तालिबान के पास सिर्फ हमले करने का अनुभव, तो फिर धमाकों को रोकने की जिम्मेदारी किसकी?
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तालिबान के पास सिर्फ हमले करने का अनुभव, तो फिर धमाकों को रोकने की जिम्मेदारी किसकी?

फिलहाल काबुल एयरपोर्ट (Kabul Airport) के आस पास सुरक्षा बढ़ा दी गई है, लेकिन सवाल ये है कि जिस तालिबान के पास सिर्फ हमले करने का अनुभव है. वो खुद पर हमला होने के बाद क्या करेगा और अपने देश के लोगों की जान कैसे बचाएगा?

तालिबान के पास सिर्फ हमले करने का अनुभव, तो फिर धमाकों को रोकने की जिम्मेदारी किसकी?

नई दिल्ली: दुनिया की इस समय की सबसे बड़ी खबर ये है कि अफगानिस्तान के काबुल एयरपोर्ट (Kabul Airport) के पास सीरियल बम धमाके हुए हैं. इन धमाको में 13 अमेरिकी सैनिकों समेत कुल 64 लोगों की मौत हो गई है और बड़ी संख्या में लोग घायल हैं. अमेरिका ने इस हमले में अपने भी सैनिकों के मारे जाने की पुष्टि की है.

  1. काबुल एयरपोर्ट के पास सीरियल बम धमाके
  2. ISIS ने ली हमले की जिम्मेदारी
  3. NATO देशों ने जताई थी हमले की आशंका

ISIS ने ली हमले की जिम्मेदारी

पहला धमाका काबुल एयरपोर्ट के Abbey Gate के पास हुआ. ये उन चार गेटों में से एक है, जहां से लोग एयरपोर्ट के अंदर जाते हैं, जबकि दूसरा धमाका एयरपोर्ट से करीब डेढ़ किलीमीटर दूर एक होटल के पास हुआ. ये हमला आत्मघाती हमलावरों ने किया है. इस हमले की जिम्मेदारी ISIS खुरासान ने ली है. खुरासान का मतलब उस इलाके से है, जिसके रास्ते कट्टर इस्लामिक ताकतें पूरी दुनिया में इस्लाम को स्थापित करने का सपना देखती है.

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NATO देशों ने जताई थी हमले की आशंका

सुबह से काबुल एयरपोर्ट (Kabul Airport) के चारों गेट बंद थे, क्योंकि अमेरिका और NATO देशों को इस तरह के आतंकवादी हमले की आशंका थी. अमेरिका के रक्षा मंत्रालय ने भी इस धमाके की पुष्टि कर दी है और कहा है कि अभी और ऐसे धमाके हो सकते हैं. इसलिए अमेरिका ने अपने नागरिकों को पहले ही एयरपोर्ट से दूर रहने के लिए कह दिया था.

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तालिबान के पास सिर्फ हमले करने का अनुभव

फिलहाल एयरपोर्ट के आस पास सुरक्षा बढ़ा दी गई है, लेकिन सवाल ये है कि जिस तालिबान के पास सिर्फ हमले करने का अनुभव है. वो खुद पर हमला होने के बाद क्या करेगा और अपने देश के लोगों की जान कैसे बचाएगा? फिलहाल ब्रिटेन ने इस हमले के बाद एक आपात बैठक बुलाई है और फ्रांस ने भी कह दिया है कि वो काबुल में उसके दूतावास में फंसे कर्मचारियों और अपने देश के राजदूत को जल्द ही बाहर निकाल लेगा.

अमेरिका के पास थी हमले की सही जानकारी

अमेरिकी राष्ट्रपति Joe Biden ने इस हमले की आशंका एक दिन पहले ही जता दी थी. अमेरिका की इंटेलिजेंस यूनिट ने भी एक अलर्ट जारी करते हुए अपने नागरिकों को काबुल एयरपोर्ट (Kabul Airport) से दूर रहने के लिए कहा था. इस अलर्ट में ये भी कहा गया था कि जो लोग काबुल एयरपोर्ट के Abbey Gate, North Gate और East Gate पर खड़े हैं, उन्हें तुरंत वहां से हट जाना चाहिए, क्योंकि वहां बड़ा धमाका हो सकता है. अब Abbey Gate के पास ही धमाका हुआ है. इससे पता चलता है कि अमेरिका के पास इस आतंकवादी हमले की बिल्कुल सही जानकारी थी.

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