Gujarat, Himachal Election 2022: भारतीय निर्वाचन आयोग (Election Commission of India) आज दोपहर 3 बजे के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन करेगा. बताया जा रहा है कि इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में गुजरात और हिमाचल प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनावों की तारीखों का ऐलान किया जाएगा.
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Election Commission Press Conference Today: भारतीय निर्वाचन आयोग (Election Commission of India) आज दोपहर 3 बजे के बाद एक प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन करेगा. बताया जा रहा है कि इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में गुजरात और हिमाचल प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनावों की तारीखों का ऐलान किया जाएगा. बता दें कि दोनों ही राज्यों में इस साल के अंत तक चुनाव की अटकलें लगाई जा रही थीं. ऐसे में आज सबकी नजर इस पीसी पर होगी कि आखिर दोनों जगह चुनाव कब होंगे.
गुजरात में 2017 के चुनाव में क्या थी स्थिति
2017 में गुजरात विधानसभा चुनाव की 198 सीटों के लिए 2 चरणों में हुए थे. औसतन 68.41 फीसदी मतदान हुआ था. इन चुनावों में भारतीय जनता पार्टी ने 99 सीटों पर तो कांग्रेस ने 77 सीटों पर जीत दर्ज की थी. एनसीपी को 1, भारतीय ट्राइबल पार्टी को 2 और निर्दलीय उम्मीदवारों को तीन सीटों पर जीत मिली थी. इससे पहले 2012 में हुए चुनाव में बीजेपी को 115 सीटें मिली थीं, जबकि कांग्रेस को 61 सीटों पर जीत मिली थी.
Election Commission of India to hold a press conference later today, in Delhi. The election schedule of Assembly elections to Gujarat and Himachal Pradesh to be announced. pic.twitter.com/Xd2NGdfnmQ
— ANI (@ANI) October 14, 2022
आज दोपहर 3 बजे इलेक्शन कमीशन की प्रेस कॉन्फ्रेंस, गुजरात-हिमाचल की चुनाव तारीखों का हो सकता है ऐलान #AssemblyPolls #ElectionCommission @Payodhi_Shashi @Ravi_ZeeNews pic.twitter.com/o4UJV4rxFb
— Zee News (@ZeeNews) October 14, 2022
हिमाचल में पिछले चुनाव में कौन था आगे
हिमाचल प्रदेश में नवंबर 2017 में 68 सीटों पर विधानसभा चुनान हुए थे. इसमें बीजेपी को 44 सीटों पर जीत मिली थी, जबकि कांग्रेस के खाते में 21 सीटें आईं थीं. तीन सीटों पर अन्य दलों का कब्जा रहा था. वोट पर्सेंटेज की बात करें तो बीजेपी को कुल 48.8 फीसदी वोट मिले ते, जबकि कांग्रेस को राज्य में 41.7 प्रतिशत वोट मिले थे. तब कांग्रेस ने सवर्ण मतों को अपने पाले में लाने के लिए पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के परिवार का सहारा लिया था, लेकिन पिछले चुनाव में बीजेपी के लिए सबसे बड़ी चिंता ये थी कि मुख्यमंत्री पद के दावेदार प्रेम कुमार धूमल और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष चुनाव हार गए थे. ऐसे में बीजेपी इस बार पिछली गलतियों से जरूर कुछ न कुछ सबक लेगी और रिजल्ट को बेहतर बनाने की कोशिश करेगी.
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