DNA ANALYSIS: कोरोना से संक्रमित होने पर कैसे रखें अपना ध्यान? ये रहे आपके सवालों के जवाब
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DNA ANALYSIS: कोरोना से संक्रमित होने पर कैसे रखें अपना ध्यान? ये रहे आपके सवालों के जवाब

पहली बार ऐसा हुआ, जब देश के सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों के तीन बड़े डॉक्टर एक मंच पर आए और उन्होंने कोरोना वायरस को लेकर मंथन किया. ये देश के वो डॉक्टर्स हैं, जिन पर लोग भरोसा करते हैं और इसीलिए इन तीनों डॉक्टरों ने एक मंच पर आकर देश के लोगों को जागरूक किया और उनके कई सवालों के भी जवाब दिए और ये एक बहुत बड़ी बात है.

DNA ANALYSIS: कोरोना से संक्रमित होने पर कैसे रखें अपना ध्यान? ये रहे आपके सवालों के जवाब

नई दिल्ली: नेचर रिसर्च (Nature Research) की एक रिपोर्ट के मुताबिक भारत में साढ़े तीन हजार करोड़ पेड़ हैं और ये पेड़ हर साल अनगिनत लीटर ऑक्सीजन वातावरण में छोड़ते हैं. लेकिन दुर्भाग्य देखिए आज वातावरण में इतनी सारी ऑक्सीजन होने के बाद भी कोरोना से संक्रमित मरीज इसका इस्तेमाल नहीं कर सकते. सोचिए आज अगर ये पेड़ कुछ कह पाते तो वो शब्द क्या होते. ये कहते कि हम ऑक्सीजन मुफ्त में दे सकते हैं. लेकिन सिलिंडर में भर कर नहीं दे सकते. आज कई राज्यों में 10 लीटर ऑक्सीजन का सिलिंडर 12 हजार रुपये में बिक रहा है. 

ऑक्सीजन की लूट

इस समय देश के कई राज्यों में ऑक्सीजन का संकट है. कई राज्यों में तो इस पर टकराव भी शुरू हो गया है. बुधवार को हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने ये आरोप लगाया कि दिल्ली सरकार ने उनका ऑक्सीजन से भरा ट्रक लूट लिया. दिल्ली सरकार का कहना है कि उन्हें कम ऑक्सीजन मिल रहा है. हालांकि दिल्ली के मुख्यमंत्री ने बुधवार देर शाम कहा कि केंद्र ने उनका कोटा बढ़ा दिया है. सोचिए पहले पैसों और गहनों की लूट होती थी लेकिन अब ऑक्सीजन की भी लूट हो रही है.

हरियाणा सरकार ने कहा है कि अब ऑक्सीजन की सप्लाई करने वाले ट्रकों को पुलिस की सुरक्षा भी मिलेगी और हमें लगता है कि इसकी कल्पना तो शायद ही कभी किसी ने की होगी कि ऑक्सीजन को भी पुलिस की सुरक्षा की जरूरत पड़ जाएगी. 

कोरोना से संक्रमित होने पर कैसे रखें अपना ध्यान

अगर संक्रमित होने के बाद आपको मामूली लक्षण हैं तो आप घर पर रह कर ही अपना ध्यान रख सकते हैं. इसके लिए आपको चारों बातों का ध्यान रखना है. 
- खुद को एक अलग कमरे में आइसोलेट कर लें.
- अगर हल्का बुखार है या फिर बुखार थोड़ी थोड़ी देर में आ रहा है तो आप Paracetamol की गोली ले सकते हैं.
- दिन में 10 से 15 बार बुखार और Oxygen Saturation जरूर चेक करें. आप चाहें तो इसके लिए हर एक घंटे के अंतराल पर अपने मोबाइल फोन में Alarm लगा सकते हैं. अगर आपके शरीर का ऑक्सिजन लेवल 94 से 100 प्रतिशत के बीच है, तब तक आपको घबराने की जरूरत नहीं है. इससे कम होने पर आपको अपने डॉक्टर से संपर्क करना है.
- तरल पदार्थ का खूब सेवन करें और दिनभर में 8 से 10 ग्लास पानी पिएं.

