Delhi Rain: दिल्ली-एनसीआर में बारिश का इंतजार एक बार फिर रविवार को खत्म हुआ है. मॉनसून के दस्तक के बाद से शुरुआती दिनों में ही जमकर बारिश हुई थी. लेकिन बीते कुछ दिनों से लोग बारिश न होने की वजह से दिल्ली और एनसीआर में लोगों को उमस भरी गर्मी का सामना करना पड़ रहा था.
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Delhi Rain: दिल्ली-एनसीआर में बारिश का इंतजार एक बार फिर रविवार को खत्म हुआ है. मॉनसून के दस्तक के बाद से शुरुआती दिनों में ही जमकर बारिश हुई थी. लेकिन बीते कुछ दिनों से लोग बारिश न होने की वजह से दिल्ली और एनसीआर में लोगों को उमस भरी गर्मी का सामना करना पड़ रहा था. रविवार शाम को दिल्ली और एनसीआर में कई जगहों पर बारिश के बाद मौसम सुहाना हो गया है. वहीं, रविवार दोपहर तीन बजे यमुना का जलस्तर एक बार फिर खतरे के निशान को पार कर 206.26 मीटर दर्ज किया गया. जिसके बाद प्रशासन ने राजधानी के निचले इलाकों को खाली करने का अलर्ट जारी किया है.
VIDEO | Light rainfall hits Delhi. Visuals from Nizamuddin. pic.twitter.com/y75DhbhpCT
— Press Trust of India (@PTI_News) July 23, 2023
इससे पहले आईएमडी ने दिल्ली में दिन में बादल छाए रहने के साथ हल्की बारिश का अनुमान जताया था. वहीं, सुबह साढ़े आठ बजे सापेक्षिक आर्द्रता 71 फीसदी दर्ज की गई थी. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के आंकड़े के मुताबिक, दिल्ली में रविवार सुबह नौ बजे समग्र वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 78 दर्ज किया गया, जो ‘संतोषजनक’ श्रेणी में आता है.
राष्ट्रीय राजधानी में यमुना नदी का जलस्तर रविवार को एक बार फिर खतरे के निशान के पार चला गया. उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश के कई हिस्सों में भारी बारिश के बाद हथिनीकुंड बैराज से पानी छोड़े जाने के कारण यमुना का जलस्तर बढ़ गया है. अधिकारियों ने कहा कि नदी के जलस्तर में वृद्धि से राष्ट्रीय राजधानी के बाढ़ प्रभावित निचले इलाकों में राहत एवं पुनर्वास के काम पर असर पड़ सकता है.
#WATCH | Delhi: Announcements are being made by the administration to vacate low-lying areas as Yamuna's water level crossed the danger mark, recorded at 206.31 meters at 4 pm today. pic.twitter.com/gM6mQR6Hbp
— ANI (@ANI) July 23, 2023
राजस्व मंत्री आतिशी ने शनिवार को कहा था कि हथिनीकुंड बैराज से यमुना नदी में दो लाख क्यूसेक से अधिक पानी छोड़े जाने के कारण बाढ़ के खतरे के मद्देनजर दिल्ली सरकार हाई अलर्ट पर है. उन्होंने आशंका जताई थी कि अगर जलस्तर 206.7 मीटर तक पहुंचता है, तो यमुना खादर के कुछ हिस्से जलमग्न हो सकते हैं. यमुना का जलस्तर पिछले कुछ दिनों से 205.33 मीटर के खतरे के निशान के आसपास है. 13 जुलाई को यह रिकॉर्ड 208.66 मीटर पर पहुंच गया था.
केंद्रीय जल आयोग (सीडब्ल्यूसी) के आंकड़ों के अनुसार, यमुना का जलस्तर शनिवार रात 10 बजे 205.02 मीटर से बढ़कर रविवार सुबह नौ बजे 205.96 मीटर पर पहुंच गया और इसके शाम चार बजे तक 206.7 मीटर तक पहुंचने की संभावना है. भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने 25 जुलाई तक हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के कुछ हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश होने का अनुमान जताया है.
सीडब्ल्यूसी के आंकड़ों के मुताबिक, यमुनानगर स्थित हथिनीकुंड बैराज में जल प्रवाह की दर शनिवार सुबह नौ बजे एक लाख के आंकड़े के पार चली गई और सुबह 10 बजे से शाम चार बजे के बीच दो लाख से 2.5 लाख क्यूसेक के बीच रही. इसके बाद से जल प्रवाह की दर 1.5 लाख क्यूसेक से दो लाख क्यूसेक के बीच है.
(एजेंसी इनपुट के साथ)