इस मुद्दे पर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का एक महत्वपूर्ण बयान आया है जिसमें उन्होंने देश को भरोसा दिलाया है कि सेना के जवानों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा.
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नई दिल्ली: पूरे देश में एक तस्वीर तेजी से वायरल हो रही है. इस तस्वीर में चीन के ड्रैगन के सामने क्रोधित मुद्रा में भगवान श्री राम हैं और वो धनुष और बाण के साथ ड्रैगन का वध करने की तैयारी कर रहे हैं. लेकिन सवाल ये है कि क्या हम इस तस्वीर की गंभीरता को समझते हैं. तस्वीर में श्री राम हैं. संदेश साफ है कि अब पूरे देश को उस चीन से लड़ना है, जिसने हमारे संयम, हमारी विनम्रता की परीक्षा ली है.
अब समय आ गया है कि इस अहंकारी ड्रैगन को श्री राम का देश भारत अपनी शक्ति दिखाए. इस तस्वीर का सीधा संदेश यही है कि चीन के साथ ये लड़ाई सिर्फ सेना की नहीं है, ये लड़ाई अकेले सरकार की नहीं है, ये लड़ाई पूरे देश की है. आपको रामायण का वो प्रसंग याद होगा, जिसमें श्री राम की सेना लंका पहुंचना चाहती थी लेकिन समुद्र उन्हें रास्ता नहीं दे रहा था. श्रीराम ने समुद्र से तीन दिन तक निवेदन किया और बहुत इंतजार भी किया. लेकिन जब समुद्र ने भगवान श्रीराम के विनम्र निवदेन को भी नहीं माना तो भगवान राम क्रोधित हो गए. उनके क्रोध से समुद्र भी घबरा गया था और फिर समुद्र झुक गया और श्रीराम के लंका जाकर रावण का वध करने का मार्ग प्रशस्त हो गया. यही भावना आज पूरे देश की है.
भारत ही ऐसा देश है, जिसने कभी किसी देश पर हमला नहीं किया. भारत ने किसी भी देश की जमीन नहीं हड़पी. हमने सीमा की मर्यादा की लक्ष्मण रेखा का हमेशा सम्मान किया.
सबसे दिलचस्प बात ये है कि ये तस्वीर ताइवान के एक प्रमुख अखबार ताइवान टाइम्स ने प्रमुखता से प्रकाशित की है. ताइवान को चीन अपना हिस्सा मानता है, लेकिन ताइवान खुद को चीन का हिस्सा नहीं मानता. चीन ताइवान को भी डरा धमका रहा है. ताइवान को डराने के लिए लड़ाकू विमान भेज रहा है. लेकिन ताइवान डरा नहीं, उसने चीन के लड़ाकू विमान खदेड़ दिए. सवाल अब इस बात का भी है कि क्या अब भारत के लिए चीन पर नई नीति बनाने का समय आ गया है, जिसमें वो चीन के खिलाफ ताइवान जैसे देशों का खुला समर्थन करे. और क्या अब हिंदी चीनी भाई भाई की जगह हिंदी चीनी बाय बाय कहने का समय आ गया है. अगर आप भी ऐसा सोचते हैं कि भारत को अब चीन को बाय बाय कह देना चाहिए तो आप Hashtag Hindi Cheeni Bye Bye पर ट्विट कर सकते हैं.
इस तस्वीर से जुड़ी एक और जानकारी हम आपको देना चाहते हैं. ये तस्वीर हॉन्गकॉन्ग में सोशल मीडिया पर वायरल हो रही थी और इस तस्वीर को भारतीय मूल के ही एक डिजाइनर ने 24 घंटे में तैयार किया है और हॉन्गकॉन्ग से होते हुए ये तस्वीर अब ताइवान पहुंच गई है.
