BJP Foundation Day: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कल 6 अप्रैल को बीजेपी के स्थापना दिवस के मौके पर कार्यकर्ताओं को बड़े संदेश दिए. आज हम बीजेपी की राजनीतिक यात्रा के बारे में चर्चा करेंगे.
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नई दिल्ली: कल 6 अप्रैल को दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी बीजेपी ने 41वां स्थापना दिवस मनाया. आज हम बीजेपी की राष्ट्रवाद की विचारधारा की चर्चा करेंगे और बताएंगे कि कैसे एक पार्टी विचारधारा के आधार पर देश की सबसे बड़ी पार्टी बन गई. आज हम बीजेपी की राजनीतिक यात्रा के बारे में चर्चा करेंगे.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कल स्थापना दिवस के मौके पर बीजेपी कार्यकर्ताओं को बड़े संदेश दिए. Zee news हमेशा से समाज में विकास विरोधी नैरेटिव के खिलाफ रहा है. हमारा भी मानना है कि जिस तरह से देश की छवि खराब करने के लिए सोशल मीडिया और झूठ का सहारा लिया जा रहा है. वो बंद होना चाहिए. हमें सिर्फ कमियां ही नहीं अच्छाई भी देखनी चाहिए.
अब आपको भारतीय जनता पार्टी की राजनीति यात्रा के बारे में बताते हैं.
-भारतीय जनता पार्टी बनने से पहले ये भारतीय जनसंघ के रूप में अस्तित्व में थी. वर्ष 1951 में राष्ट्रवाद की विचारधारा पर श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने इसका गठन किया था.
-1977 में इमरजेंसी समाप्त होने के बाद जनसंघ का कई दलों में विलय हुआ और 6 अप्रैल, 1980 को पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने भारतीय जनता पार्टी का गठन किया. वर्ष 1984 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी को सिर्फ दो सीट मिली थीं, लेकिन पार्टी का आधार बढ़ता गया और यह आज देश ही नहीं दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी बन गई है. 1996 में ये पार्टी कई राज्यों में चुनाव जीतते हुए संसद में सबसे बड़े दल के रूप में उभरी.
-1999 में भाजपा ने रणनीति बदली और कई दलों के साथ मिलकर राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन यानी NDA बनाया और तब अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार ने अपना कार्यकाल पूरा किया और ये सरकार देश के इतिहास में कार्यकाल पूरा करने वाली पहली गैर कांग्रेसी सरकार बनी.
-इसके बाद भाजपा ने पीछे मुड़कर नहीं देखा और 2014 के आम चुनावों में नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारी जीत हासिल की.
-मार्च 2015 में बीजेपी दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी बन गई. तब पूरी दुनिया में इसके 8 करोड़ 80 लाख सदस्य थे. 2019 में बीजेपी के सदस्यों की संख्या 11 करोड़ के आंकड़े को पार कर चुकी थी.
-2019 के आम चुनाव में बीजेपी को 303 सीटें मिलीं. आज यह देश की सबसे बड़ी पार्टी है और लोकसभा में सबसे ज्यादा सांसद इसी के हैं.
ये पार्टी राष्ट्रवादी सोच के आधार पर आज देश की सबसे बड़ी पार्टी बन गई है. इससे हमें यह शिक्षा मिलती है कि हमें कोशिश करते रहना चाहिए और कभी भी धैर्य नहीं छोड़ना चाहिए. ये दोनों चीजें आपके पास हैं तो किसी भी उतार चढ़ाव में आप परेशान नहीं होंगे. बीजेपी ने अपने खराब समय में धैर्य और कोशिश का साथ नहीं छोड़ा. पार्टी हमेशा अनुशासन में रही और धैर्य के साथ देशहित में काम करती रही.