एक जानकारी के मुताबिक देश में करीब 50 प्रतिशत बिजली के उपकरण तय मानकों से नीचे बिक रहे हैं. इसके कारण आग लगने और दूसरी तरह की दुर्घटनाएं बढ़ रही हैं. बिना बिल और बड़ी कंपनियों के नकली मार्के के कारण सरकार को भी राजस्व का नुकसान हो रहा था
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नई दिल्लीः GST के आने से देश में नकली बिजली उपकरणों और इलकेट्रॉनिक्स आइटम के कारोबार में 50 से 60 परसेंट की कमी आई है. इंडियन इलेक्ट्रिकल्स एंड इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्यूफैक्चर्स एसोसिएशन के मुताबिक GST आने के बाद देश में इलेक्ट्रिकल्स और इलेक्ट्रॉनिक्स आइटम का कारोबार करीब 15 परसेंट बढ़ा है. एसोसिएशन के अध्यक्ष श्रीगोपाल काबरा ने बताया कि GST के पूरे फायदे हमें तब दिखेंगे जब ई-वे बिलिंग लागू हो जाएगा.फिलहाल सरकार ने ई वे बिलिंग के लिए एक जून की तारीख तय की है.
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एक जानकारी के मुताबिक देश में करीब 50 प्रतिशत बिजली के उपकरण तय मानकों से नीचे बिक रहे हैं. इसके कारण आग लगने और दूसरी तरह की दुर्घटनाएं बढ़ रही हैं. बिना बिल और बड़ी कंपनियों के नकली मार्के के कारण सरकार को भी राजस्व का नुकसान हो रहा था. रवाइन समूह के चेयरमैन विजय कैरा के मुताबिक GST आने के बाद नकली माल काफी मात्रा में बंद हो गया है. इसकी वजह से संगठित कंपनियों के कारोबार में बढ़तोरी हो रही है और जो कंपनियां पहले नकली माल बना रही थी, वो भी अब अपने उपकरणों को बेहतर बनाने की कोशिश कर रही है.
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GST से बिजली उपकरण इंडस्ट्री को मिले फायदे के बाद अब इंडस्ट्री सरकार से बिजली क्षेत्र को भी GST के दायरे में लाने की अपील कर रही है. सरकार ने भी कहा है कि वो इस बारे में विचार कर रही है. विजय कैरा के मुताबिक अगर बिजली क्षेत्र भी GST के दायरे में आता है तो इसका फायदा आम ग्राहकों को भी मिलेगा.