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नई दिल्ली: देश की पहली और पूर्णत स्वदेशी कोरोना वैक्सीन 'कोवैक्सीन' (Covaxin) को जल्द ही WHO की ओर से आपातकालीन इस्तेमाल की मंजूरी मिल सकती है. भारत बायोटेक का कहना है कि उसने 9 जुलाई को सभी जरूरी दस्तावेज WHO में जमा कर दिए हैं.
भारत बायोटेक ने ट्वीट कर बताया कि उसे जल्द ही WHO की ओर से Covaxin के इमरजेंसी यूज की मंजूरी मिल सकती है. कंपनी ने कहा कि उसने सभी ट्रायल, टेस्टिंग और रिजल्ट से जुड़े सभी कागजात WHO में जमा करा दिए हैं. कंपनी ने उम्मीद जताई है कि जल्द ही Covaxin भी WHO की लिस्ट में शामिल हो सकती है.
All documents required for Emergency Use Listing (EUL) of Covaxin have been submitted to WHO as of 9th July. The review process has now commenced with the expectation that we will receive EUL from the WHO at the earliest: Bharat Biotech#COVID19 pic.twitter.com/ZUrt392JUb
— ANI (@ANI) July 12, 2021
बताते चलें कि अभी तक WHO ने फाइजर, कोविशील्ड, मॉडर्ना, जैनसेन, एस्ट्राजेनेका और सिनोफॉर्म को इमरजेंसी इस्तेमाल की मंजूरी दे रखी है. वहीं भारत में करोड़ों लोगों को लगाई जा रही Covaxin इमरजेंसी यूज लिस्टिंग (EUL) से अभी तक बाहर है.
WHO की चीफ साइंटिस्ट डॉ. सौम्या स्वामीनाथन (Soumya Swaminathan) ने कहा कि किसी भी दवा को EUL में शामिल करने से पहले एक खास प्रक्रिया का पालन किया जाता है. इसके तहत कंपनी को वैक्सीन के ट्रायल के तीनों चरण पूरे करके WHO के नियामक विभाग में डेटा जमा कराना होता है.
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इसके बाद WHO का एक्सपर्ट एडवाइजरी ग्रुप इस डेटा की जांच करता है. जांच के दौरान दवा की सुरक्षा, प्रभावकारिता, विनिर्माण गुणवत्ता, मानक आदि चेक किए जाते हैं. उन्होंने कहा कि भारत बायोटेक की कोवैक्सीन को EUL में शामिल करने पर जल्द फैसला हो सकता है.
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