Noida News: फर्जी फाइनेंस कंपनी बनाकर लोगों को लगाया करोड़ों का चूना, पुलिस ने 6 लोगों को किया गिरफ्तार
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Noida News: फर्जी फाइनेंस कंपनी बनाकर लोगों को लगाया करोड़ों का चूना, पुलिस ने 6 लोगों को किया गिरफ्तार

Noida News: नोएडा पुलिस ने एक फर्जी कॉल सेंटर का पर्दाफाश किया है. आरोपियों ने लोन दिलाने के नाम पर 350 से अधिक लोगों से करोड़ों रुपये की ठगी की थी. पुलिस ने मामले में 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया है.

 

Noida News: फर्जी फाइनेंस कंपनी बनाकर लोगों को लगाया करोड़ों का चूना, पुलिस ने 6 लोगों को किया गिरफ्तार

Noida News: नोएडा की कोतवाली 63 पुलिस ने सेक्टर-63 में फर्जी कॉल सेंटर का पर्दाफाश किया है. वहीं लोन दिलाने के नाम पर 350 से अधिक लोगों से करोड़ों रुपये की ठगी करने वाले गिरोह के छह सदस्यों को गिरफ्तार किया. पुलिस ने आरोपियों के बैंक खाते में जमा 14 लाख 64 हजार रुपये सीज कराये हैं. उनके कब्जे से 12 डेस्कटॉप, 14 कीपैड मोबाइल, छह टच स्क्रीन मोबाइल, तीन कार और 36 डाटा शीट सहित अन्य सामान बरामद हुआ है.

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पुलिस की गिरफ्त में खड़े विपिन कुमार, हिमांशु शर्मा, पंकज कुमार, अवनीश कुमार, पुनीत गौतम और अभिषेक फर्जी काल सेंटर और फाइनेंस हब ग्रुप नाम के कंपनी से लोन दिलाने के नाम पर लोगों से ठगी करते थे. एडिशनल डीसीपी राजीव दीक्षित ने बताया कि विपिन गिरोह का सरगना है. आरोपियों ने सेक्टर-63 में किराये का मकान लेकर फर्जी कॉल सेंटर खोलकर फाइनेंस हब ग्रुप नाम की कंपनी खोली. आरोपी यहां से लोगों को कॉल कर कम अवधि में ही लाखों रुपये का लोन दिलाने का झांसा देते थे. फाइल चार्ज, लोन अप्रूवल कमीशन और रजिस्ट्रेशन एग्रीमेंट समेत अन्य प्रकार की फीस का हवाला देकर आरोपी लोगों से 25 से 40 हजार रुपये तक ले लेते थे. इस दौरान आरोपी फाइनेंस ग्रुप हब नाम से फर्जी अप्रूवल लेटर तैयार कर ग्राहकों को दिखाते थे, ताकि उनको विश्वास हो जाए कि लोन के लिए स्वीकृति मिल चुकी है.

एडिशनल डीसीपी ने बताया कि यह काम आरोपी पिछले कई साल से दिल्ली एनसीआर में ऑफिस की जगह बदल बदलकर करते आ रहे हैं. गिरोह का सरगना विपिन कुमार वर्ष 2014 में भी एक फर्जी काल सेन्टर में काम करता था, जो पिछले एक वर्ष से अधिक समय से फर्जी काल सेन्टर चला रहा था. इससे पूर्व बिहार राज्य में भी जेल जा चुका है. उन्ंहोने बताया कि बरामद डेस्कटॉप और लैपटॉप का इस्तेमाल ठगी में होता था. किराये के मकान में फर्जी कॉल सेंटर संचालित हो रहा था और यहीं पर फर्जी दस्तावेज भी बनाए जाते थे.

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