पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट और हाई कोर्ट ने महाराष्ट्र की गठबंधन सरकार महा विकास अघाड़ी (Maha Vikas Aghadi) को मुंह तोड़ जवाब दिया है. कंगना रनौत (Kangana Ranaut) के मामले में भी बीएमसी (BMC) और राज्य सरकार को कोर्ट ने सुनाया है.
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मुंबई: महाराष्ट्र में महा विकास अघाड़ी (Maha Vikas Aghadi) की सरकार के 2 साल पूरे होने के मौके पर पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) ने आज शनिवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस करके मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) और शिवसेना, एनसीपी व कांग्रेस की गठबंधन सरकार महा विकास अघाड़ी (Maha Vikas Aghadi) पर तीखा हमला बोला.
देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, 'कंगना रनौत (Kangana Ranaut) और अर्नब गोस्वामी (Arnab Goswami) के हर एक स्टेटमेंट से हम सहमत नहीं हैं. लेकिन उनको महाराष्ट्र द्रोही कहने वाले अब कोर्ट को भी महाराष्ट्र द्रोही ना कह दें.'
पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट और हाई कोर्ट ने राज्य सरकार को मुंह तोड़ जवाब दिया है. कंगना रनौत के मामले में भी बीएमसी और राज्य सरकार को कोर्ट ने सुनाया है. कोर्ट ने साफ तौर पर कहा है कि कंगना के मामले में बीएमसी ने सरकारी एजेंसी का इस्तेमाल गलत तरीके से किया और संजय राउत का व्यवहार किसी सांसद को शोभा नहीं देता है.
देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) ने आगे कहा, 'कोर्ट ने अभिव्यक्ति की आजादी को तवज्जो दी है. क्या इस पूरे मामले में सरकार या गृहमंत्री माफी मांगेंगे. हमें पता है कि नहीं मांगेंगे. राज्य सरकार को एक साल और हो गया है लेकिन क्या इस सरकर ने काम किया है?'
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उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट और हाई कोर्ट का जो फैसला आया है, उससे ये साबित हो गया है कि ये Abuse of Power है लेकिन हम नहीं चाहते हैं कि महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लगाया जाए. किसी के भी परिवार पर राजनीतिक आरोप नहीं लगाए जाने चाहिए.
फडणवीस ने आगे कहा कि मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) ने सामना को जो इंटरव्यू दिया, उसमें हमें उम्मीद थी कि वो जनता के लिए कुछ कहेंगे. वो गरीब जनता के लिए आने वाले समय में क्या करना चाहते हैं, उसके बारे में कहेंगे लेकिन उन्होंने ऐसा कुछ नहीं किया बल्कि बस धमकाने वाले स्टेटमेंट दिए जा रहे थे. सीएम ने अपने इंटरव्यू में सिर्फ धमकियां दी हैं.
पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) ने कहा कि महाराष्ट्र के इतिहास में इस तरह से धमकाने वाले मुख्यमंत्री को हमने आज तक नहीं देखा है. सामना के इंटरव्यू और दशहरा रैली में जिस तरह की भाषा और धमकियों का इस्तेमाल किया गया, वो सीएम के पद पर मौजूद किसी आदमी को शोभा नहीं देता है. सीएम ठाकरे हर बार कहते हैं कि हम इसके पीछे, उसके पीछे हाथ धोकर लगे हुए हैं.
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देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) ने आगे कहा, 'अच्छा हुआ कि सीएम उद्धव ठाकरे का इंटरव्यू कोर्ट के आदेश से पहले ही लिया गया वर्ना सीएम के इंटरव्यू में तो ब्लास्ट ही हो जाता. सीएम उद्धव ठाकरे की बयानबाजी पर हम कुछ टिप्पणी या रिप्लाई नहीं करेंगे वो उस लायक नहीं हैं.'
उन्होंने शिवसेना पर निशाना साधते हुए कहा कि ये जो सरकार आई है वो विश्वासघात की सरकार है, जनता से विश्वासघात है. पीएम मोदी का चेहरा दिखाकर आप वोट लेते हैं और फिर सत्ता में आने के लिए विरोधियों से हाथ मिला लेते हैं.'
पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) ने कहा कि आरे मेट्रो कारशेड के मामले में यही दिखा है. केवल स्थगन ही इस एक साल में सरकार की उपलधि रही है. इस सरकार की वजह से मेट्रो जनता से दूर है. कोरोना महामारी को हैंडल करने में यह सरकार पूरी तरह से फेल हो चुकी है. कोरोना से हमने लोगों को तड़पते हुए देखा है. बिना ऑक्सीजन और बिना इलाज लोगों को मरते हुए देखा है.
उन्होंने कहा कि कोरोना काल में बहुत बड़े-बड़े भ्रष्टाचार हुए हैं. कोरोना काल में इस सरकार द्वारा कोई पैकेज या कोई सहायता नहीं दी गई. मैंने सरकार को कोविड से जुड़ी 100 से ज्यादा बार सलाह पत्र के जरिए दी, लेकिन सरकार ने उस पर कोई कार्रवाई नहीं की.
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