ईद-उल-अजहा (Eid al-Adha) से एक दिन पहले लोगों ने बाजारों में खरीददारी की. बैंकों के एटीएम के सामने लोगों की अच्छी खासी कतार भी देखने को मिली.
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नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर से विशेष राज्य का दर्जा हटाए जाने के बाद से ही घाटी को लेकर तमाम अफवाहें बदस्तूर जारी हैं. इन सबके बीच, रविवार को कश्मीर में हालात सामान्य नजर आए. धारा 144 हटने के बाद लोगों ने बाजारों की ओर रुख किया. वहीं, आईबी ने अलर्ट जारी करते हुए कहा है कि जैश-ए-मोहम्मद के फिदायीन आतंकी बकरीद के त्योहार पर हमले की बड़ी साजिश रच रहे हैं. रिपोर्ट के अनुसार, कश्मीर के अलग-अलग इलाकों में ये फिदायीन, पुलवामा आतंकी हमले जैसे ही घटना को अंजाम दे सकते हैं.
ईद-उल-अजहा (Eid al-Adha) से एक दिन पहले लोगों ने बाजारों में खरीददारी की. बैंकों के एटीएम के सामने लोगों की अच्छी खासी कतार भी देखने को मिली. वहीं, रविवार का दिन होने के बावजूद बैंक आदि खुले रहे. डिविजनल कमिश्नर बशीर खान ने बताया कि कश्मीर में माहौल ठीक है. हमने लोगों के लिए सुविधाएं बढ़ाई हैं. उन्होंने कहा कि सोमवार (12 अगस्त) को बकरीद है और इसे ध्यान में रखते हुए कश्मीर में साफ-सफाई का ध्यान भी रखा जा रहा है.
बशीर खान ने बताया कि लोगों से बातचीत की जा रही है और उनकी परेशानी सुनी जा रही है. उन्होंने बताया कि लोगों के लिए डॉक्टरों की टीम मौजूद है और सारी मेडिकल सुविधाएं उपस्थित हैं. सूमो वाहन को हायर कर अस्पतालों के लिए लगाया गया है. उन्होंने बताया कि सभी कर्मचारियों को वेतन दे दिया गया है. बशीर खान ने बताया कि प्रशासन ने श्रीनगर शहर में कुर्बानी के बकरों के लिए छह मंडियां स्थापित की हैं. इन मंडियों में ढाई लाख बकरे कुर्बानी के लिए लाए गए हैं. उन्होंने बताया कि हर जिले में फ़ोन की व्यवस्था बढ़ाई जा रही है.
जम्मू-कश्मीर से विशेष राज्य का दर्जा हटाए जाने के बाद से ही पाकिस्तान द्वारा कश्मीर में माहौल खराब करने की लगातार कोशिशें की जा रही हैं. खबर है कि ईद-उल-अजहा के मौके पर पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई (ISI) ने कश्मीर में पुलवामा आतंकी हमले जैसी ही घटना करने की योजना बनाई हैं. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, भारतीय एजेंसियों की खुफिया रिपोर्ट में कहा गया है कि आईएसआई ने इस आतंकी हमले की जिम्मेदारी जैश-ए-मोहम्मद (Jaish-e-Mohammed) को दी है. पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई ने इसके लिए जैश कमांडर असगर रऊफ से रावलपिंडी में मीटिंग की.
खुफिया रिपोर्ट की मानें तो, दो दिन पहले जैश-ए-मोहम्मद के 6-7 आतंकियों के समूह ने घाटी में घुसपैठ की है. बताया जा रहा है कि ये सभी आतंकी फिदायीन हमलावर हैं और सेना की वर्दी में हमले को अंजाम दे सकते हैं. रिपोर्ट के अनुसार, बताया जा रहा है कि कश्मीर में लगातार सुधर रहे हालातों को बिगाड़ने के लिए इस हमले की साजिश रची गई है. आईएसआई ने इन जैश आतंकियों को दक्षिणी कश्मीर में बड़े फिदायीन आतंकी हमले के लिए भेजा है.
बताया जा रहा है कि जैश कमांडर असगर रऊफ से आईएसआई ने रावलपिंडी में कुछ दिन पहले ही इसे लेकर मीटिंग की थी. बताया जा रहा है कि आईएसआई ने मीटिंग में फिदायीन हमलावरों को तैयार करने को कहा था. पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई ने यह भी कहा था कि फिदायीन हमलों के दौरान स्थानीय नागरिकों के मारे जाने की चिंता मत करना.
इसी के साथ जम्मू-कश्मीर सरकार के प्रवक्ता और राज्य के प्रमुख सचिव रोहित कंसल ने कश्मीर के ताजा हालातों पर मीडिया से खुलकर बात की. उन्होंने बताया, "धारा 144 हटने के बाद लोग आ-जा रहे हैं. ईद के लिए सामान खरीद रहे हैं. जो लोग श्रीनगर ट्रैवल करना चाहते हैं, उनके लिए सुविधाएं दी जा रही हैं. बड़ी संख्या में लोग बाहर आ रहे हैं. कश्मीर में सब सही है. मैं सबको ईद की बधाई देता हूं. शांति रहे, लोग खुश रहें."