H3N2-कोरोना का कॉम्बिनेशन है कितना खतरनाक? कोविड रिटर्न्स पर आई टेंशन देने वाली ये खबर
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H3N2-कोरोना का कॉम्बिनेशन है कितना खतरनाक? कोविड रिटर्न्स पर आई टेंशन देने वाली ये खबर

Coronavirus Cases In India: कोरोना वायरस (Coronavirus) और एच3एन2 (H3N2) का एक साथ आना भारतीयों की मुश्किल बढ़ा सकता है. कई राज्यों में कोरोना टॉप गेयर में चल रहा है. आइए जानते हैं कि इससे बचाव कैसे करें?

H3N2-कोरोना का कॉम्बिनेशन है कितना खतरनाक? कोविड रिटर्न्स पर आई टेंशन देने वाली ये खबर

H3N2 Common Name: क्या आपको याद है कोरोना वायरस (Coronavirus) को लेकर पहली बार देश में कब लॉकडाउन (Lockdown) लगा था? ये डेट शायद ही अब आपको याद हो, करीब-करीब हर कोई उस डेट को भूल चुका है. हम सब कोरोना काल में बरती गई सावधानियों को भी भूल गए हैं. आज हम कोरोना वायरस की बात इसलिए कर रहे हैं क्योंकि देश में कोरोना वायरस की रफ्तार बहुत तेजी से बढ़ी है, जो बहुत बड़े खतरे का संकेत है. हम सबने मास्क पहनना छोड़ दिया है. सोशल डिस्टेंसिंग को भूल गए हैं. कोरोना के समय में हम बार-बार हाथ धोते थे लेकिन हम अब ऐसा नहीं करते. अगर हमें आज कोई मास्क लगाए दिखता है तो हम उसका मजाक बनाने लगते हैं. कुल मिलाकर हम कोरोना काल में बरती गई सावधानियों को भूला बैठे हैं. हम उन दर्दनाक तस्वीरों को भी भूल गए हैं जब अस्पतालों में चीख-पुकार मची हुई थी. अस्पतालों में कोरोना पेशंट्स के लिए बेड तक नहीं मिल रहे थे. श्मशान में दाह संस्कार के लिए भी लाइनें लगी हुई थीं. सवाल है कि क्या हम फिर उसी रास्ते पर जा रहे हैं. ये हम इसलिए कह रहे हैं क्योंकि देश के कई राज्यों में कोरोना टॉप गेयर में है. जिसने केंद्र सरकार को भी अलर्ट कर दिया है.

किस राज्य में बढ़े कितने केस?

स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय (Ministry Of Health and Family Welfare) के मुताबिक, महाराष्ट्र में कोरोना के कुल 926 केस हैं, जिसमें 265 केस पिछले 24 घंटे में रिपोर्ट हुए हैं. गुजरात में कोरोना के इस वक्त 435 केस हैं, जिसमें 119 केस पिछले 24 घंटे में आए हैं. उत्तर प्रदेश में 61 कोरोना केस हैं, जिसमें 19 नए केस 24 घंटे में रिपोर्ट हुए हैं. देश की राजधानी दिल्ली में 107 केस आए हैं, 32 नए केस पिछले 24 घंटे में आए हैं. कर्नाटक में 587 केस हैं, यहां 24 घंटे में 76 नए केस आए हैं. तमिलनाडु में कोरोना के कुल 284 केस हैं, लेकिन यहां भी वायरस ने अपनी रफ्तार बढ़ाई है. यहां 24 घंटे में 49 नए केस रिपोर्ट हुए हैं. केरल का सबसे बुरा हाल है. यहां कुल केस की संख्या 1625 है, जिनमें 104 केस पिछले 24 घंटे में आए हैं.

109 दिन में पहली बार हुआ ऐसा

109 दिनों में ऐसा पहली बार हुआ है जब एक्टिव मामलों की संख्या 5000 को क्रॉस कर गई है. हमारे देश में कोरोना वायरस के संक्रमण की स्थिति को समझने के लिए आप इसी महीने का ग्राफ देखिए. पिछले 9 दिन में ये ग्राफ लगातार ऊपर जा रहा है. भारत में 8 मार्च तक कोरोना के कुल केस 2082 थे. जो 15 मार्च तक बढ़कर 3,264 हो गए थे. वहीं 16 मार्च को कोरोना के 700 से ज्यादा केस रिपोर्ट हुए. अब देश में एक्टिव केस 5 हजार से ज्यादा हैं. 8 मार्च से लेकर 17 मार्च के बीच डेडली वायरस की रफ्तार दोगुनी से भी ज्यादा है.

