नए कृषि कानूनों (New Farm Law) के खिलाफ आंदोलन (Farmers Protest) कर रहे किसानों पर सरकार की अपील का कोई असर होता हुआ नजर नहीं आ रहा है. किसान संगठनों ने घोषणा की है कि आंदोलन तेज करते हुए अब बीजेपी और एनडीए नेताओं का घेराव किया जाएगा.
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नई दिल्ली: केंद्र सरकार के नए कृषि कानूनों (New Farm Law ) के खिलाफ 27 दिन से दिल्ली की सरहदों पर जमे बैठे सैकड़ों किसानों ने अपने आंदोलन (Farmers Protest) को और तेज करने का फैसला किया है. किसान संगठनों ने मंगलवार को कहा कि सरकार से जो चिट्ठी मिली है, उस पर फैसला बुधवार को लिया जाएगा.
संयुक्त किसान मोर्चा के नेता कुलवंत संधू (Kulwant Sandhu) ने कहा कि बड़े साहिब जादे और छोटे साहिब जादे के शहीदी दिवस पर 26, 27 दिसंबर को टिकरी और सिंघु बॉर्डर पर शहीदी दिवस बनाया जाएगा. इसके साथ ही 25 से 27 दिसंबर तक हरियाणा के सभी टोल प्लाजा भी फ्री करवाएं जाएंगे. उन्होंने आंदोलन (Farmers Protest) को तेज करते हुए बीजेपी और NDA के नेताओ का घेराव करने का ऐलान भी किया.
कुलवंत संधू (Kulwant Sandhu) ने कहा कि सरकार ने मुसलमानों के खिलाफ कानून बना कर हिन्दू वोट पक्की कर ली है. अब वे ऐसा ही किसानों के साथ करने की कोशिश कर रहे हैं. संधू ने आरोप लगाया कि ये कानून अन्नदाताओ के खिलाफ है. इंग्लैंड के 36 सांसदों और अमेरिका के 40 सीनेटर्स ने इस मुद्दे को लेकर वहां के भारतीय दूतावासों को पत्र लिखे हैं. लेकिन सरकार अब भी इस मुद्दे पर संजीदा नहीं दिख रही है.
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कुलवंत संधू (Kulwant Sandhu) ने नाराजगी जताते हुए कहा कि हमारे आंदोलन (Farmers Protest) में खाने पीने को लेकर मजाक उड़ाया जा रहा है. लेकिन मजाक उड़ाने वालों को पता होना चाहिए कि ये सरकार का खाना नही है. ये गुरुद्वारों द्वारा लगाए गए लंगर है. संधू ने कहा कि हमारी सभी रसद गांव और पिंडो से आ रही है. बड़ी संख्या में हमारे ट्रक जयपुर गुरुग्राम बॉर्डर पर रसद लेकर खड़े हैं.