Chandigarh News: अंबाला के ऐतिहासिक गुरुद्वारा पंजोखरा साहिब में चढ़दी कलां एवं देह आरोग्यता के लिए पिछले 48 घंटे से पाठ रखा गया था. यहां अनिल विज ने मत्था टेका और खुद को एक छोटा सा परिंदा बताया.
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Chandigarh News: हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने आज अभिव्यक्ति व्यक्त करते हुए कहा कि आपकी दुवाओं से ही मैं आज जिंदा हूं, वरना मैं तो धरती का एक छोटा सा परिदां हूं. कभी ऊंचा उड़ने की ख्वाहिश नहीं की मैंने, काम अधूरा छोड़कर चला जाता, यह सोच के ही शर्मिंदा हूं, वरना मैं तो धरती का एक छोटा सा परिदां हूं. आपकी दुआओं से ही मैं जिंदा हूं. यह अभिव्यक्ति गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने शनिवार को जिला अंबाला के ऐतिहासिक गुरुद्वारा पंजोखरा साहिब में माथा टेककर गुरू साहिब महाराज का आशीर्वाद लेने के उपरांत उपस्थित संगत को अपने संबोधन में कही. पंजोखरा साहिब में प्रातः गृह मंत्री अनिल विज की चढ़दी कला एवं देह आरोग्यता के लिए अखंड पाठ साहिब रखा गया था, जिसका आज भोग लगाया गया.
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अनिल विज ने कहा कि उनकी चढ़दी कलां एवं देह आरोग्यता के लिए पिछले 48 घंटे से यहां पर जो पाठ रखा गया है और जिस श्रद्धा व भावना से आपने यह कार्य किया है. उसके लिए मैं तथा मेरा पूरा परिवार सदा ऋणि रहेगा. उन्होंने यह भी कहा कि मैं कहीं पर भी खड़ा हूं तो मैं अपने लिए कुछ नहीं मांगता, आज भी मैं गुरू महाराज के दरबार में हाजिरी लगाकर एक ही प्रार्थना करता हूं कि लोगों की सेवा वास्ते आप लोगों का आशीर्वाद मुझे ऐसे ही मिलता रहे. आपकी कृपा बनी रहे, मेरे खून का एक-एक कतरा और मेरी एक-एक सांस लोगों की सेवा लिए मैं लगा दूंगा. उन्होंने कहा कि कोरोना काल में वह गंभीर रूप से बीमार हो गए थे, मेरी वापिस आने की कोई उम्मीद नहीं थी, लेकिन लोगों की दुवाओं व लोगों की कृपा से मैं वापस आया हूं. आपकी दुआओं से ही मैं आज जिंदा हूं.
गृहमंत्री ने कहा कि आपकी जो दुआएं हैं ये एक पावर स्टेशन हैं, यही हमें काम करने की ताकत देती हैं. इसी ताकत के बल पर मैं काम करता हूं, मुझे प्रेरणा मिलती है कि हम ज्यादा से ज्यादा लोगों की सेवा कर सकें. वो सिर भी क्या सिर है जो हर दर पे झुक जाए, वो दर भी क्या दर है जहां हर सिर न झुक जाए. गुरुद्वारा पंजोखरा साहिब एक ऐसा दर है जहां पर सबका सिर झुकता है और यहां से लोग झोलियां भर-भर कर ले जाते है. यहां पर गुरू महाराज की इतनी कृपा है कि गुंगे को भी गीता के श्लोकों का उच्चारण करवाया गया. इस दर पर आकर हमेशा शकून, शांति, ताकत, प्रेरणा, सदबुद्धि, ज्ञान, परोपकार करने की प्रेरणा मिलती है. आज यहां पर जो अखंड पाठ रखा है, उसके लिए मैं दिल की गहराईयों आभार व्यक्त करता हूं. इस मौके पर हरियाणा गुरूद्वारा प्रबंधक कमेटी के सदस्यों के साथ-साथ भारी संख्या में संगत व अन्य गणमान्य लोग मौजूद रहे.