Noida Kisan Protest: किसान प्रदर्शन के बाद बैठक का नहीं निकला कोई नतीजा, 16 फरवरी को 'भारत बंद' का किया ऐलान
Advertisement
trendingNow0/india/delhi-ncr-haryana/delhiharyana2101464

Noida Kisan Protest: किसान प्रदर्शन के बाद बैठक का नहीं निकला कोई नतीजा, 16 फरवरी को 'भारत बंद' का किया ऐलान

Noida Kisan Protest: ग्रेटर नोएडा में, बीकेयू नेता टिकैत ने किसानों, युवाओं, दिहाड़ी मजदूरों सहित अन्य को प्रभावित करने वाले कई मुद्दों का हवाला देते हुए 16 फरवरी को 'भारत बंद' का आह्वान किया. टिकैत ने एक्स पर हिंदी में एक पोस्ट में कहा, "समाज के सभी वर्गों को एक साथ आना चाहिए और अपनी लंबित मांगों के लिए 16 फरवरी को भारत बंद को सफल बनाने की दिशा में काम करना चाहिए."

Noida Kisan Protest: किसान प्रदर्शन के बाद बैठक का नहीं निकला कोई नतीजा, 16 फरवरी को 'भारत बंद' का किया ऐलान

Noida Kisan Protest: नोएडा और ग्रेटर नोएडा के लगभग 100 गांवों के हजारों किसान गुरुवार को सरकार द्वारा अधिग्रहीत भूमि के लिए बढ़े हुए मुआवजे की मांग को लेकर सड़कों पर उतर आए, जिससे दिल्ली-एनसीआर के कई हिस्सों में यातायात ठप हो गया. संसद की ओर मार्च करने का असफल प्रयास. किसानों ने उत्तर प्रदेश के गौतम बुद्ध नगर जिले में नोएडा और ग्रेटर नोएडा प्राधिकरणों के कार्यालयों के बाहर अपना विरोध जारी रखने का फैसला किया है. उनका निर्णय पुलिस और जिला प्रशासन के साथ एक बैठक के बाद आया, जिसमें उन्होंने कहा, कोई नतीजा नहीं निकला.

बैठक में नहीं निकला कोई समाधान

भारतीय किसान परिषद (बीकेपी) के एक सदस्य ने गुरुवार रात को बताया कि "संसद सत्र इस सप्ताह के अंत में समाप्त हो रहा है और अगर हमें अगली बैठक में हमारे मुद्दों का कोई समाधान नहीं मिलता है, तो हम एक बार फिर दिल्ली मार्च का प्रयास करेंगे." इससे पहले दिन में, दोपहर 12 बजे के आसपास नोएडा में महामाया फ्लाईओवर से अपना मार्च शुरू करने वाले प्रदर्शनकारियों को राष्ट्रीय राजधानी में प्रवेश करने से रोकने के लिए चिल्ला सीमा पर एक तरफ नोएडा पुलिस और दूसरी तरफ दिल्ली पुलिस के साथ बैरिकेड्स लगाए गए थे.

ये भी पढ़ेंः Delhi News: दिल्लीवासियों जरा बचके! जगह-जगह मिलेगा लंबा जाम, निकले से पहले पढ़ लें ट्रैफिक एडवाइजरी

महिलाओं और बुजुर्गों सहित हजारों ग्रामीण मार्च में हुए शामिल

अधिकारियों ने कहा कि कई पुलिसकर्मी आंसू गैस के गोले और पानी की बौछारों से लैस दंगा-रोधी गियर में थे, जबकि रैपिड एक्शन फोर्स और उत्तर प्रदेश प्रांतीय सशस्त्र कांस्टेबुलरी के जवानों को चिल्ला सीमा पर तैनात किया गया था. नोएडा और ग्रेटर नोएडा में स्थानीय विकास प्राधिकरणों द्वारा पिछले दिनों अधिग्रहीत की गई. उनकी भूमि के बदले में बढ़े हुए मुआवजे और विकसित भूखंडों की मांग को लेकर दबाव बनाने के लिए महिलाओं और बुजुर्गों सहित हजारों ग्रामीण मार्च में शामिल हुए.

किसान नेता राकेश टिकैत ने भी लिया प्रदर्शन में हिस्सा

किसान नेता राकेश टिकैत दोपहर में ग्रेटर नोएडा में प्रदर्शनकारियों में शामिल हुए, जहां उनकी भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) के सदस्य स्थानीय प्राधिकरण कार्यालय के बाहर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. नोएडा में, प्रदर्शनकारियों का नेतृत्व बीकेपी ने किया, जिसके कार्यकर्ता दिसंबर 2023 से स्थानीय प्राधिकरण कार्यालय के बाहर शिविर लगा रहे हैं. संसद की ओर मार्च करने की प्रस्तावित योजना के साथ, लगभग 100 गांवों के किसान गुरुवार दोपहर 12 बजे नोएडा के महामाया फ्लाईओवर पर एकत्र हुए, जिसका नेतृत्व बीकेपी ने किया.

