भरतपुर में अवैध खनन के चलते एक पहाड़ी नीचे धंस गई. वहीं इसमें 2 डंपर,1 पोपलेन मशीन, बाइक सहित कई लोग दब गए थे. पहाड़ी के धंसने हरियाणा के दो मजदूरों की मौत हो गई.
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चंडीगढ़: भरतपुर के गोपालगढ़ थाना क्षेत्र में बड़ा हादसा होने से क्षेत्र में सनसनी का माहौल बन गया है. भरतपुर के बिजासन जोन के चिनावल पहाड़ में अवैध खनन के दौरान पहाड़ का हिस्सा गिर गया, जिसमें 2 डंपर,1 पोपलेन मशीन, बाइक सहित कई लोग दब गए. घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय स्तर पर रेस्क्यू शुरू हुआ. इसके बाद सूचना पर प्रशासन व पुलिस के अधिकारी भी मौके पर पहुंचे.
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जेसीबी मशीन के माध्यम से रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया. यह रेस्क्यू रात भर चलाया गया. इस हादसे में 2 लोगों की मौत हो गई. वहीं इस दौरान तदसीलदार रमेश चंद ने बताया कि पत्थर की खान गिरने में दबे माडा उर्फ अजरुद्दीन पुत्र इस्लाम निवासी अगोन हरियाणा व शहजाद पुत्र उमरमोहम्मद निवासी निहारिका हरियाणा की मौके पर मौत हो गयी. मृतकों के शव को सीकरी सीएचसी की मोर्चरी में रखवा दिया गया है. घटनास्थल पर एएसपी रघुवीर कबिया, एसडीएम कामां, सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे. वहीं घटना को लेकर सांसद रंजीता कोली भी घटनास्थल के लिए रवाना हो गयी.
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क्यों होते है हादसे ?
जब अवैध खनन में हादसा हुआ तो क्या स्थानीय पुलिस और खनिज विभाग को यह पता नही था कि खननमाफिया क्षेत्र के पहाड़ों में अवैध खनन कर सरकार को राजस्व चूना के साथ हादसों को न्योता दे रहे हैं. मुख्य रूप से स्थानीय पुलिस और खनिज विभाग सवालों के घेरे में हैं. आखिर कौन लेगा इन मौतों की जिम्मेदारी यह एक बड़ा सवाल?
लोगों का कहना है कि अवैध खनन कर उक्त लोग लीज मालिक और उसके एक कामा निवासी साथी की मदद से अवैध खनन के कार्य को अंजाम दे रहे थे. जब इस बारे में रोहित मीणा डीएसपी नगर जिला भरतपुर से पत्रकारों द्वारा बातचीत की गई तो उन्होंने कहा कि जिन दो लोगों की मौत हुई है, वह ट्रक ड्राइवर थे. अलग-अलग ट्रक में सवार होकर बाढ़ के रास्ते से जा रहे थे. उसी दौरान भूस्खलन हुआ और डरने की वजह से उनकी मौत हुई है. राजस्थान पुलिस मामले पर पर्दा डालने की पूरी कोशिश कर रही है. खास बात तो यह है कि खनन माफिया व पुलिस के डर से कोई चश्मदीद व क्षेत्र का व्यक्ति मीडिया से बात करने तक को तैयार नहीं है.