Odisha Balasore Train Accident: AAP की मुख्य प्रवक्ता प्रियंका कक्कड़ ने ओडिशा के बालासोर में हुई दर्दनाक ट्रेन दुर्घटना के लिए रेलमंत्री अश्वनी वैष्णव को जिम्मेदार बताया है और उनके इस्तीफे की मांग की है.
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Odisha Balasore Train Accident: AAP ने ओडिशा के बालासोर में हुई दर्दनाक ट्रेन दुर्घटना के लिए रेलमंत्री अश्वनी वैष्णव को जिम्मेदार बताते हुए मोदी सरकार को तत्काल उनका इस्तीफा लेने की मांग की है. AAP की मुख्य प्रवक्ता प्रियंका कक्कड़ ने इस घटना को बेहद दर्दनाक बताते हुए कहा कि PM मोदी पर भी तंज कसा है, उन्होंने कहा कि PM मोदी स्टेशन मास्टर की तरह हर हफ्ते वंदे भारत ट्रेन को हरी झंडी दिखाने के लिए पहुंच जाते हैं, लेकिन हाई स्पीड ट्रेन को उन्नत ट्रैक पर चलाने की ओर ध्यान नहीं देकर लोगों की जिंदगी से खिलवाड़ कर रहे हैं.
प्रियंका कक्कड़ के अनुसार, लगभग हर जोन में सिग्नल मेंटीनेंस सिस्टम में खराबी के चलते पटरी पर ट्रेन खड़ी होने के बाद रेड की जगह ग्रीन सिग्नल दिखने की शिकायतें आ रही थीं, फिर भी रेलमंत्री ने कोई कार्रवाई नहीं क.। उन्होंने कहा कि AAP सांसद एवं रेल कमेटी के सदस्य ड्रॉ. संदीप पाठक ने भी कई बार बैठक में कहा था कि अगर हाई स्पीड ट्रेनें चलानी है तो एंटी डिरेलमेंट डिवाइस लगाने के साथ ही ट्रैक को उन्नत करना होगा, लेकिन मोदी सरकार का सारा ध्यान वंदे भारत पर था.
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प्रियंका कक्कड़ ने कहा कि जिस प्रकार से मोरबी से लेकर बालासोर तक दुर्घटनाएं हुई हैं, उससे यह साफ है कि भाजपा शासित केंद्र सरकार के लिए लोगों की जिंदगी का कोई महत्व नहीं है. PM हर सप्ताह स्टेशन मास्टर की तरह हरी झंडी लेकर उद्घाटन करने पहुंच जाते हैं, लेकिन तेज गति की ट्रेन को अपडेटेड ट्रैक्स पर नहीं चलाया जाता है. यह लोगों की जिंदगी के साथ खिलवाड़ है.साल 2023 के इस आधुनिक युग में पहली बार देश में तीन रेलगाड़ियां आपस में टकराई हैं. यह एक दर्दनाक दुर्घटना है, जो कि 130 किमी प्रति घंटा के स्पीड से रेल की पटरी डिब्बों को चीरती हुई ऊपर से निकल गई.
प्रियंका कक्कड़ ने घटनास्थल से सामने आईं तस्वीरों और वीडियो का हवाला देते हुए कहा कि एक रोते हुए पिता जो अपने बेटे की लाश को ढूंढ रहे थे, वह बहुत ही भयावह वीडियो था. वहीं लोगों के शव को जानवरों की तरह एक के ऊपर एक फेंका जा रहा था. यह सब दर्शाता है कि मोदी सरकार में जिंदगी का कोई महत्व नहीं है. सरकारी आंकड़ो के हिसाब से करीब 300 लोगों की मृत्यु हुई है, करीब 900 लोग अस्पताल में भर्ती है, जिसमें से करीब 56 लोग गंभीर अवस्था में हैं.
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देश में हर रोज करीब 2 करोड़ 30 लाख लोग ट्रेन की यात्रा करते है और यह सब लोग टिकट के ऊपर करीब 60 पैसा इंश्योरेंस के लिए अतरिक्त देते हैं, जिससे एक्सीडेंट में मृतक को 10 लाख का मुआवजा मिल जाए, लेकिन क्या सरकार का उत्तरदायित्व केवल इंश्योरेंस का मुआवजा देना और संवेदना प्रकट करना होता है?
उन्होंने कहा कि सरकार को इसका उत्तरदायित्व तय करना होगा. पिछले साल राज्यसभा में रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव ने एक आंकड़ा दिया था, जिसमें करीब तीन लाख 30 हजार रिक्त पदों के बारे में बताया था. इसमें 50 प्रतिशत रिक्तियां सेफ्टी और सुरक्षा को लेकर हैं. कल बालासोर में दुखद घटना हुई है, वहां पर नवंबर 2022 में उन्होंने बताया था कि करीब 18 हजार पोस्ट खाली है. इसको लेकर रेलवे मजदूर यूनियन ने धरना दिया, बार-बार गुहार लगाई कि यह खाली पद भरें जाएं. क्योंकि, वो लगातार ओवर टाइम कर रहे हैं, उनको आराम भी नहीं मिल रहा. इसके साथ ही खाली पदों को भरना सुरक्षा को लेकर बहुत जरुरी है. 4 दिन पहले 31 मई को रेलवे बोर्ड ने गुहार लगाई कि जल्द से जल्द भर्तियां हो, लेकिन इसपर कोई सुनवाई नहीं हुई. इसलिए इस दुर्घटना के लिए जिम्मेदार रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव हैं.
उन्होंने कहा कि कवच सिस्टम का खूब प्रचार किया गया था. यह कवच सिस्टम पहले टीसीएएस के नाम से जाना जाता था, जो 2012 में विकसित किया गया. टीसीएएस मतलब ट्रेन कॉलिजन अवॉइडेंस सिस्टम है. जब इसका नाम बदलकर कवच सिस्टम किया, तब से रेलमंत्री हर टीवी शो पर जाकर खूब प्रचार करते थे, लेकिन आज 2% से भी कम ट्रेनों में कवच सिस्टम लगा है. कम से कम 50% ट्रेनों भी कवच सिस्टम लगातकर इसका प्रचार करते तो हमें ज्यादा खुशी होती.
प्रियंका कक्कड़ ने कहा कि इनके सिस्टम में बहुत बड़ी कमी है, जो प्रिंसिपल चीफ ऑपरेशन मैनेजर हरिशंकर वर्मा ने 8 फरवरी को केंद्र सरकार को बताया था कि बैंगलोर-दिल्ली एक्सप्रेसवे में एक बहुत ही बड़ा ऐक्सिडेंट चिन्हित किया गया है, जिसकी वजह सिग्नल सिस्टम है, जिसको एससीएम कहते हैं. इसमें जब ट्रेन पटरी पर खड़ी हो तो सिग्नल सिस्टम को रेड दिखाना चाहिए, लेकिन यह बार-बार ग्रीन दिखा रहा है. हरिशंकर वर्मा ने कहा था कि इस प्रकार की शिकायत हर जोन से आ रही हैं, लेकिन किसी ने इनकी मॉनिटरिंग नहीं की. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार अब एक लाइनमैन को नौकरी से हटा देगी और अपनी जिम्मेदारियों से हाथ धो लेगी, लेकिन इस सभी मौत के जिम्मेदार रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव है, वह इसी वक्त अपने पद से इस्तीफा दें.