सिग्नेचर ब्रिज का काम अक्टूबर महीने तक पूरा हो जाएगा. ये जानकारी शुक्रवार को एक ट्विट के जरिए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दी.
Trending Photos
नई दिल्ली : सिग्नेचर ब्रिज का काम अक्टूबर महीने तक पूरा हो जाने की संभावना है. ये जानकारी शुक्रवार को एक ट्विट के जरिए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दी. उन्होंने बताया कि इस ब्रिज के निर्माण के लिए पैसे की अंतिम किश्त को सरकार की ओर से जारी कर दिया गया है. उन्होंने ये भी कहा कि इसका काम अक्टूबर तक हर हाल में पूरा कर लिया जाएगा. इसके काम में कोई बाधा नहीं आने दी जाएगी. उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया की अध्यक्षता में शुक्रवार को एक्सपेंडीचर फाइनेंस कमेटी की बैठक में सिग्नेचर ब्रिज की अनुमानित निर्माण लागत को बढ़ा कर 1518 करोड़ रुपये कर दिया गया.
दरअसल, इस ब्रिज का निर्माण 1997 में वजीराबाद पुल के संकरा होने के चलतेे एक बच्चों से भरी बस के यमुना में गिरने के बाद शुरू किया गया था. इस हादसे में 22 बच्चों की मौत हो गई थी. 1997 से सिग्नेचर ब्रिज को बनाने की योजना बनाई गई थी, लेकिन इसका काम कभी पैसे की कमी तो कभी कई अन्य कारणों के चलते कई बार निर्माण के लिए निर्धारित समयसीमा को तोड़ चुका है.
Del govt approves final instalment of Signature Bridge. There shud now be no more obstacles. It shud be ready by October
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) July 6, 2018
मुख्यमंत्री ने किया था पुल का निरीक्षण
मई महीने के आखिर में मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री सिग्नेचर ब्रिज का हाल देखने पहुंचे थे. सिग्नेचर ब्रिज के सबसे ऊपरी हिस्से जोकि 154 मीटर ऊंचा है, वहां से उन्होंने ब्रिज का जायजा लिया था. सिग्नेचर ब्रिज का निर्माण कार्य 96 फीसद पूरा हो गया है. निर्माण कार्य पूरा होने के लिए सरकार से अंतिम फंड जारी होने की बात कही जा रही थी. तकनीकी जानकारों के अनुसार सरकार से फंड जारी होने के बाद काम पूरा होने में लगभग चार महीने लगेंगे.
अब तक 1344 करोड़ रुपये खर्च हो चुके हैं
सिग्नेचर ब्रिज के निर्माण की योजना कांग्रेस की शीला सरकार के कार्यकाल के दौरान तैयार की गई थी. उस समय तय किया गया था कि सिग्नेचर ब्रिज प्रोजेक्ट का काम 2013 में पूरा हो जाएगा. इसका बजट 400 करोड़ रुपये था. लेकिन अभी तक इस पर 1344 करोड़ रुपये खर्च हो चुके हैं.
ये भी पढें : दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा नहीं, सुप्रीम कोर्ट के 5 में से 3 जजों का फैसला
कुतुब मीनार से भी ऊंचा होगा
सिग्नेचर ब्रिज को काफी खूबसूरती से बनाया जा रहा है. वहीं इसे एक पर्यटन स्थल की तरह विकसित किया जा रहा है. उम्मीद जताई जा रही है कि सिग्नेचर ब्रिज की ऊंचाई कुतुब मीनार की ऊंचाई से भी दोगुनी होगी. इस पुल का ढाई सौ मीटर लम्बा यमुना के पानी के अंदर का जो हिस्सा होगा वो तारों के सहारे बना होगा. जिसके नीचे अंदर जमीन में कोई भी पिलर नहीं होगा. इस ब्रिज के ऊपर के हिस्से में एक गलास हाउस भी बनाया जाएगा जिससे पूरी दिल्ली को देखा जा सकता है,लिफ्ट की सहायता से वहां तक पहुंचा जा सकेगा.