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मामूली लक्षण होने पर क्या करें? 

आपको कोई भी दवाई जैसे Steroids और Remdesivir बिना डॉक्टर की सलाह के नहीं लेनी है.

वायरस के लक्षण गंभीर होने पर क्या करें?

- अपने डॉक्टर के संपर्क में बने रहें. आप चाहें तो ऑनलाइन भी डॉक्टर को दिखा सकते हैं.
- अगर वायरस आप पर ज्यादा असर कर रहा है तो आपको पांच से सात दिन तक तेज बुख़ार आएगा, और ऑक्सिजन लेवल भी 94 प्रतिशत से नीचे रहेगा. इसलिए बुखार और ऑक्सिजन लेवल चेक करते रहें.
- अगर ऑक्सिजन लेवल का स्तर तेजी से नीचे जा रहा है तो आपको तुरंत अस्पताल जाना चाहिए. कोशिश करें कि जल्द से जल्द आपको किसी भी अस्पताल में Bed मिल जाए.
- ऑक्सिजन सिलिंडर के लिए सरकारी एजेंसियों से संपर्क करें. ऐसे लोगों के झांसे में न आएं जो आपसे ज्यादा पैसे की मांग करके आपको लाइनों में लगवा दें और इससे आपको समय पर ऑक्सिजन ना मिले. आपको कोशिश करनी है कि मरीज को समय पर ऑक्सिजन मिल जाए. 

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पहली बार एक मंच पर साथ आए ये डॉक्टर 

पहली बार ऐसा हुआ, जब देश के सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों के तीन बड़े डॉक्टर एक मंच पर आए और उन्होंने कोरोना वायरस को लेकर मंथन किया. ये तीन डॉक्टर हैं AIIMS दिल्ली के निदेशक डॉक्टर रणदीप गुलेरिया, नारायण Health Hospitals के चेयरमैन डॉक्टर देवी प्रसाद शेट्टी और Medanta Group के Managing Director डॉक्टर नरेश त्रेहन.

ये देश के वो डॉक्टर्स हैं, जिन पर लोग भरोसा करते हैं और इसीलिए इन तीनों डॉक्टरों ने एक मंच पर आकर देश के लोगों को जागरूक किया और उनके कई सवालों के भी जवाब दिए और ये एक बहुत बड़ी बात है.

ऑक्सीजन के लिए कोर्ट पहुंचा अस्पताल!

ऑक्सिजन की कमी को लेकर एक बड़ा अपडेट ये है कि पहली बार एक प्राइवेट अस्पताल ऑक्सिजन की कमी को लेकर अदालत पहुंच गया. इस अस्पताल का नाम है Max.दिल्ली हाई कोर्ट में ऑक्सीजन की सप्लाई को लेकर इमरजेंसी सुनवाई हुई.

अपनी याचिका में Max Hospital ने कहा है उसके पास सिर्फ 3 घंटे का ऑक्सीजन बचा है, जिस पर दिल्ली हाई कोर्ट ने केंद्र सरकार को कड़ी फटकार लगाते हुए कहा कि केंद्र सरकार ऑक्सीजन सप्लाई पर ठीक ढंग से काम नहीं कर रही है.

हाई कोर्ट ने आदेश जारी करते हुए कहा है कि चाहे जैसे भी ऑक्सीजन की सप्लाई करनी हो, करें. एयर लिफ्ट कराना हो कराएं, लेकिन हर हाल में गंभीर रूप से बीमार नागरिकों की जान बचाई जानी चाहिए.

हाई कोर्ट ने ये भी कहा कि Dedicated Corridor बना जाएएं ताकि सप्लाई लाइन पर कोई असर न पड़े. इस पर केन्द्र सरकार ने भी अदालत में जवाब दिया है. केंद्र सरकार ने कहा है कि कि हम दिल्ली में ऑक्सीजन की आपूर्ति बढ़ा रहे हैं.

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