत्म नहीं, लापरवाही पड़ेगी भारी

जहां केस बढ़े वहां होगी सख्ती

स्वास्थ्य मंत्रालय के ज्वॉइंट सेक्रेटरी लव अग्रवाल ने कहा, 62 जिलों में रोजाना कोरोना (Coronavirus) के 100 मामले  आ रहे हैं. 22 जिलों में पिछले 4 हफ्ते में मामले बढ़े हैं. यहां लगातार मामले बढ़ते दिख रहे हैं. महाराष्ट्र में शोलापुर में भी कोरोना संक्रमण के मामलों में तेजी देखी जा रही है. 54 जिलों में 10% से ज्यादा पॉजिटिविटी रेट है. हम उन इलाकों को ट्रैक कर रहे हैं, जहां केस बढ़ रहे हैं ताकि उन इलाकों में सख्ती बरत सकें. 

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कम होने के बाद फिर बढ़ रहा वायरस

साथ ही स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक 44 करोड़ से ज्यादा लोगों को कोरोना वैक्सीन (Corona Vaccine) दी जा चुकी है. लेकिन इसके बावजूद दूसरे देशों में बढ़ रहे मामले चिंता बढ़ा रहे हैं. यूएस, फ्रांस, मलेशिया, थाईलैंड में लगातार केस बढ़ रहे हैं. हमारे यहां भी पिछले कुछ हफ्तों में केस में बढ़ोतरी आ रही है जो चिंता की बात है. वायरस कम होता होता फिर सजग हो जाता है. 

दूसरी लहर खत्म हो चुकी है?

नीति आयोग के सदस्य वीके पॉल ने कहा, दूसरी लहर खत्म हो चुकी है ऐसा दावा नहीं किया जा सकता. जो हालात हैं उससे साफ है कि अभी दूसरी लहर खत्म नहीं हुई है. मॉनसून (Monsoon) के मौसम में अधिक सतर्कता की आवश्यकता है. क्योंकि पानी की वजह से फैलने वाली बीमारियों (Water Borne Diseases) का चांस अधिक है. ऐसे में अगर कोरोना भी बढ़ा तो मैनेज करना मुश्किल होगा. नॉर्थ ईस्ट और केरला चिंता का विषय हैं.

बच्चों के स्कूल कब खुलेंगे?

वीके पॉल ने कहा कि बच्चों के स्कूल खोले जाने को लेकर राज्यों को अपने स्तर पर निर्णय लेना है. यह इतना आसान फैसला नहीं होगा. साथ ही बच्चों के लिए वैक्सीन के सवाल पर कहा, क्लीनिकल ट्रायल का डेटा आने के बाद इस फैसला लिया जाएगा. 

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