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पटना: बिहार की राजनीति में उस समय हलचल मच गई जब एक IAS अधिकारी बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) के खिलाफ FIR दर्ज कराने पहुंच गए. बिहार कर्मचारी चयन आयोग (BSSC) के पूर्व सचिव सुधीर कुमार ने जालसाजी, झूठे कागजात और गलत सबूत लगाकर फंसाने का आरोप लगाते हुए पटना के SCST थाने में लिखित शिकायत दी है. बिहार सरकार और कई IPS अधिकारियों पर फंसाने का लगाया आरोप लगाया है.
बिहार कर्मचारी चयन आयोग (BSSC) के पूर्व सचिव सुधीर कुमार इसी साल की 5 मार्च को भी शास्त्रीनगर थाने में एफआईआर दर्ज कराने गए थे और पटना एसएसपी और सचिवालय डीएसपी के सामने लिखित शिकायत की थी इस मामले में 4 माह बाद भी एफआईआर नहीं हुई है. एफआईआर दर्ज नहीं होने पर आरटीआई से जवाब मांगा था लेकिन कोई जवाब नहीं आया. एक बार फिर सुधीर कुमार ने आज SCST थाने में लिखित शिकायत दी है. वहीं इस पूरे मामले पर SCST थाना के इंस्पेक्टर ने बताया कि जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी.
मामले ने राजनीतिक रंग भी ले लिया है. आरजेडी नेता व बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार पर निशाना साधा है. तेजस्वी ने ट्वीट किया है, 'बिहार के एक अपर मुख्य सचिव, CM नीतीश कुमार और उनकी काल कोठरी के भ्रष्ट अधिकारियों के खिलाफ सैंकड़ों पन्नों के ठोस साक्ष्य सहित FIR दर्ज कराने थाने पहुंचे हैं लेकिन उनकी FIR नहीं ली जा रही है. मुख्यमंत्री ने कुछ गलत नहीं किया तो फिर FIR से क्यों डरे हुए हैं?
शर्मनाक और निंदनीय!
बिहार में एक अपर मुख्य सचिव स्तर के वरिष्ठ अधिकारी को FIR दर्ज कराने के लिए तरसना पड़ रहा है। बिहार में आप गवर्नेंस की बस कल्पना करिए!
ऐसे ही थोड़े ना मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भ्रष्टाचार के भीष्म पितामह कहलाए जाते है। https://t.co/R2HbqtTqJ4
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) July 17, 2021
बता दें कि सुधीर कुमार बिहार कर्मचारी चयन आयोग के पूर्व सचिव हैं. उन पर आरोप था कि 2014 में सचिव पद पर रहने के दौरान इंटर स्तरीय संयुक्त परीक्षा का पेपर लीक हुआ था, जिसमें उन्हें दोषी बताया गया था. इसी मामले में 2017 में उनको निलंबित करते हुए गिरफ्तार किया गया था.
(INPUT: ANI)
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