नोएडा में सरकारी कॉलेजों में दाखिला कराने के नाम पर लोगों से करोड़ों की ठगी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश करते हुए नोएडा पुलिस ने दो युवतियों समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया है.
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नोएडा: नोएडा सेंट्रल जोन स्थित सेक्टर-63 कोतवाली पुलिस ने मेडिकल के सरकारी कॉलेजों में दाखिला कराने के नाम पर लोगों से करोड़ों की ठगी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश करते हुए दो युवतियों समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया है. इस गिरोह ने सेक्टर-63 में कैरियर जंक्शन नाम से कॉल सेंटर खोल MBBS में दाखिला दिलाने के नाम पर ठगी की वारदात को अंजाम दिया. बाद में दफ्तर बंद कर पूरा गिरोह ही फरार हो गया, पुलिस गिरोह के मास्टरमाइड को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है. पुलिस को इनके अन्य साथियों की तलाश है.
पुलिस की गिरफ्त में खड़े तस्वीर में रितिक सिंह उर्फ लवली कौर और वैशाली पॉल को पुलिस ने सेक्टर-63 में ऑफिस खोलकर सैकड़ों छात्रों को MBBS में दाखिला दिलाने के नाम पर करोड़ों की रुपये की ठगी करने के आरोप में सेक्टर-62 से गिरफ्तार किया गया है. नोएडा सेंट्रल के एडिशनल डीसीपी साद मियां खान ने बताया कि इन लोगों ने डी 247/4 A इमारत में सितंबर माह में दो फ्लोर दो लाख के किराए पर लेकर कैरियर जंक्शन नाम से कॉल सेंटर खोला था, दफ्तर में 100 से ज्यादा स्टाफ रखा हुआ था.
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इस कॉल सेंटर से उन लोगों को फोन किया जाता था, जिनके बच्चे MBBS में दाखिला लेना चाह रहे थे या नेट का एग्जाम पास करने में के बाद अच्छे कॉलेज में दाखिला चाहते थे. इन लोगों को ऑफिस बुलाकर काउंसलिंग कराई जाती थी और छात्रों को सरकारी MBBS कॉलेज में दाखिला दिलाने का लालच देकर देकर प्रत्येक छात्र से 15 से 20 लाख रुपए लिए जाते थे. जब छात्र अपना दाखिला कराने के लिये MBBS कॉलेज जाते थे, तब छात्रों को अपने साथ हुए फर्जीवाड़ा का पता चलता था.
गिरोह ने अब तक सैकड़ों छात्रों से करोड़ों रुपये की ठगी की है. एडिशनल डीसीपी सेंट्रल ने बताया कि इस मामले को लेकर केस दर्ज किया गया था पुलिस के पास अब तक 25 से ज्यादा शिकायतें आ चुकी हैं और पीड़ितों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही. तफ्तीश से पता चला है कि आरोपियों ने सबको अपने फर्जी नाम बताए थे. इस गैंग पहले भी इस तरह की ठगी की और कई केस दर्ज हैं. पुलिस के मुताबिक गैंग का मास्टरमाइड का नाम अजय आलोक बताया गया था, लेकिन उसका असली नाम नीरज कुमार है उसके खिलाफ हत्या के भी दो मुकदमे दर्ज हैं पुलिस उसे पहले नोएडा से गिरफ्तार भी किया था.