Trending Photos
नई दिल्ली: आज यानी 7 अक्टूबर को भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) को प्रशासन में 20 वर्ष पूरे हो गए हैं. अपनी प्रशासन की अलग शैली की वजह से उन्होंने गुजरात के मुख्यमंत्री और देश के प्रधानमंत्री के तौर पर बहुत सारे बदलाव किए, उनकी योजनाओं में नई सोच थी और ये सोच इन नए बदलावों की नींव बनी.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) का स्वच्छ भारत मिशन (Swachh Bharat Mission) भी एक ऐसा ही बदलाव है. स्वच्छ भारत महात्मा गांधी (Mahatma Gandhi) का विजन था और इसे प्रधानमंत्री मोदी ने अपना मिशन बना लिया. इसका उद्देश्य है भारत के लोगों में साफ सफाई के प्रति जागरूकता पैदा करना और साफ सफाई के मामले में भारत के गांव और शहरों को विश्व स्तरीय बनाना.
स्वच्छ भारत मिशन (Swachh Bharat Mission) के तहत पिछले 6 सालों के दौरान भारत में 10 करोड़ नए शौचालय बनाए गए, जिनसे 60 करोड़ लोगों को फायदा हुआ. साल 2014 से 2019 के बीच हर मिनट 38 शौचालयों का निर्माण किया गया. 2014 से पहले गांवों में सिर्फ 38 प्रतिशत लोगों के पास शौचालय थे, लेकिन 2019 तक ये संख्या बढ़कर 93 प्रतिशत हो गई. इन शौचालयों का निर्माण 2 लाख करोड़ रुपये की लागत से हुआ है.
अब भारत में हर साल सबसे स्वच्छ शहरों की एक सूची जारी की जाती है, जिससे लोगों को पता चलता है कि उनका शहर पहले के मुकाबले कितना साफ सुथरा हुआ है? इसी महीने 1 अक्टूबर को स्वच्छ भारत 2.0 मिशन की शुरुआत हुई है, जिसके तहत बनाए गए शौचालयों का रखरखाव किया जाएगा और भारत के लगभग हर शहर और गांव में ट्रीटमेंट प्लांट लगाए जाएंगे. इसके अलावा सॉलिड और लिक्विड वेस्ट मैनेजमेंट (Liquid Waste Manegment) के लिए एक नया सिस्टम बनाया जाएगा, जिसमें देश के हर घर से कूड़ा इकट्ठा किया जाएगा और इन्हें सीधे डंपिंग ग्राउंड और ट्रीटमेंट प्लांट तक पहुंचाया जाएगा.
प्रधानमंत्री मोदी ज़मीन से जुड़े और ज़मीन से ही उठे हुए नेता हैं, इसलिए वो देश के आम लोगों की हर छोटी बड़ी समस्या को समझते हैं और उन्हें पता है कि इन समस्याओं के सरल समाधान क्या हैं. भारत ने पिछले 6 सालों में गंदगी की समस्या का समाधान कैसे किया इस पर आप हमारी एक रिपोर्ट देखिए...