श्रीराम मर्यादा पुरुषोत्तम थे. लेकिन वो सही समय पर अपने बल का प्रयोग करना भी जानते थे. जो सच्चा वीर होता है उसे चुनौतियों से डर नहीं लगता और वो पुरुषार्थ के दम पर आखिरकार विजय हासिल कर ही लेता है. इसी वीरता पर आज हमें राष्ट्र कवि राम धारी सिंह दिनकर की एक कविता की कुछ पंक्तियां याद आ रही हैं. इस कविता का शीर्षक है वीर. इसमें दिनकर कहते हैं
सच है, विपत्ति जब आती है,
कायर को ही दहलाती है,
सूरमा नहीं विचलित होते,
क्षण एक नहीं धीरज खोते,
विघ्नों को गले लगाते हैं,
कांटों में राह बनाते हैं।
भारत इस समय एक विपत्ति का सामना कर रहा है. ये विपत्ति चीन के विश्वासघात से पैदा हुई है. भारत के जो सूरमा सरहदों पर चीन को उसकी भाषा में जवाब दे रहे हैं वो जरा भी विचलित नहीं हैं. लेकिन हमारे ही देश में कुछ लोग ऐसे हैं जो चीन के नेताओं को अपना वैचारिक पूर्वज मानते हैं. चीन को चोट पहुंचते ही ये लोग अपना धीरज खोने लगते हैं और विचलित हो जाते हैं.
सबसे बड़ी बात ये है कि इस मुद्दे पर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का एक महत्वपूर्ण बयान आया है जिसमें उन्होंने देश को भरोसा दिलाया है कि सेना के जवानों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा. भारत के लिए उसकी एकता और अखंडता सबसे महत्वपूर्ण है. भारत शांति चाहता है लेकिन किसी भी उकसावे का मुंहतोड़ जवाब देने में भी सक्षम है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ये बातें मुख्यमंत्रियों के साथ कोरोना संक्रमण पर एक बैठक के दौरान कही और इस दौरान सभी ने दो मिनट का मौन रखकर शहीदों को श्रद्धांजलि भी दी.
प्रधानमंत्री मोदी ने इस मुद्दे पर 19 जून को एक सर्वदलीय बैठक बुलाई है. ये बैठक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए होगी और इस बैठक में प्रधानमंत्री सभी पार्टियों की राय जानने की कोशिश करेंगे और उन्हें सरकार के फैसलों से अवगत कराएंगे.
आपको याद होगा कि जब पुलवामा में हमारे जवान शहीद हुए थे तब भी प्रधानमंत्री के यही शब्द थे और फिर उसके बाद बालाकोट में जो हुआ वो सबको याद है.
इसके अलावा चीन के साथ सीमा विवाद पर बुधवार को भी दिन भर महत्वपूर्ण बैठकों का दौर जारी रहा. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत के अलावा थलसेना, वायुसेना, नौसेना के प्रमुखों के साथ बैठक की. इसके बाद रक्षा मंत्री, प्रधानमंत्री से मिलने पहुंचे.
इससे पहले भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने चीन के विदेशमंत्री से भी बात की. इस बातचीत से पहले चीन के विदेश मंत्रालय ने एक बयान में गलवान वैली को चीन का हिस्सा बताया.
इस बीच चीन के सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स ने एक बार फिर भारत को धमकी दी है और कहा है कि भारत में कुछ लोग सोचते हैं कि भारत की सेना चीन की सेना से ज्यादा मजबूत है. ग्लोबल टाइम्स के मुताबिक ये गलत धारणा है और ये बात व्यावहारिक नहीं है.
ग्लोबल टाइम्स ने एक वीडियो जारी करके ये भी दावा किया है कि चीन की सेना ने हाल ही में ऊंचे पहाड़ों पर एक युद्ध अभ्यास किया है. जिसमें टैंकों, मिसाइलों और लंबी दूरी की तोपों का भी इस्तेमाल किया गया है.
आज ही अमेरिका की एक इंटेलिजेंस रिपोर्ट में दावा किया गया है कि गलवान घाटी में हुई हिंसक झड़प में चीन के 35 सैनिकों की मौत हुई या घायल हुए हैं. ये उस सबूत गैंग को जवाब है जो इस बात पर यकीन नहीं करना चाहता कि भारत ने चीन की हरकत का मुहतोड़ जवाब दिया है.
इस दौरान सबसे ज्यादा खुश कोई है तो वो है पाकिस्तान. पाकिस्तान ने बुधवार को जम्मू के नौगाम सेक्टर में सीजफायर का उल्लंघन भी किया और भारत-चीन सीमा विवाद पर पाकिस्तान में जश्न मनाया जा रहा है और ऐसा ही जश्न देश का टुकड़े टुकड़े गैंग भी मना रहा है.