कोरोना: अगले 90 दिन बेहद चुनौतीपूर्ण, स्वास्थ्य मंत्रालय ने कही ये बात
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कोरोना: अगले 90 दिन बेहद चुनौतीपूर्ण, स्वास्थ्य मंत्रालय ने कही ये बात

स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक आने वाले तीन महीने काफी चुनौतीपूर्ण हो सकते हैं. सर्दियों में कोरोना वायरस और घातक हो सकता है. यही नहीं देश में त्योहारी सीजन शुरू हो चुका है. ऐसे में संक्रमण और तेजी से फैल सकता है. 

(फाइल फोटो)

नई दिल्ली: देश में तेजी से फैल रहे कोरोना संक्रमण के मामलों ने स्वास्थ्य मंत्रालय (Health Ministry) की चिंता बढ़ा दी है. स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक आने वाले तीन महीने काफी चुनौतीपूर्ण हो सकते हैं. सर्दियों में कोरोना वायरस और घातक हो सकता है. यही नहीं देश में त्योहारी सीजन शुरू हो चुका है. ऐसे में संक्रमण और तेजी से फैल सकता है. 

हालांकि स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक देश में कोरोना (Coronavirus) मरीजों के रिकवरी रेट (Recovery Rate) में लगाार सुधार हो रहा है. स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण (Rajesh Bhushan) ने बताया कि भारत में रिकवरी रेट 80 प्रतिशत के पार पहुंच गया है, और अबतक 44.9 लाख कोरोना मरीज इलाज के बाद ठीक हो गए हैं. ये दुनिया भर में रिकवरी मरीजों की सबसे ज्यादा संख्या है. सचिव राजेश ने बताया कि आज 1 लाख से ज्यादा मरीज रिकवरी हुए हैं. 

गौरतलब है कि विश्व के कुल कोरोना मामलों के 22.4 प्रतिशत अमेरिका में, 17.7 प्रतिशत भारत में और 14.5 प्रतिशत ब्राजील में हैं. जबकि विश्व की कुल रिकवरी में भारत का 19.5 प्रतिशत हैं. इसमें अमेरिका 18.6 प्रतिशत के साथ दूसरे नंबर और 16.8 प्रतिशत के साथ ब्राजील तीसरे नंबर पर है. 

सचिव राजेश ने बताया कि पिछले 4 दिनों के आंकड़ों में देखा गया कि रिकवरी नए केस से ज्यादा हुई हैं. हर दिन होने वाले केस से ज्यादा हर दिन होने वाली रिकवरी है. स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि यह तथ्य सही नहीं है कि टेस्ट कम हो रहे हैं हम लगातार टेस्ट की संख्या बढ़ा रहे हैं. उन्होंने बताया कि 7 जुलाई तक 1 करोड़ कोरोना टेस्ट किए गए, जबकि 3 अगस्त तक 3 करोड़ टेस्ट किए जा चुके थे. इनके बीच में 27 दिन का अंतर है. 5 से 6 करोड़ की यात्रा में सिर्फ 9 दिन लगे. 

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मंत्रालय के अनुसार, उत्तर प्रदेश में पहले कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ रहे थे, लेकिन अभी कुछ कमी आई है. हालांकि दिल्ली में अप्रत्याशित रूप से मामले बढ़े हैं. उन्होंने बताया कि पहले विदेशी टेस्ट किट के जरिए लोगों के टेस्ट किए जा रहे थे, लेकिन अब होने वाले लगभग सभी टेस्ट भारत में बनी कोरोना टेस्ट किट से किए जा रहे हैं. 

कोरोना के बढ़ते मामलों का कारण बताते हुए सचिव ने कहा कि मास्क लगाने की प्रवृति में भी कुछ कमी आई है. लोगों को समझना होगा कि जब तक कोविड-19 की वैक्सीन नहीं मिल जाती, तब तक उन्हें ये 'सोशल वैक्सीन' ही महामारी से बचा सकती है. अभी लोगों को सामूहिक कार्यक्रम में भाग लेने से बचना चाहिए. 

इस दौरान कोरोना से लड़ने में कारगर हाई इम्युनिटी के लिए लोगों को योग करने की अपील की है. इसके साथ ही उन्होंने हल्दी वाला दूध, कहड़ा और चव्यनप्राश आदि चीजों का नियमित सेवन करने के लिए कहा है. उन्होंने कहा कि कोरोना का खतरा अभी भी बरकरार है. लोगों को बचाव के साथ अपने दैनिक कार्यों करने चाहिए और आगे बढ़ना चाहिए.

आने वाले तीन महीने बड़ी चुनौती
 देश में मंगलवार को कोरोना का आंकड़ा 55 लाख के पार पहुंच गया है. स्वास्थ्य मंत्रालय ने तेजी से बढ़ते आंकड़ों पर चिंता जाहिर की है. मंत्रालय के मुताबिक, आने वाले अगले तीन महीने बड़ी चुनौती होगी. सर्दियों में वायरस और घातक हो सकता है. यही नहीं, आने वाले दिन त्योहारों का सीजन है उस समय संक्रमण और तेजी से फैल सकता हूं.

इन राज्यों में तेजी से फैल रहा कोरोना
नीति आयोग के सदस्य डॉ वीके पॉल ने बताया कि कोरोना कुछ राज्यों में बहुत ही तेजी से फैल रहा है. स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, देश के 7 राज्यों में सबसे ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं. जिसमें महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, तमिलनाडु, पंजाब और दिल्ली शामिल हैं. आंकड़ों के मुताबिक, दिल्ली में बीते कुछ सप्ताह से संक्रमण के मामले बहुत तेजी से बढ़े हैं जो एक चिंता का विषय है.

समस्या पर पीएम मोदी करेंगे बैठक
स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने बताया कि केंद्र सरकार लगातार राज्यों में हालात का जायजा ले रही है और जरूरी मेडिकल इक्विपमेंट्स क्लब भी करा रही है. लेकिन फिलहाल देश के सात राज्य सरकार के सामने बड़ी चुनौती बने है यही वजह है कि बुधवार को इन सात राज्यों के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समीक्षा बैठक करेंगे. कोरोना के लिहाज से चुनौती बने राज्यों में और क्या कदम उठाए जाने हैं इसके निर्देश भी केंद्र जारी कर सकता है.

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