HSSC Forest Ranger Controversy: हरियाणा के वन विभाग में फॉरेस्ट रेंजर के पदों पर भर्ती निकाली गई है, लेकिन नोटिफिकेशन के एक हिस्से को लेकर कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने सत्ताधारी भाजपा (BJP) पर सियासी हमला बोला है. जानिए क्या है पूरा मामला?
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HSSC Job Notification: हरियाणा के वन विभाग में खाली पड़े पदों को भरने के लिए एक नोटिफिकेशन जारी किया गया है. नोटिफिकेशन आने के बाद प्रदेश भर में बवाल शुरू हो गया. HSSC के द्वारा फॉरेस्ट रेंजर के पदों के लिए भर्ती निकाली गई है जिसमें महिलाओं के लिए भी पद दिए गए हैं. नोटिफिकेशन में महिलाओं की छाती मापने की बात कही गई है और यही से सारा बवाल शुरू हुआ है. नोटिफिकेशन के बाद कांग्रेस के नेता रणदीप सुरजेवाला ने भाजपा पर सियासी हमला किया है. HSSC द्वारा जारी नोटिफिकेशन में महिलाओं की चेस्ट साइज 74 सेमी (अनएक्सपेंडेट) और 79 सेमी (एक्सपेंडेट) की अनिवार्यता दी गई है.
कांग्रेस ने किया हंगामा
विपक्ष ने इस नोटिफिकेशन को लेकर सत्ताधारी पार्टी बीजेपी पर निशाना साधा है और इसे पूरी तरह से तुगलकी फरमान बताया है. कांग्रेस के नेता रणदीप सुरजेवाला का कहना है कि NDA और जब घने जंगलों में फॉरेस्ट गॉर्ड की तैनाती की जाती है तो भी इस तरह का आदेश नहीं दिया जाता है. इन सभी भर्ती प्रक्रियाओं में छाती मापने को नहीं रखा गया है. जब केंद्र में ऐसा कोई नियम नहीं तो हरियाणा में क्यों? रणदीप सुरजेवाला ने आगे कहा कि राज्य सरकार को तुरंत इस फरमान को वापस लेना चाहिए. इस नियम को खत्म करके सभी अभ्यर्थियों को मौका देना चाहिए.
खट्टर सरकार का नया “तुगलकी” फ़रमान !
अब हरियाणा की बेटियों की “छातियाँ मापेंगे” - फारेस्ट रेंजर व डिप्टी फारेस्ट रेंजर की भर्ती के लिए !
7 जुलाई, 2023 को बाक़ायदा नोटिस जारी कर कहा है कि इन दोनों पोस्ट के लिये उम्मीदवार युवतियों/महिलाओं का “अनएक्सपेंडेड चेस्ट” 74 सैंटी मीटर व… pic.twitter.com/SfV6kaxaLX
— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) July 8, 2023
कांग्रेस नेता ने किया पोस्ट
कांग्रेस नेता ने इस मुद्दे को लेकर ट्विटर पर एक लंबा-चौड़ा पोस्ट किया जिसमें उन्होंने लिखा कि खट्टर सरकार का नया 'तुगलकी फरमान'. अब हरियाणा की बेटियों की 'छातियां मापेंगे' - फारेस्ट रेंजर व डिप्टी फारेस्ट रेंजर की भर्ती के लिए. उन्होंने आगे लिखा कि क्या खट्टर जी दुष्यंत चौटाला जानते नहीं कि सेंट्रल पुलिस ऑर्गेनाइजेशन में भी महिलाओं की 'छाती' मापने का कोई मापदंड नहीं है?