DNA ANALYSIS: Blood Pressure नापने पर नतीजों में दिखे ये अंतर, तो हो जाएं सावधान
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DNA ANALYSIS: Blood Pressure नापने पर नतीजों में दिखे ये अंतर, तो हो जाएं सावधान

एक नई रिसर्च से ये पता चला है कि अगर ब्लड प्रेशर को सिर्फ दाहिने बाजू से मापने की जगह उसे दोनों बाजुओं से मापा जाए, तो आपको भविष्य में होने वाली बीमारियों का संकेत मिल सकता है.

DNA ANALYSIS: Blood Pressure नापने पर नतीजों में दिखे ये अंतर, तो हो जाएं सावधान

नई दिल्‍ली:  एक कहावत है कि  दाएं हाथ को बाएं हाथ की खबर नहीं होती.  ये कहावत आपने कई बार सुनी होगी.  लेकिन हम आज आपसे ये कहना चाहते हैं कि अगर आप अपने दाएं और बाएं दोनों हाथों की ख़बर रखेंगे तो आपको आपका भविष्य पता चल सकता है.

एक नई रिसर्च से ये पता चला है कि अगर ब्लड प्रेशर को सिर्फ दाहिने बाजू से मापने की जगह उसे दोनों बाजुओं से मापा जाए, तो आपको भविष्य में होने वाली बीमारियों का संकेत मिल सकता है. दोनों बाजुओं से ब्लड प्रेशर
नापने  पर उसके नतीजों में 10 से ज़्यादा का अंतर हो,  तो आपको सावधान होने की जरूरत है. अगर आपके पास भी अपना BP मापने वाली मशीन है तो आप अभी उस मशीन से एक रिएलिटी टेस्ट कर सकते हैं. ब्लड प्रेशर को दोनों तरह से मापने पर इससे पहले भी कई शोध हो चुके हैं. लेकिन ब्रिटेन की University of Exete ने 24 अलग- अलग अध्‍ययनों  को एक साथ मिलाकर एक शोध किया है.

ब्‍लड प्रेशर का सही पैमाना क्या है?

इस स्‍टडी  को Hypertension नाम के  मेडिकल जर्नल  में प्रकाशित किया गया है.  इसके मुताबिक, अगर एक ही समय पर मापे गए दोनों बाजुओं के ब्लड प्रेशर में बहुत ज़्यादा अंतर है तो दिल की बीमारी, स्ट्रोक या दूसरी बीमारियों के होने का ख़तरा बढ़ जाता है.  जैसे हाथ की रेखाओं से ज्योतिषी भविष्य बताते हैं कुछ उसी तरह BP मापने का ये तरीका आपकी सेहत की कुंडली खोल सकता है. 

आज आपको ये भी जानना चाहिए कि ब्‍लड प्रेशर का सही पैमाना क्या है. 

एक स्वस्थ शरीर में ब्लड प्रेशर का लेवल 120/80 होना चाहिए. 

इसमें ऊपर के ब्‍लड प्रेशर  को Systolic और  नीचे  के ब्‍लड प्रेशर  को Diastolic Blood Pressure कहते हैं. आम भाषा में इसे अपर और लोअर  Blood Pressure कहा जाता है. आपका अपर  ब्लड प्रेशर 120 और लोअर ब्लड प्रेशर 80 होना चाहिए.  नये मानकों के हिसाब से इसमें थोड़ा बदलाव किया गया है.  अब अपर ब्लड प्रेशर 130 और लोअर ब्लड प्रेशर 90 को भी सामान्य Blood Pressure मान लिया जाता है.  लेकिन आप खुद को BP का मरीज़ कब मानें, तो इसका जवाब ये है कि अगर आपका Upper Blood Pressure 140 से ऊपर और Lower Blood Pressure 90 से ऊपर जा चुका है और ऐसा लगातार बना रहता है तो हो सकता है कि आप हाइपरटेंशन  के मरीज़ हों. 

भारत में इस समय करीब 20 करोड़ 70 लाख लोग हाइपरटेंशन  यानी High BP के मरीज़ हैं. आश्चर्य की बात ये है कि इनमें से 24 प्रतिशत लोग ये नहीं जानते कि उनका ब्लड प्रेशर नियंत्रण रेखा के पार जा चुका है.  इसके अलावा चिंता की बात ये भी है कि 7 में से सिर्फ़ एक मरीज़ ही Blood Pressure नियंत्रित करने के लिए दवाएं ले रहा है. 

मेडिकल साइंस में हाइपरटेंशन  को एक लाइलाज बीमारी माना जाता है जिसमें मरीज़ को जीवन भर, दवाई खानी पड़ती है.  इसे आम बोलचाल की भाषा में BPकी गोली कहा जाता है. लेकिन अपनी जीवनशैली में सुधार लाकर इस बीमारी से आसानी से बचा जा सकता है. हमारी इस खबर को देखने के बाद आपको अपना ब्‍लड बढ़ाने  की ज़रूरत नहीं है क्योंकि हमारा मानना है कि बीमारी के आंकड़ों की जानकारी के साथ साथ बीमारी से बचने के उपाय भी आपको पता होने चाहिए. हमारी रिपोर्ट में आपको Blood Pressure से बचने और इस रोग से लड़ने के कुछ हेल्‍दी टिप्‍स ज़रूर मिलेंगे. 

