नए कृषि कानूनों (Agricultural Law) के विरोध में किसान दिल्ली के बॉर्डर पर विरोध प्रदर्शन (Farmers Protest) कर रहे हैं. सूत्रों के मुताबिक, कृषि बिल निरस्त नहीं होगा. किसानों की बैठक में फैसला लिया गया कि 32 संगठनों के नेता सरकार से बातचीत करने जाएंगे.
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नई दिल्ली: नए कृषि कानूनों (Agricultural Law) के विरोध में किसानों के प्रदर्शन (Farmers Protest) आज छठा दिन है. गाजीपुर बॉर्डर पर बैरिकेड तोड़ने की कोशिश की गई. सिंघु और टीकरी बॉर्डर आज भी बंद. ZEE NEWS के जरिए किसानों ने सरकार से MSP पर गारंटी देने की अपील की है. सरकार ने मामले का हल निकालने के लिए किसानों बुलाया है. किसानों और सरकार के बीच बातचीत शुरू हो गई है. जानिए इस बड़ी खबर का पल-पल का अपडेट:
- भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने जानकारी दी है कि आज शाम 7 बजे विज्ञान भवन में कृषि मंत्री के साथ एक और बैठक होगी. बैठक में भारतीय किसान यूनियन उत्तराखंड, यूपी, दिल्ली और हरियाणा के किसानों का एक डेलिगेशन कृषि मंत्री से मुलाकात करेगा. इस मुलाकात के बाद तय करेंगे कि क्या फैसला लेना है. उन्होंने कहा कि दोनों बैठकों के बाद ही आंदोलन को नई दिशा दी जिएगी.
- सूत्रों के मुताबिक सरकार और किसान नेताओं के बीच दो दौर की बातचीत होगी. पहले दौर में नरेंद्र सिंह तोमर और पीयूष गोयल के साथ सोम प्रकाश शामिल हैं. यदि बैठक बेनतीजा रहती है तो रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह दूसरे दौर की बैठक की अगुवाई करेंगे.
- सरकार और किसान नेताओं के बीच बातचीत शुरू हो चुकी है. बैठक में कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर भी मौजूद हैं.
- किसानों को समर्थन देने के लिए शाहीन बाग की दादी बिलकिस बानो सिंघु बॉर्डर पंहुच रही हैं. शाहीन बाग में हुए एंटी CAA प्रोटेस्ट का चेहरा रही हैं शाहीन बाग की दादी बिलकिस बानो.
- 3 मंत्री और बीजेपी अध्यक्ष किसानों से बात करेंगे. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, पीयूष गोयल किसानों से बात करेंगे. नरेंद्र तोमर भी बातचीत में शामिल होंगे. बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा भी मौजूद रहेंगे. गृह मंत्री अमित शाह वार्ता में हिस्सा नहीं लेंगे.
- थोड़ी देर में किसान और सरकार के बीच बातचीत शुरू होगी. बैठक विज्ञान भवन में होगी. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के नेतृत्व में बातचीत हो सकती है. बैठक में गृह मंत्री अमित शाह भी शामिल हो सकते हैं.
- सूत्रों के मुताबिक, सरकार किसानों को रुख स्पष्ट कर सकती है. कृषि बिल निरस्त नहीं होगा. मंडी प्रणाली खत्म नहीं होगी. किसानों की हर आशंका को दूर किया जाएगा.
- किसान आंदोलन के समर्थन में हरियाणा के चरखी दादरी से निर्दलीय विधायक सोमबीर सांगवान ने खट्टर सरकार से समर्थन वापस ले लिया है. सांगवान ने सोमवार को हरियाणा पशुधन विकास बोर्ड के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था. हरियाणा में खाप पंचायत ने किसान आंदोलन को अपना समर्थन दिया है.
- किसानों से बातचीत को लेकर बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा (JP Nadda) के घर पर बैठक हुई. गृह मंत्री अमित शाह (Amit shah), रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh), कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर, रेल मंत्री पीयूष गोयल बैठक में शामिल रहे.
- किसानों ने गाजीपुर बॉर्डर पर बैरिकेड तोड़ने की कोशिश की. अभी तक टीकरी बॉर्डर, सिंघु बॉर्डर ट्रैफिक के लिए पूरी तरह से बंद है. टीकरी के पास लामपुर बार्डर पर कुछ लोग धरने पर बैठे थे, तो पुलिस ने बंद किया हुआ है. गाजीपुर बॉर्डर पर यूपी गेट की तरफ का रास्ता बंद किया है लेकिन ऊपर से एनएच-24 का ट्रैफिक खुला है. दिल्ली से गौतम बुद्ध नगर की मूर्ति की तरफ से नोएडा के रास्ता भी खुला है.
राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर साधा निशाना
उधर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने किसान आंदोलन पर मोदी सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा,'अन्नदाता सड़कों-मैदानों में धरना दे रहे हैं और ‘झूठ’ टीवी पर भाषण! किसान की मेहनत का हम सब पर क़र्ज़ है। ये क़र्ज़ उन्हें न्याय और हक़ देकर ही उतरेगा, न कि उन्हें दुत्कार कर, लाठियाँ मारकर और आंसू गैस चलाकर। जागिए, अहंकार की कुर्सी से उतरकर सोचिए और किसान का अधिकार दीजिए.'
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‘झूठ’ टीवी पर भाषण!किसान की मेहनत का हम सब पर क़र्ज़ है।
ये क़र्ज़ उन्हें न्याय और हक़ देकर ही उतरेगा, न कि उन्हें दुत्कार कर, लाठियाँ मारकर और आंसू गैस चलाकर।
जागिए, अहंकार की कुर्सी से उतरकर सोचिए और किसान का अधिकार दीजिए।
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) December 1, 2020
अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा अब 'ख़त्म'
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि कृषि कानूनों की आड़ में किसानों की जमीन हड़पने का षडयंत्र रचा गया है. अखिलेश यादव ने कहा,'आय दोगुनी करने का जुमला देकर कृषि क़ानून की आड़ में किसानों की ज़मीन हड़पने का जो षडयंत्र है वो हम खेती-किसानी करनेवाले अच्छे से समझते है. हम अपने किसान भाइयों के साथ हमेशा की तरह संघर्षरत हैं, जिससे एमएसपी, मंडी व कृषि की सुरक्षा करनेवाली संरचना बची-बनी रहे. भाजपा अब ख़त्म!'
आय दोगुनी करने का जुमला देकर कृषि क़ानून की आड़ में किसानों की ज़मीन हड़पने का जो षडयंत्र है वो हम खेती-किसानी करनेवाले अच्छे से समझते है. हम अपने किसान भाइयों के साथ हमेशा की तरह संघर्षरत हैं, जिससे एमएसपी, मंडी व कृषि की सुरक्षा करनेवाली संरचना बची-बनी रहे.
भाजपा अब ख़त्म!
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) December 1, 2020
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