जी 20 शिखर सम्मेलन: आतंकवाद और आर्थिक मंदी से निपटने के लिए पीएम मोदी ने दुनिया को दिए 5 सुझाव
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जी 20 शिखर सम्मेलन: आतंकवाद और आर्थिक मंदी से निपटने के लिए पीएम मोदी ने दुनिया को दिए 5 सुझाव

आतंकवाद के खिलाफ संघर्ष को प्रमुख प्राथमिकताओं में जगह देने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ब्राज़ील की सराहना की है. 

ब्रिक्‍स देशों के नेताओं को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी. (फोटो: पीआईबी)

ओसाका: जापान के ओसाका शहर में ब्रिक्‍स देशों के नेताओं की बैठक के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दुनिया के सामने मौजूद तीन प्रमुख चुनौतियों का जिक्र किया है. अपने संबोधन के दौरान, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जिन तीन चुनौतियों का जिक्र किया है, उसमें विश्‍व की आर्थिक मंदी, समावेशी विकास और आतंकवाद शामिल हैं. अपने संबोधन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विश्व की अर्थव्यवस्था में मंदी और अनिश्चितता के विषय पर कहा कि  नियमों पर आधारित बहुपक्षीय अंतर्राष्ट्रीय व्यापार व्यवस्था पर एक तरफा निर्णय और प्रतिद्वंद्विता हावी हो रहे हैं. दूसरी ओर, संसाधनों की कमी इस तथ्य में झलकती है कि इमर्जिंग मार्केट इकॉनामीज़ के इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश के लिए अंदाजन 1.3 ट्रिलियन डालर की कमी है.

  1. ब्रिक्स नेताओ की बैठक के दौरान प्रधानमंत्री ने बताई तीन प्रमुख चुनौतियां
  2. आतंकवाद, आर्थिक मंदी और विकास को प्रधानमंत्री ने बताया प्रमुख चुनौती
  3. आतंकवाद के मुद्दे पर सभी देशों को एक मंच पर आने का किया है आह्वान

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दूसरी बड़ी चुनौती का जिक्र करते हुए विकास और प्रगति को समावेशी और सस्टेनेबल बनाने पर जोर दिया है. उन्‍होंने कहा कि तेजी से बदलती हुई टेक्नोलॉजी जैसे कि डिजिटलाइजेशन और क्लाइमेट चेंज सिर्फ हमारे लिए ही नहीं, आने वाली पीढ़ियों के लिए भी चिंता के विषय हैं. विकास तभी सही मायने में विकास है, जब वो असमानता घटाए और सशक्तिकरण में योगदान दे. 

देखिए बहस: आतंक के खिलाफ G20, ब्रिक्स वार्ता में मोदी की मुहीम

आतंकवाद का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आतंकवाद सारी मानवता के लिए सबसे बड़ा खतरा है. यह निर्दोषों की जान तो लेता ही है, आर्थिक प्रगति और सामाजिक स्थिरता पर बहुत बुरा असर भी डालता है. हमें आतंकवाद और जातिवाद को समर्थन और सहायता के सभी रास्ते बंद करने होंगे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में तीनों चुनौतियों से निपटने के लिए पांच प्रमुख सुझाव दिए हैं. 

अपने पहले सुझाव में उन्‍होंने कहा कि ब्रिक्‍स देशों के बीच तालमेल से एकतरफा फैसलों के दुष्परिणामों का निदान कुछ हद तक हो सकता है. हमें रिफार्मड् मल्टीलेटरलिज़्म के लिए अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय और व्यापारिक संस्थाओं तथा संगठनों में आवश्यक सुधार पर ज़ोर देते रहना होगा. अपने दूसरे सुझाव में उन्‍होंने कहा कि निरंतर आर्थिक विकास के लिए आवश्यक ऊर्जा के संसाधन जैसे तेल और गैस कम कीमतों पर लगातार उपलब्ध रहने चाहिए.

G20 शिखर सम्मेलन: आतंकवाद के खिलाफ समर्थन के लिए पीएम मोदी ने ब्राजील का किया धन्यवाद

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दुनिया को दिए तीसरे सुझाव में कहा है कि न्‍यू डेवलपमेंट बैंक द्वारा सदस्य देशों के भौतिक और सामाजिक इंफ्रास्ट्रक्चर तथा रिनिवल एनर्जी कार्यक्रमों में निवेश को अधिक प्राथमिकता मिलनी चाहिए. आपदा प्रतिरोधी संरचना के लिए गठबंधन पर भारत की पहल अल्प विकसित और विकासशील देशों को प्राकृतिक आपदा का सामना करने के लिए उचित इंफ्रास्ट्रक्चर में सहायक होगी. उन्‍होंने सभी सदस्‍य देशों से इस गठबंधन में शामिल होने का आह्वान भी किया है. 

अपने चौथे सुझाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि विश्व भर में कुशल कारीगरों का आवागमन आसान होना चाहिए. इससे उन देशों को भी लाभ होगा जहां आबादी का एक बड़ा हिस्सा कामकाज की उम्र पार कर चुका है. आतंकवाद के मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपना पांचवां सुझाव देते हुए कहा कि कहा कि मैंने हाल ही में आतंकवाद पर एक ग्‍लोबल कांफ्रेंस का आह्वान किया है.

 

आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई के लिए ज़रूरी सहमति का अभाव हमें निष्क्रिय नहीं रख सकता. आतंकवाद के खिलाफ संघर्ष को प्रमुख प्राथमिकताओं में जगह देने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ब्राज़ील की सराहना की है.

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