ये भी पढ़ेंः Delhi News: पुलिस ने किसानों को दी चेतावनी, दिल्ली सीमा में NO एंट्री, धारा 144 लागू, वरना... होगी कड़ी कार्रवाई

ग्रामीणों और सुरक्षा कर्मियों के बीच झड़प

बाद में, दलित प्रेरणा स्थल के पास बीकेपी नेता सुखबीर यादव 'खलीफा' सहित स्थानीय किसान नेताओं को हिरासत में लेने की कोशिश करने पर कई ग्रामीणों और सुरक्षा कर्मियों के बीच झड़प हो गई. रात में नोएडा में सरकारी अधिकारियों, पुलिस और प्रदर्शनकारी किसानों के एक प्रतिनिधिमंडल के बीच एक बैठक आयोजित की गई. बीकेपी के एक सदस्य ने बताया कि बीकेपी नेता सुखबीर यादव 'खलीफा' के नेतृत्व में 20 सदस्यों वाले किसानों के प्रतिनिधिमंडल ने वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों और जिला मजिस्ट्रेट मनीष वर्मा के साथ बैठक में भाग लिया.

बैठक का नहीं निकला कोई नतीजा

बीकेपी सदस्य ने कहा "बैठक का कोई नतीजा नहीं निकला, क्योंकि स्थानीय अधिकारियों और उत्तर प्रदेश सरकार के प्रतिनिधि वहां नहीं थे. केवल पुलिस आयुक्त, दो संयुक्त आयुक्त और जिला मजिस्ट्रेट ही वहां थे." उन्होंने कहा कि "इस मुद्दे में पुलिस की कोई भूमिका नहीं है. हालांकि, यह निर्णय लिया गया है कि पुलिस आयुक्त की मध्यस्थता में एक बार फिर बैठक की जाएगी. इसकी तारीख अभी तय नहीं की गई है." उन्होंने बैठक के बाद पीटीआई-भाषा को बताया कि किसानों का विरोध प्रदर्शन नोएडा प्राधिकरण, ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण और एनटीपीसी के कार्यालयों के बाहर जारी रहेगा, जो रात करीब नौ बजे शुरू हुआ और रात करीब 11 बजे समाप्त हुआ.

ये भी पढ़ेंः Farmers Protest: किसान आंदोलन शुरू होने से पहले समाधान के प्रयास तेज, ये दिग्गज कर सकते हैं प्रदर्शनकारियों से बात

'भारत बंद' का किया ऐलान

ग्रेटर नोएडा में, बीकेयू नेता टिकैत ने किसानों, युवाओं, दिहाड़ी मजदूरों सहित अन्य को प्रभावित करने वाले कई मुद्दों का हवाला देते हुए 16 फरवरी को 'भारत बंद' का आह्वान किया. टिकैत ने एक्स पर हिंदी में एक पोस्ट में कहा, "समाज के सभी वर्गों को एक साथ आना चाहिए और अपनी लंबित मांगों के लिए 16 फरवरी को भारत बंद को सफल बनाने की दिशा में काम करना चाहिए." विरोध मार्च ने नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे और डीएनडी फ्लाईवे के प्रमुख हिस्सों सहित विभिन्न मार्गों पर वाहनों की आवाजाही को धीमा कर दिया और दिल्ली में भी इसका असर पड़ा.

इन रास्तों पर रेंगते हुए नजर आए वाहन

दिल्ली में मयूर विहार के पास दिल्ली-नोएडा लिंक रोड पर वाहन चालकों ने रेंगते हुए यातायात में घंटों बिताए, क्योंकि प्रदर्शनकारी किसानों के वहां पहुंचने की स्थिति में भारी उपकरणों के साथ पुलिस कर्मी किसी भी स्थिति से निपटने के लिए अलर्ट पर थे. अधिकारियों ने कहा कि सीमा पर, भारी शुल्क वाले बुलडोजर, बैकहो मशीनें, दंगा नियंत्रण वाहन और पानी की तोपें रणनीतिक रूप से खड़ी की गई थीं.

पुलिस ने की थी ट्रैफिक एडवाइजरी जारी

दिल्ली ट्रैफिक पुलिस के मुताबिक, डीएनडी, चिल्ला और गाज़ीपुर बॉर्डर पर भी भारी ट्रैफिक देखने को मिला. अधिकारियों ने बताया कि दक्षिणी दिल्ली के सरिता विहार में कालिंदी कुंज से होकर नोएडा की ओर जाने वाले कई वाहन जाम में फंस गए. पुलिस ने एक ट्रैफिक एडवाइजरी भी जारी की, जिसमें ट्रैक्टरों पर किसानों के आंदोलन के मद्देनजर यात्रियों को जुड़वां शहरों में कुछ मार्गों पर बदलाव के प्रति आगाह किया गया.

दोपहर 12 बजे से शाम 5 बजे के बीच नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे, डीएनडी लूप, कनलिंडी कुंज पुल, दलित प्रेरणा स्थल के आसपास, अट्टा चौक और नोएडा में रजनीगंधा चौक पर भारी ट्रैफिक जाम देखा गया. ग्रेटर नोएडा के परी चौक पर भी इसी तरह की जाम की स्थिति देखी गई, पुलिस ने कहा कि वे सुचारू यातायात सुनिश्चित करने के लिए प्रयास कर रहे हैं. नोएडा और ग्रेटर नोएडा में किसानों के विरोध प्रदर्शन से पहले, गौतम बौद्ध नगर पुलिस ने बुधवार और गुरुवार के लिए सीआरपीसी धारा 144 लागू कर दी थी.

(इनपुटः असाइमेंट)

Trending news