चीन जानबूझकर वुहान में फंसे भारतीय छात्रों की जान जोखिम में डाल रहा?
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चीन जानबूझकर वुहान में फंसे भारतीय छात्रों की जान जोखिम में डाल रहा?

भारत के इस विमान को जरूरी दवाएं लेकर चीन जाना है और वहां फंसे भारतीयों को लेकर भी वापस आना है. 

(प्रतीकात्मक फोटो)

नई दिल्ली: कोरोना वायरस से जुझ रहा चीन भारत के लिए मुश्किलें खड़ी कर रहा है. सूत्रों के मुताबिक चीन ने अभी तक भारतीय विमान को अपने यहां आने की इजाजत नहीं दी है. भारत का यह विमान जहां जरूरी दवाएं लेकर चीन जाएगा और वहां फंसे भारतीयों को लेकर भी वापस आएगा.

सरकारी सूत्रों की मानें तो भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चीनी राष्ट्रपति को पत्र लिखकर कोरोना वायरस के खिलाफ हरसंभव मदद करने की बात कही थी. इसके बाद से ही भारत ने मेडिकल इक्विपमेंट भेजने की तैयारी शुरू कर दी थी. इंस्ट्रूमेंट के साथ राहत मटेरियल को ले जाने वाली भारतीय फ्लाइट चीन को मदद पहुंचाने के लिए तैयार है, चीन ने अभी तक हरी झंडी नहीं दी.

भारत-चीन के साथ डिप्लोमेटिक संबंधों के 70 साल पूरे हो गए हैं. भारत ने चीनी लोगों के साथ एकजुटता प्रदर्शन करने के लिए रिलीफ मैटेरियल भेजने का फैसला किया था. जिसमें ब्लॉक सर्जिकल मास्क फीडिंग एंड इन्फ्यूजन पंप और दूसरे मेडिकल इक्विपमेंट्स शामिल हैं. यह तमाम मेडिकल मटेरियल भारत फ्लाइट से चीन के वुहान भेजना चाह रहा है, लेकिन चीनी सरकार भारतीय मदद स्वीकार करने में या तो संशय की स्थिति में है या फिर शर्मिंदगी महसूस कर रही है. 

बड़ी बात यह है कि दुनियाभर के देश जहां से चीन के लिए रिलीफ और इवेक्युएशन फ्लाइट अभी भी ऑपरेट हो रही हैं, पर भारतीय फ्लाइट को इजाजत नहीं मिल पा रही है. चीनी सरकार भारतीय रिलीफ मैटेरियल ले जाने वाली फ्लाइट को क्लीयरेंस देने में खामोशी बरत रही है. सवाल यह उठता है कि चीन सरकार भारतीय मदद लेने की इच्छुक नहीं है या फिर उनका कोई और मकसद है. क्या भारतीय नागरिक जो लोग वुहान में रह गए हैं उन लोगों की जान मुश्किल में नहीं डाल रही है?

भारत सरकार इसके पहले दो फ्लाइट चीन भेज चुकी है जहां से 600 से ज्यादा भारतीय छात्र और दूसरे देशों के नागरिकों को वापस लाया गया था. अभी भी चीन के वुहान में बहुत सारे भारतीय हैं जो भारत की तरफ से इवेक्युएशन फ्लाइट का इंतजार कर रहे हैं. उनके परिवार वाले चिंतित हैं और मानसिक प्रताड़ना झेल रहे हैं, लेकिन चीन के रुख को देखकर लगता नहीं कि उसको वुहान में मौजूद इन लोगों की चिंता है. भारत की तरफ से चीनी अधिकारियों से बार-बार संपर्क साधा जा रहा है और भारतीय फ्लाइट को क्लीयरेंस देने के लिए कहा गया है.

अभी तक के चीन के रुख को देखकर लगता है कि उसका दुनिया के बाकी देशों के लिए कुछ और रवैया है और भारत के लिए कुछ और. इस सब के बावजूद भारत ने कोरोना वायरस की महामारी से निपटने के लिए चीनी नागरिकों के साथ एकजुटता जताने के लिए यह रिलीफ मैटेरियल ऑफर किया है.

सूत्रों की मानें तो भारत की तरफ से राहत मटेरियल ले जाने वाली फ्लाइट तैयार है. जैसे ही चीन की तरफ से हरी झंडी मिलेगी, यह फ्लाइट वुहान जाएगी. वहां पर मटेरियल चीनी अधिकारियों को सौंपेगी. इसके बाद जो भी भारतीय वहां पर रह गए हैं, उनमें से जो भारत वापस आना चाहते हैं, उनको वापस लाएगी.

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