DNA Analysis: नकली मैगी मसाला बनाने वाले गैंग का खुलासा, मिलावट से बचने के आप करें ये काम
Advertisement
trendingNow11341178

DNA Analysis: नकली मैगी मसाला बनाने वाले गैंग का खुलासा, मिलावट से बचने के आप करें ये काम

DNA Analysis: हरियाणा के फरीदाबाद में नकली मैगी मसाला बनाने वाले एक गैंग का खुलासा हुआ है. यहां एक फैक्ट्री पर छापे के दौरान पुलिस को 19 हजार से ज्यादा नकली मैगी मसाले के पैकेट बरामद हुए हैं.

DNA Analysis: नकली मैगी मसाला बनाने वाले गैंग का खुलासा, मिलावट से बचने के आप करें ये काम

DNA Analysis: आप जब कोई खाने का सामान खरीदने जाते हैं तो आप किसी ब्रांडेड प्रोडक्ट को लेते हैं. ब्रांडेड होने की वजह से आपको भरोसा होता है कि ये प्रोडक्ट सही होगा. इसमें कोई मिलावट नहीं होगी, लेकिन जब आपको पता चले कि आपके किचन में जिस ब्रांडेड प्रोडक्ट का इस्तेमाल हो रहा है वो तो नकली है. आप जिसका इस्तेमाल अपने भोजन को टेस्टी बनाने के लिए कर रहे हैं वो तो आपको बीमार करने वाला है. तो ऐसे में आपको चिंता भी होगी और डर भी लगेगा. 

सब्जी हो या कढ़ी, साउथ इंडियन डिश हो या चाइनीज आप खाने को टेस्टी बनाने के लिए अलग-अलग तरह के मसालों का इस्तेमाल करते हैं. मार्केट में अलग-अलग कंपनियों के सैकड़ों तरह के मसाले भी मिलते हैं.  ऐसा ही एक मसाला है मैगी मसाला. मैगी.... एक ऐसा नाम जो हर किचन की पहचान है. पहचान ऐसी कि हर नूडल्स को ही मैगी समझा जाता है.  जो कंपनी मैगी बनाती है वही कंपनी मैगी मसाला भी बनाती है.  मैगी मसाला का इस्तेमाल सब्जी बनाने में किया जाता है. आपने भी इसका इस्तेमाल किया होगा. लेकिन क्या आपको पता है कि मार्केट में नकली मैगी मसाला धड़ल्ले से बेची जा रही है. ये भी संभावना है कि शायद अब तक आप भी नकली मैगी मसाला का इस्तेमाल कर चुके होंगे. 

दिल्ली से सटे हरियाणा के फरीदाबाद में नकली मैगी मसाला बनाने वाले एक गैंग का खुलासा हुआ है. यहां एक फैक्ट्री पर छापे के दौरान पुलिस को 19 हजार से ज्यादा नकली मैगी मसाले के पैकेट बरामद हुए हैं.  इस फैक्ट्री में नकली मैगी मसाला बनाने की पूरी मशीन लगी थी. इसके साथ ही छापे में देश के कई ब्रांडेड कंपनियों के हजारों लीटर नकली घी, रिफाइंड तेल भी बरामद हुए हैं. और इसको बनाने के लिए मशीन, पैकिंग के लिए Carton, ब्रांड के लेवल भी मिले हैं. 

दरअसल जब भी कोई प्रोडक्ट लोगों के बीच लोकप्रिय होता है और उसकी मांग बढ़ती है तो तुरंत मिलावटखोर उसकी कॉपी करके नकली प्रोडक्ट बाज़ार में बेचना शुरू कर देते हैं. प्रोडक्ट की कॉपी ऐसी की जाती है कि असली और नकली का फर्क पता करना बेहद मुश्किल हो जाता है. ऐसा ही कुछ मैगी मसाला को लेकर किया गया है. मिलावटखोरों ने ये कॉपी इतनी सटीक की थी कि असली और नकली का अंतर पहचाना भी मुश्किल है. दुकानों में ये नकली मैगी मसाला बिक भी रहा था.

ज़ी न्यूज की रियल्टी चेक के दौरान ये नकली मैगी मसाले दुकान पर मिले. जब हमने लोगों से असली और नकली मैगी मसाले पहचानने को कहा तो वो अंतर नहीं बता पाएं. वैसे भी जब आप सामान खरीदने जाते हैं तो इतना ध्यान नहीं देते हैं. ब्रांडेड है तो आपको उम्मीद होती है कि प्रोडक्ट तो अच्छा ही होगा. अभी तक आपने दूध, मावा, अनाज, घी, तेल और मसाले में मिलावट की कई खबरें सुनी होंगी. लेकिन अब छोटे-छोटे पैकेट में मिलावट की जा रही है और ये बेहद खतरनाक है. क्योंकि ऐसे छोटे-छोटे पैकेट में मिलावट करने के लिए पूरी मशीनरी की जरुरत होती है  और ये मिलावटखोर ऐसा आसानी से कर रहे हैं. साथ ही छोटे-छोटे शहरों.....गांवों में ऐसे छोटे-छोटे पैकेट को आसानी से भेजा जा सकता है...बेचा जा सकता है. 

हमने मैगी मसाला बनाने वाली कंपनी NESTLE को मेल करके उनका पक्ष जानने की कोशिश की. उनकी ओर से इसका जवाब आया है और Nestle ने मैगी मसाला के असली पाउच की इमेज हमें भेजकर कुछ जानकारी शेयर की. कंपनी के मुताबिक इस मैगी मसाला पाउच का लोगो ध्यान से देखें साथ ही QR कोड को देखकर उसे स्कैन कर सकते हैं जिससे ये पता चल जाएगा कि ये मैगी मसाला असली है.

Food Safety and Standards Authority of India की डेटा के मुताबिक 2018-19 के दौरान 1 लाख 6 हजार 459 फूट सैंपल टेस्ट किए गए. इसमें 28 प्रतिशत से ज्यादा टेस्ट में फेल हो गए मतलब इसमें मिलावट थी. इससे आप अंदाजा लगा सकते हैं कि देश में मिलावट कितना ज्यादा किया जाता है. मिलावटखोरों को रोकने के लिए सरकार की ओर से लगातार कोशिश की जाती रही है. ना केवल सजा को और सख्त किया गया है बल्कि अब ज्यादा जुर्माने भी लगाए जाते हैं.  हालांकि मिलावटखोरों को पूरी तरह से रोकना अभी भी मुश्किल है. लेकिन आप थोड़ी समझदारी और सावधानी से मिलावट से खुद को बचा सकते हैं. आपको बताते हैं मिलावट से बचने के लिए क्या करना चाहिए...

Packed सामान खरीदते समय हमेशा उसका लाइसेंस नंबर, उसमें इस्तेमाल किए गए सामान, उसकी पैकिंग की तारीख, उस प्रोडक्ट के एक्सपायर होने की तारीख, FSSAI का लेबल जरुर देखें. दूध, तेल और अन्य पाउच जैसे खाद्य उत्पाद खरीदने से पहले उसकी पैकिंग अच्छी तरह से देखें. अगर कुछ भी संदेह हो तो तुरंत दुकानदार से इसपर बात करें.

ये ख़बर आपने पढ़ी देश की नंबर 1 हिंदी वेबसाइट Zeenews.com/Hindi पर

Trending news