कोरोना और H3N2 का डेडली कॉम्बिनेशन

कोरोना और H3N2 का एक साथ आना बहुत डेडली कॉम्बिनेशन हो सकता है. H3N2 इन्फ्लूएंजा के केस बहुत तेजी से बढ़े हैं. ये वायरस पहली बार देश में मौत का कारण बना है. H3N2 इन्फ्लूएंजा हर उम्र के लोगों पर अटैक कर रहा है, ठीक उसी समय कोरोना के केस का बढ़ना टेंशन का कारण बन गया है. अब कुछ राज्यों का एक हफ्ते का डेटा आपके सामने रखते हैं.

महाराष्ट्र में एक सप्ताह पहले संक्रमण के मामले 355 थे जो अब 925 से ज्यादा हैं यानी डबल से ज्यादा. गुजरात में एक सप्ताह में कोविड-19 के मामले 105 से बढ़कर 435 हो गए हैं. तेलंगाना में संक्रमण के मामले एक सप्ताह में 132 से बढ़कर 281 हो गए हैं. तमिलनाडु की बात करें तो यहां 7 दिन पहले कोरोना के कुल केस 170 थे जो अब बढ़कर 284 हो गए हैं. केरल में एक सप्ताह में कोरोना वायरस के मामले 434 से बढ़कर 1,625 तक पहुंच गए हैं. जिससे साफ है कि केरल में कोरोना का बड़ा विस्फोट हुआ है. कर्नाटक में इस दौरान संक्रमण के मामले 493 से बढ़कर 587 हो गए हैं.

कोरोना वायरस की रफ्तार ने केंद्र सरकार की टेंशन भी बढ़ाई है. केंद्र सरकार ने महाराष्ट्र, गुजरात, तेलंगाना, तमिलनाडु, कर्नाटक और केरल सरकार को चिट्ठी लिखकर सावधानी बरतने की सलाह दी है. इस चिट्ठी में केंद्र ने राज्य सरकारों को हालात का जायजा लेने और माइक्रो लेवल पर सर्विलांस, टेस्टिंग और मॉनिटरिंग बढ़ाने के निर्देश दिए हैं. केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने राज्यों को लिखे अपने पत्र में जोर देते हुए कहा कि कुछ राज्यों में बड़ी संख्या में कोरोना के मामले सामने आ रहे हैं और लापरवाही की वजह से केस बढ़ रहे हैं.

कोरोना वायरस एक बहरूपिया वायरस है. कोरोना वायरस जितनी बार म्यूटेट हुआ है ये उतना ही डेडली हुआ है. कोरोना के केस जिस तेजी से डबल हुए हैं उससे भारत में कोरोना महामारी की अगली लहर की आशंका बन गई है. कोरोना के नए मामलों में बढ़ोतरी के पीछे इसके सब-वेरिएंट XBB.1.16 और XBB.1.15 के होने की संभावना जताई जा रही है. कोरोना वायरस का XBB.1 वेरिएंट बेहद संक्रामक था और इसका ये नया सब वेरिएंट और भी ज्यादा तेजी से नए लोगों में फैल सकता है. खतरा इसलिए भी अधिक है क्योंकि ये वैक्सीन से बनी इम्यूनिटी को भी बाइपास कर सकता है.

इस वेरिएंट को लेकर पूरी दुनिया में जीनोम सीक्वेंसिंग की गई है. इस सीक्वेंसिंग में XBB.1.16 वेरिएंट के सबसे ज्यादा 48 मामले भारतीय सैंपल में ही मिले हैं, जबकि ब्रुनेई में 22, अमेरिका में 15 और सिंगापुर में 14 सैंपल में ये सीक्वेंस मिला है. इस सीक्वेंस के आधार पर प्लेटफार्म ने एक रिपोर्ट जारी की है, जिनमें भारत समेत इन चार देशों में कोरोना के नए मामलों में अचानक बहुत बड़ा अंतर देखने को मिला है.

शरीर को स्वस्थ रहने और सुचारू रूप से काम करने के लिए इम्यूनिटी का मजबूत होना बहुत जरूरी है लेकिन नया वायरस सीधा इम्यूनिटी पर अटैक कर रहा है. जिनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर है उन लोगों के लिए ये बड़ा खतरा है. कोरोना वायरस केस का अचानक डबल होना और इसके सब वेरिएंट का एक साथ आना, एक नए खतरे का संकेत है. वो भी तब जब H3N2 पहले ही बहुत तेजी से फैल रहा है. एक साथ दो वायरस का अटैक व्यक्ति को बहुत बड़ी मुसीबत में डाल सकता है. डॉक्टर्स भी कोरोना के सब वेरिएंट को लेकर अलर्ट कर रहे हैं.

हम आपको कोरोना और H3N2 को लेकर लगातार अपडेट दे रहे हैं, लेकिन बचाव सिर्फ और सिर्फ आपके हाथ में हैं. साफ-सफाई का ख्याल रखिए, मास्क लगाइए, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कीजिए और हाथ बार-बार धोते रहिए. दोनों वायरस को हराने का यही सबसे किफायती उपाय है. यही उपाय और सावधानियां कोरोना की नई लहर आने से भी रोक सकते हैं.

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