Budget 2024: अंतरिम बजट पेश होने से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों को संबोधित किया है. इस दौरान उन्होंने सांसदों को भी नसीहत दी है. उन्होंने कहा कि चुनाव का समय निकट होता है तब पूर्ण बजट नहीं रखा जाता है, हम भी उसी परंपरा का पालन करते हुए नई सरकार बनने के बाद पूर्ण बजट लाएंगे.
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Budget 2024: देश का अंतरिम बजट (Interim Budget 2023) 1 फरवरी, 2024 यानी की कल पेश होने जा रहा है. उससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद के बजट सत्र की शुरुआत से पहले देशवासियों को संबोधित किया है. उन्होंने कहा कि "जब चुनाव का समय निकट होता है तब पूर्ण बजट नहीं रखा जाता है, हम भी उसी परंपरा का पालन करते हुए नई सरकार बनने के बाद पूर्ण बजट आएंगे. इस बार दिशा-निर्देशक बातें लेकर देश की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण कल हम सबके सामने बजट पेश करने वाली हैं. मुझे विश्वास है कि देश नित्य प्रगति की नई-नई ऊंचाइयों को पार करते हुए आगे बढ़ रहा है."
पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि "मैं आशा करता हूं कि गत 10 वर्ष में जिसको जो रास्ता सुझा उस प्रकार से संसद में सब ने अपना-अपना कार्य किया, जिनको आदतन हुड़दंग करने का स्वभाव बन गया है. जो आदतन लोकतांत्रिक मूल्यों का चीरहरण करते हैं, ऐसे सभी सांसद आत्मनिरीक्षण करें कि 10 साल में उन्होंने जो किया, अपने संसदीय क्षेत्र में भी 100 लोगों से पूछ लें किसी को याद नहीं होगा. किसी को नाम भी पता नहीं होगा... लेकिन जिसने सदन में उत्तम विचारों से संसद को लाभान्वित किया होगा, उन्हें एक बहुत बड़ा वर्ग आज भी याद करता होगा, इसकी सराहना करते होंगे."
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पीएम मोदी ने अपने संबोधन में आगे कहा कि "इस नए संसद भवन में जो पहला सत्र हुआ था उसके आखिर में इस संसद ने एक बहुत ही गरिमापूर्ण फैसला लिया था, जो नारी शक्ति वंदन अधिनियम था. उसके बाद 26 जनवरी को भी हमने देखा किस प्रकार से देश ने कर्तव्य पथ पर नारी शक्ति के सामर्थ्य-शौर्य को अनुभव किया और आज बजट सत्र का आरंभ हो रहा है तब राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का मार्गदर्शन और कल निर्मला सीतारमण द्वारा अंतरिम बजट, एक प्रकार से नारी शक्ति के साक्षात्कार का पर्व है."
द्रौपदी मुर्मू के संबोधन के साथ शुरू हुआ सत्र
बजट सत्र दोनों सदनों की संयुक्त बैठक में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के संबोधन के साथ शुरू होगा. नए संसद भवन में यह उनका पहला संबोधन है. इस दौरान उन्होंने देशवासियों को संबोधित करते हुए कहा कि "...अमृतकाल की शुरुआत में यह भवन बना है, यहां एक भारत, श्रेष्ठ भारत की महक भी है. मुझे पूरा विश्वास है कि इस नए भवन में नीतियों पर सार्थक संवाद होगा. ऐसी नीतियां जो आजादी के अमृत काल में विकसित भारत का निर्माण करेंगी."
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द्रौपदी मुर्मू ने अपने संबोधन में आगे कहा कि "हम सभी बचपन से गरीबी हटाओ के नारे सुनते आ रहे हैं, लेकिन अब हम बड़े पैमाने पर गरीबी को दूर होते देख रहे हैं. नीति आयोग के अनुसार मेरी सरकार के एक दशक के कार्यकाल में लगभग 25 करोड़ देशवासी गरीबी से बाहर निकले हैं."
उन्होंने आगे कहा कि "बीता वर्ष भारत के लिए ऐतिहासिक उपलब्धियों से भरा रहा है. भारत सबसे तेजी से विकसित होती बड़ी अर्थव्यवस्था बना. लगातार दो तिमाही से भारत की विकास दर 7.5% से ज्यादा रही है. भारत को अपना सबसे बड़ा समुद्री पुल अटल सेतु मिला. भारत को अपनी पहली नमो भारत ट्रेन और पहली अमृत भारत ट्रेन मिली. भारत की एयरलाइन कंपनी ने दुनिया की सबसे बड़ी एयरक्राफ्ट डील की."
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राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने आगे कहा कि "आज दुनिया के कुल रियल टाइम डिजिटल लेनदेन का 46 प्रतिशत भारत में होता है. पिछले महीने UPI से रिकॉर्ड 1200 करोड़ ट्रांजेक्शन हुए हैं. इसके तहत 18 लाख करोड़ रुपये का रिकॉर्ड लेनदेन हुआ है. बीते वर्षों में विश्व ने दो बड़े युद्ध देखे और कोरोना जैसी वैश्विक महामारी का सामना किया. ऐसे वैश्विक संकटों के बावजूद मेरी सरकार ने देश में महंगाई को काबू में रखा, सामान्य भारतीय का बोझ नहीं बढ़ने दिया."
उन्होंने आगे कहा कि "आतंकवाद हो या विस्तारवाद, हमारी सेनाएं आज 'जैसे को तैसा' की नीति के साथ जवाब दे रही हैं. जम्मू कश्मीर में आज सुरक्षा का वातावरण है. आज वहां हड़ताल का सन्नाटा नहीं, भीड़भाड़ बाजार की चहल-पहल है. नॉर्थ-ईस्ट में अलगाववाद की घटनाओं में भारी कमी आई है."