DNA ANALYSIS: कोरोना काल में भी 'आतंकी वायरस' से पीड़ित पाकिस्तान
Advertisement
trendingNow1664863

DNA ANALYSIS: कोरोना काल में भी 'आतंकी वायरस' से पीड़ित पाकिस्तान

जिस समय पूरी दुनिया कोरोना वायरस से लड़ रही है, उस समय भी पाकिस्तान, भारत में आतंकवाद फैलाने के सपने देख रहा है. दो दिन पहले यानी 5 अप्रैल को पाकिस्तान की एक ऐसी ही साजिश को नाकाम करते हुए भारतीय सेना के 5 जवान शहीद हो गए. ये जाबांज सैनिक फोर पैरा SF के जवान थे. ये वही स्पेशल फोर्स है जिसके बहादुर कमांडोज ने सितंबर 2016 में पाकिस्तान में घुसकर सर्जिकल स्ट्राइक की थी.

DNA ANALYSIS: कोरोना काल में भी 'आतंकी वायरस' से पीड़ित पाकिस्तान

जिस समय पूरी दुनिया कोरोना वायरस से लड़ रही है, उस समय भी पाकिस्तान, भारत में आतंकवाद फैलाने के सपने देख रहा है. दो दिन पहले यानी 5 अप्रैल को पाकिस्तान की एक ऐसी ही साजिश को नाकाम करते हुए भारतीय सेना के 5 जवान शहीद हो गए. ये जाबांज सैनिक फोर पैरा SF के जवान थे. ये वही स्पेशल फोर्स है जिसके बहादुर कमांडोज ने सितंबर 2016 में पाकिस्तान में घुसकर सर्जिकल स्ट्राइक की थी.

इसी महीने की शुरुआत में भारतीय सेना को एलओसी के पास बर्फ में पैरों के कुछ निशान मिले थे. इसके बाद सेना के जवानों को 5 बैग्स भी मिले जिससे ये साबित हो गया कि आतंकवादियों का एक ग्रुप भारतीय सीमा में दाखिल हो गया है. 5 अप्रैल को आतंकवादियों का पीछा करते हुए फोर पैरा SF की टीम आतंकवादियों तक पहुंच गई. लेकिन इसी दौरान बर्फ टूटने लगी और तीन पैरा ट्रूपर्स नीचे फिसल गए और जहां ये सैनिक गिरे, वहीं आतंकवादी मौजूद थे. इसके बाद करीब से हुई फायरिंग में तीन आतंकवादी मारे गए. इस दौरान बाकी के बचे हुए दो पैरा ट्रूपर्स भी अपने साथियों को बचाने के लिए नीचे कूद गए इसके बाद काफी करीब से हुई फायरिंग के बाद पांचों आतंकवादी मारे गए लेकिन भारतीय सेना के ये जाबांज़ सैनिक भी शहीद हो गए.

फोर पैरा SF के पांचो शहीदों के नाम हैं. सूबेदार संजीव कुमार, हवलदार देवेंद्र सिंह, पैटा ट्रूपर अमित कुमार, पैरा ट्रूपर बाल कृष्ण और पैरा ट्रूपर  छत्रपाल सिंह. आज हम आप सबकी तरफ से इन सभी शहीदों को नमन करते हैं. ये ऑपरेशन फोर पैरा SF की दो टीमों ने अंजाम दिया था..जिस में पांच-पांच Commandos शामिल थे. हमने इस ऑपरेशन को अंजाम देने वाले जाबांज़ सैनिकों और अधिकारियों से बात की. उन्होंने इस ऑपरेशन को लेकर क्या जानकारी दी. आप भी सुनिए.

ये आतंकवादी पाकिस्तान के रास्ते भारत आए थे. और भारतीय सेना ने इन्हें इनके मंसूबों में सफल नहीं होने दिया. लेकिन पाकिस्तान लगातार भारत के खिलाफ साजिश कर रहा है. ये साजिश पाकिस्तान के कब्ज़े वाले कश्मीर यानी PoK में रची जा रही है और अब पाकिस्तान इसमें कोरोना वायरस को भी हथियार बना रहा है.

पाकिस्तान की सेना में तेजी से फैल रहा कोरोना
पाकिस्तान की सेना में भी कोरोना वायरस का संक्रमण तेज़ी से फैल रहा है. सूत्रों के मुताबिक पाकिस्तान के करीब 800 से ज्यादा सैनिक और अधिकारी कोरोना वायरस से संक्रमित हो चुके हैं. और इनमें से ज्यादातर सैनिक पाकिस्तान के कब्ज़े वाले कश्मीर के उन इलाकों में तैनात हैं, जहां आतंकवादियों के लॉन्च पैड हैं. पाकिस्तानी सेना के संपर्क में आने की वजह से कई आतंकवादी भी संक्रमित हो चुके हैं और इन आतंकवादियों को क्वारंटाइन में भेजने की बजाय पाकिस्तान उन्हें भारत की सीमा में भेज रहा है. यानी पाकिस्तान इन आतंकवादियों का इस्तेमाल मानव बम की तरह नहीं बल्कि कोरोना बम की तरह करना चाहता है.

DNA वीडियो:

सूत्रों के मुताबिक इन आतंकवादियों से कहा जा रहा है कि अब तुम्हारा बचना मुश्किल है, इसलिए बड़ी वारदात करके मरो. इसमें पाकिस्तान की खूफिया एजेंसी ISI की बड़ी भूमिका है जो जेहाद के नाम पर तैयार किए गए आतंकवादियों को अब कोरोना जेहादियों में बदल रही है. कश्मीर में तैनात भारतीय सेना के एक बड़े अधिकारी ने भी स्थानीय लोगों से अपील की है..कि वो इन आतंकवादियों को शरण ना दें क्योंकि ये आतंकवादी कोरोना वायरस से संक्रमित हो सकते हैं.

इतना ही नहीं पाकिस्तान ने अपने कई क्वारंटाइन सेंटर्स अपने देश में नहीं बल्कि PoK और गिलगिट- बाल्टिस्तान में स्थापित किए हैं . यानी भारतीय सीमा के बहुत करीब. अब आप खुद सोचिए कि इसका मकसद क्या हो सकता है. इसका सिर्फ एक ही मकसद है और वो है ज्यादा से ज्यादा आतंकवादियों को कोरोना वायरस से संक्रमित करके उन्हें भारत में भेजना ताकि ये जिहादी आतंकवाद फैलाने के साथ साथ भारत में कोरोना वायरस भी फैलाने लगें.  

Trending news