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नई दिल्ली: क्या देश में एक बार फिर कोरोना रिटर्न हो रहा है? क्या एक बार फिर देश के कई राज्यों में हालात खराब होते जा रहे हैं? ये सवाल इसलिए क्योंकि देश में एक महीने के भीतर कोरोना (Coronavirus) के नए मरीजों की संख्या दोगुनी हो गई है. कोरोना के बढ़ते मामलों को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक करने वाले हैं. महाराष्ट्र में हालात बिगड़ते जा रहे हैं, जिसके बाद राज्य में नई गाइडलाइन्स जारी कर दी गई है. मध्यप्रदेश, गुजरात और पंजाब के भी हालात अच्छे नहीं हैं.
कोरोना (Coronavirus) के बढ़ते मामलों के चलते देश के कई राज्यों में सख्ती की जा रही है. नाइट कर्फ्यू (Night Curfew) से लेकर लॉकडाउन तक की नौबत आ रही है. कर्नाटक, गुजरात, तमिलनाडु, मध्य प्रदेश, दिल्ली और आंध्र प्रदेश में कोरोना के फिर से नए मामले तेजी से सामने आ रहे हैं. इसकी वजह से महाराष्ट्र के नागपुर के बाद अकोला में दोबारा लॉकडाउन (Lockdown) लगाना पड़ गया. वहीं पुणे सहित कई जिलों में नाइट कर्फ्यू लागू है. पंजाब के लुधियाना, पटियाला, मोहाली, जालंधर, नवाशहर, होशियारपुर और कपूरथला सहित 9 जिलों में नाइट कर्फ्यू लगाया गया है. गुजरात के 4 और मध्य प्रदेश के 2 जिलों में नाइट कर्फ्यू लागू है.
महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों ने पड़ोसी राज्यों की भी चिंता बढ़ी दी है. मध्य प्रदेश की व्यापारिक नगरी इंदौर में प्रशासन ने नए निर्देश जारी किए हैं. स्थानीय प्रशासन ने तय किया है कि जो भी यात्री हवाई जहाज से महाराष्ट्र से इंदौर आएगा उसे कोरोना की निगेटिव रिपोर्ट अपने साथ लानी होगी. वहीं जो यात्री रिपोर्ट नहीं लाएगा उसका हवाई अड्डे पर ही कोरोना टेस्ट किया जाएगा.
लुधियाना, पटियाला, जालंधर, सूरत, अहमदाबाद, वडोदरा, राजकोट, भोपाल, इंदौर, नागपुर, पुणे, नासिक सहित मुंबई में सख्ती बढ़ा दी गई है. कोरोना प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन कराया जा रहा है. बिना मास्क पहने बाहर निकलने वाले लोगों पर कार्रवाई की जा रही है. इसके साथ ही इन शहरों में राजनीतिक या किसी भी तरह के सामाजिक कार्यक्रमों के नाम पर भीड़ जुटाने की मनाही है.
कोरोना पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) के संदेश के बाद भी लोग लापरवाही बरतते दिख रहे हैं. जबकि देश में वैक्सीनेशन की शुरुआत का मतलब मास्क से आजादी नहीं है. वैक्सीन आने से सोशल डिस्टेंसिंग की जरूरत खत्म हो जाए, ऐसा भी नहीं है. वैक्सीन आने से सैनिटाइजर का काम खत्म हो जाए, ऐसा बिल्कुल भी नहीं है. प्रधानमंत्री के संदेश के बावजूद देश में हालात ऐसे हैं, जैसे कोरोना का खतरा खत्म हो गया हो और इसी का नतीजा है कि कोरोना फिर से तेज़ी से बढ़ रहा है और कई शहरों में फिर से लॉकडाउन (Lockdown) लगाना पड़ा है.
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कोरोना रिटर्न के खतरे के बीच प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एक बार फिर से राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ महामंथन करने जा रहे हैं. बैठक में कोरोना की स्थिति से कैसे निपटें? कैसे कोरोना पर काबू पाया जाए? हर राज्य में टीकाकरण अभियान कैसे तेज़ हो? इन्हीं कुछ मुद्दों पर आज बैठक में चर्चा होगी. क्योंकि देश के कई शहरों में नाइट कर्फ्यू लग गया है और कुछ शहरों में जल्द ही लॉकडाउन भी घोषित हो सकता है, इसलिए सरकार समय रहते ठोस कदम उठा सकती है. कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए पहले से ही कई शहरों में बाजार बंद हो गए हैं. कई जगहों पर परीक्षाएं रद्द हो गई हैं. कई जगहों पर नियमों को लेकर सख्ती बढ़ा दी गई है.
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