दिल्ली के रहने वाले 52 वर्षीय राजीव सिंह तंवर,  पिछले कुछ सालों से हाइपरटेंशन यानी हाई ब्लड प्रेशर से परेशान हैं.  राजीव को हर चार दिनों में अपना ब्‍लड प्रेशर मापना होता है.  राजीव सिंह ने हमेशा सिर्फ एक बाजू से ही BPमापा है. लेकिन जब आज दोनों बाज़ुओं से रीडिंग ली तो अंतर 10 से ज़्यादा आया है.  राजीव को ये नहीं पता कि इस अंतर का करना क्या है. 

दोनों बाजुओं से लिए गए ब्लड प्रेशर में जितना ज्यादा अंतर होगा,  आपको दूसरी बीमारियों का खतरा उतना ही बढ़ जाएगा. अगर आपको पहले से कोई और बीमारी न हो तो भी सीने में दर्द, हार्ट अटैक और स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है. ब्ल़ड प्रेशर में 10 से ज्यादा का अंतर ये संकेत देता है कि दिल की आर्टरी में ब्लॉकेज हो सकता है.  यह परेशानी देश में लगभग 10 करोड़ लोगों को प्रभावित करती है. स्टडी के मुताबिक ब्लड प्रेशर नापने का सही तरीका यही है कि उसे दोनो बाहों से नापा जाए.  दिल की बीमारी का इलाज करने वाले कई डॉक्टर इसी तरीके से ब्लड प्रेशर नापने लगे हैं.

इंग्लैंड की इस स्टडी की तरह 2017 में अमेरिका के मैसचूसेट्स हॉस्पिटल में 40 साल से ज्यादा उम्र के 3400 मरीजों की जांच की गई. ये ऐसे मरीज थे, जिनमें पहले से हार्ट की बीमारी का कोई लक्षण नहीं था.  जांच में एक बाजू और दूसरी बाजू में सिस्टॉलिक ब्लड प्रेशर में 5 का अंतर पाया गया.  लेकिन इनमें से 10 पर्सेंट लोगों में यह अंतर 10 से ज्यादा पाया गया। 13 साल तक इन लोगों की निगरानी की गई. 10 से ज्यादा अंतर वाले 38 पर्सेंट लोगों में हार्ट अटैक, हार्ट स्ट्रोक और दिल की बीमारी के लक्षण पाए गए. 

हाईपरटेंशन से बचने के उपाय

हाई ब्लड प्रेशर एक दिन या एक महीने में होने वाली बीमारी नहीं है ये समय-समय पर आपको संकेत देती है लेकिन आप इन इशारों को नज़रअंदाज कर देते हैं. शरीर को कुछ देर के लिए एक मशीन मान लिया जाए तो इसका मुख्य भाग यानी आपका हृदय नसों के माध्यम से रक्त को एक सही प्रेशर के साथ शरीर के दूसरे हिस्सों में पहुंचाता है. लेकिन जब आप अपनी खान पान की आदतों और जीवनशैली में गलत तरीके बदलाव करते हैं तो इसका बुरा असर खून ले जाने वाली नसों पर पड़ता हैं. ये नसें कमज़ोर होकर सिकुड़ने लगती हैा.  इससे आपका ब्लड प्रेशर बढ़ने लगता है और आप हाईपरटेंशन के मरीज़ बन जाते हैं.  इससे बचने के लिए: 

हफ़्ते में 5 दिन की सैर या वर्कआउट ज़रूर करें. 

ताज़ा भोजन करें और खाने में नमक का प्रयोग कम करें. 

शराब और धूम्रपान हाई ब्लड प्रेशर के बड़े कारण हैं, इनसे दूर रहें. स्मोकिंग से दूरी बहुत ज़रूरी है. 

तनाव से जितना दूर रहें, उतना अच्छा है. 

और सबसे ज़रूरी बात, अपने वज़न पर कंट्रोल रखें. 

वैसे डॉक्टर 30 साल की उम्र के बाद घर में ही BP Monitor रखने की सलाह देते हैं, जिससे आप वक्त-वक्त पर खुद ही बी पी चेक कर सकें.  हाई ब्लड प्रेशर की जंग में एक सही ब्लड प्रेशर मशीन आपके लिए मददगार साबित हो सकती है.

Blood Pressure चेक करने का सही तरीका

अगर आप घर पर Blood Pressure चेक करते हैं तो आज हम आपको इसका सही तरीका भी बता देते हैं. 

Blood Pressure मापने से पहले आपका हार्ट  रेट  सामान्य होना चाहिए. अगर आप पैदल चलकर आये हैं या  वर्कआउट किया हैं, तो कुछ देर आराम करें, मन में किसी तरह का तनाव या गुस्से का भाव नहीं होना चाहिए. 

- Blood Pressure की जांच से आधा घंटा पहले सिगरेट और शराब न पिएं.

- आराम से सीधे बैठ जाएं और कुछ मिनटों के लिए पैर सीधे रखें.

- बाजू कोहनी के सहारे ऐसे रखें कि यह हार्ट के लेवल पर आ जाए.

- बाजू के ऊपरी हिस्से पर पट्टी बांध लें और मशीन के इंस्‍ट्रक्‍शन  के अनुसार Blood Pressure चेक करें

-कम से कम 15 दिन तक एक तय समय पर ही सुबह-शाम अपना Blood Pressure चेक कीजिए और इसे एक डायरी में नोट कर लीजिए. 

इस तरह आपके पास Blood Pressure का एक चार्ट तैयार हो जाएगा. इसके आधार पर आपके डॉक्‍टर ये तय कर सकते हैं कि आप हाइपरटेंशन के मरीज़ हैं या नहीं.  इससे Blood Pressure के ख़िलाफ़ आपकी लड़ाई थोड़ी आसान हो जायेगी. 

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