दिल्ली: शॉर्टकट से पैसे कमाने के कारण 3 दोस्त बने लुटेरे, पुलिस ने किया गिरफ्तार
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दिल्ली: शॉर्टकट से पैसे कमाने के कारण 3 दोस्त बने लुटेरे, पुलिस ने किया गिरफ्तार

पहले तीनों दोस्तों ने गुरुग्राम में दो बार महंगी कार लूटने की कोशिश की, लेकिन दोनों बार जब फेल हो गए तो द्वारका मे आकर रात में कार लूट ली.

पुलिस ने 24 घंटे में तीनों ही लूटेरों को गिरफ्तार करके तिहाड़ जेल भेज दिया.

नई दिल्ली: देश की राजधानी के द्वारका के एक कलोनी में रहने वाले 3 दोस्त थे तो अच्छे घर के, लेकिन शॉर्टकट से जल्दी पैसे कमाने के चक्कर में बन गए कार लूटेरे. पहले तीनों ने गुरुग्राम में दो बार महंगी कार लूटने की कोशिश की, लेकिन दोनों बार जब फेल हो गए तो द्वारका मे आकर रात में कार लूट ली. हौसला बढ़ा, लूटी गई कार से दो और वारदात करके फिर लूटी गई कार को हरियाणा में एक शराब तस्कर को बेचना था, लेकिन दुबारा वारदात के लिए फिर द्वारका इलाके में आना महंगा पड़ गया और पुलिस ने 24 घंटे में तीनों ही लूटेरों को गिरफ्तार करके तिहाड़ जेल भेज दिया. 

पुलिस की गिरफ़्त में आए तीनों दोस्त फुकरे हैं, जिन्होंने कम समय में करोड़पति बनने का सपना देखा था. द्वारका सेक्टर 23 की थाने की पुलिस टीम ने इनके पास से लूटी गई कार भी बरामद कर लिया हे. लूट के मामले का खुलासा करते हुए 24 घंटे के अंदर तीनों को गिरफ्तार करके तिहाड़ जेल भेज दिया है. डीसीपी द्वारका एन्टो आलफोन्स ने बताया कि पुलिस टीम ने बदमाशों के पास से लूटी गई कार के अलावा कैश भी बरामद कर लिया है. पुलिस के अनुसार 11 जून की रात 10:00 बजे पीसीआर कॉल मिली थी, जिसमें पीड़ित ने बताया था कि उसकी हौंडा सिटी कार सेक्टर 20 द्वारका इलाके से लूट ली गई है. इस मामले की जानकारी मिलते ही तुरंत मौके पर पुलिस टीम पहुंची तो पता चला की गाड़ी तो लूटी ही, उसे गाड़ी में किडनैप करके ले गए और छावला इलाके में सुनसान रास्ते पर फेंककर भाग गए. पीड़ित के बयान लेने के बाद द्वारका सेक्टर 23 थाने में एफ आई आर दर्ज कर लिया गया.

उसके बाद एसीपी द्वारका राजेंद्र सिंह की देखरेख में पुलिस की दो अलग अलग टीम बनाई गयी. टीम ने इस मामले की जांच करते हुए, टेक्निकल सर्विलांस और सोर्स से जानकारी इकठ्ठा करके 24 घंटे के अंदर इन लुटेरों तक पहुंचने में कामयाब हो गई. पुलिस टीम ने एक इंफॉर्मेशन पर रेड करके इन तीनों को दबोचा. जब पुलिस टीम को जानकारी मिली कि यह लूटी गई हौंडा कार पर दूसरा नंबर प्लेट लगाकर भरथल की तरफ से आएंगे. पुलिस ने दादा मोटा मंदिर भरथल गांव की तरफ ट्रैप लगाया और जैसे ही यह तीनों गाड़ी से पहुंचे पुलिस टीम ने वहीं पर पकड़ लिया. गाड़ी में बैठे तीनों युवकों की पहचान जतिन उर्फ अंकित चिराग और इम्तियाज खान के रूप में हुई. यह तीनों बागडोला के रहने वाले हैं. पुलिस टीम ने इनके पास से 17 हजार कैश भी बरामद किया है. 

पूछताछ में पता चला कि गिरफ्तार किए गए लुटेरे में से एक जतिन के पिता एक एडवोकेट के पास मुंशी का काम करते हैं. जबकि इम्तियाज के पिता एक्स सर्विसमैन हैं. जबकि वही चिराग का पता नहीं है और वह यहां 6 महीने से किराए के मकान में रह रहा था.

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