बंद कमरे में अलाव जलाकर सोए 3 मजदूरों के शव बरामद, दम घुटने से मौत की आशंका
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बंद कमरे में अलाव जलाकर सोए 3 मजदूरों के शव बरामद, दम घुटने से मौत की आशंका

झज्जर में ठंड से बचने के लिए 3 मजदूरों ने पहले तो कमरे में लकड़ियां जलाई. उसके बाद कमरे को पूरी तरह बंद कर दिया. इसके बाद सुबह कमरे से बाहर नहीं आने पर ठेकेदार ने देखा तब तक तीनों की मौत हो चुकी थी.

बंद कमरे में अलाव जलाकर सोए 3 मजदूरों के शव बरामद, दम घुटने से मौत की आशंका

जगदीप जाखड़/झज्जर: बहादुरगढ़ में दम घुटने से 3 लोगों की मौत का मामला सामने आया है. तीनों ने ठंड से बचने के लिए कमरे की सभी खिड़कियां बंद कर रखी थी. और अंदर लकड़ियां जलाकर आराम कर रहे थे. सुबह के समय जब तीनों कमरे से बाहर नहीं आए तो ठेकेदार ने आकर देखा कि वह दम तोड़ चुके हैं. पुलिस को मामले की सूचना दी गई. सूचना मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और मामले की जांच शुरू की गई.

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बहादुरगढ़ के सेक्टर-6 थाना प्रभारी सुनील कुमार ने बताया कि मृतकों की पहचान मुनेश, कल्लू और सैफिजुल मेहेना के रूप में हुई है. मुनेश और कल्लू उत्तराखंड के हरिद्वार जिले के मुंडाखेरा गांव के रहने वाले हैं. वहीं सैफिजुल मेहेना पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले का रहने वाला है. ये सभी बहादुरगढ़ की एचएसआईआईडीसी (HSIIDC) सेक्टर 16 स्थित योकोहमा टायर फैक्ट्री में काम करते थे. वहीं पास ही कसार गांव में इन्होंने रहने के लिए किराए पर कमरा ले रखा था. इसी कमरे में शाम के समय काम खत्म करने के बाद तीनों आराम कर रहे थे. कमरे में ही ठंड से बचने के लिए लकड़ियां जलाई गई थी. सुबह तीनों के शव कमरे से बरामद हुए हैं.

थाना प्रभारी सुनील कुमार का कहना है कि प्रारंभिक जांच में मामला दम घुटने से मौत का लग रहा है, लेकिन पुलिस मामले की गहनता से जांच में जुटी हुई है. इतना ही नहीं फोरेंसिक टीम को भी मौके पर बुलाया गया है. शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए बहादुरगढ़ के सामान्य अस्पताल भिजवाया गया है. साथ ही मृतकों के परिजनों को घटना से अवगत करवाया गया है. अब देखना होगा कि पुलिस जांच में क्या कुछ निकल कर सामने आता है.