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लखनऊ: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के पूर्व मुख्यमंत्री (Former CM Of UP) और बीजेपी (BJP) के वरिष्ठ नेता कल्याण सिंह (Kalyan Singh Passes Away) का शनिवार रात करीब 9 बजकर 15 मिनट पर लखनऊ में लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया. वह 89 साल के थे. कल्याण सिंह का अंतिम संस्कार 23 अगस्त को नरौरा में गंगा के घाट पर किया जाएगा.
यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने कल्याण सिंह के निधन पर शोक जताते हुए उत्तर प्रदेश में तीन दिन का राजकीय शोक घोषित किया है. उन्होंने उत्तर प्रदेश में 23 अगस्त को एक दिन के सार्वजनिक अवकाश की भी घोषणा की है.
आज सुबह 9 से 11 बजे तक लखनऊ में कल्याण सिंह के घर पर उनके अंतिम दर्शन होंगे. इसके बाद 11 से 1 बजे तक यूपी विधान सभा में अंतिम दर्शन के लिए कल्याण सिंह का पार्थिव शरीर रखा जाएगा. फिर 1 से 3 बजे तक बीजेपी दफ्तर में उनके अंतिम दर्शन होंगे. इसके बाद एयर एंबुलेंस से कल्याण सिंह के पार्थिव शरीर को उनके गृह जिले अलीगढ़ ले जाया जाएगा.
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संजय गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान (एसजीपीजीआई) की तरफ से शनिवार रात को जारी किए गए बयान में बताया गया कि पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह का लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया. उन्हें 4 जुलाई को भर्ती कराया गया था. लंबी बीमारी और कई अंगों के काम नहीं करने के कारण शनिवार रात उनका निधन हो गया.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कल्याण सिंह के निधन पर शोक जताया और कहा कि भारत की सांस्कृतिक विरासत को समृद्ध करने में उन्होंने अहम भूमिका निभाई और आने वाली पीढ़ियां इसके लिए उनकी आभारी रहेंगी. उन्होंने कल्याण सिंह के पुत्र राजवीर सिंह से बात की और संवेदना जताई.
प्रधानमंत्री ने ट्वीट कर कहा, ‘दुख की इस घड़ी में मेरे पास शब्द नहीं हैं. कल्याण सिंह जमीन से जुड़े बड़े राजनेता और कुशल प्रशासक होने के साथ-साथ एक महान व्यक्तित्व के स्वामी थे. उत्तर प्रदेश के विकास में उनका योगदान अमिट है. शोक की इस घड़ी में उनके परिजनों और समर्थकों के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं.’
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राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कल्याण सिंह के निधन पर शोक जताया और कहा कि उनका जनता के साथ अद्भुत जुड़ाव था. वहीं, उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू ने उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह के निधन पर शोक व्यक्त किया और उन्हें राष्ट्रवादी तथा बेमिसाल नेता बताया.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, 'हम सबके लिए दुखद समाचार है, प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री, राजस्थान और हिमाचल प्रदेश के पूर्व राज्यपाल और भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता कल्याण सिंह जी हमारे बीच नहीं रहें. बीते दो महीने से कल्याण सिंह अस्वस्थ थे.'
उन्होंने आगे कहा, 'हम सब दुखी हैं, उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री और एक जननेता के रूप में कल्याण सिंह ने शासन में शुचिता, दृढ़ता और मूल्यों के प्रति अपने कार्यकाल के दौरान जो आदर्श प्रस्तुत किए, वे आज भी मानक बने हुए हैं.'
योगी आदित्यनाथ ने कहा, ' श्री राम जन्मभूमि मंदिर आंदोलन के वह अग्रणी नेता थे. मर्यादा पुरूषोत्तम भगवान श्री राम के पावन स्थल पर भव्य राम मंदिर के निर्माण का कार्य आगे बढ़े, इसके लिए जरूरत पड़ी तो सत्ता छोड़ने में भी उन्हें कोई संकोच नहीं था. 6 दिसंबर 1992 को विवादित ढांचा गिरने के बाद इस बात की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए उन्होंने तत्काल मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दिया था. कल्याण सिंह जी का जाना न केवल समाज का और भारतीय राजनीति का बल्कि भारतीय जनता पार्टी की भी अपूर्णीय क्षति है. मैं दिवगंत आत्मा की शांति की प्रार्थना करता हूं.'
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सिंह के निधन पर शोक जताया और कहा कि वह एक ऐसे ‘विराट वटवृक्ष’ थे जिनकी छाया में भारतीय जनता पार्टी का संगठन पनपा और उसका विस्तार हुआ. शाह ने कहा कि कल्याण सिंह के निधन से पार्टी में ऐसी रिक्तता आई है जिसे लंबे समय तक भर पाना संभव नहीं है.
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