LAC पर चीनी युद्धाभ्यास के बीच भारतीय सेना के कमांडर्स की अगले सप्ताह अहम बैठक, हालात पर होगा डिस्कशन
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LAC पर चीनी युद्धाभ्यास के बीच भारतीय सेना के कमांडर्स की अगले सप्ताह अहम बैठक, हालात पर होगा डिस्कशन

भारत को उकसाने के लिए चीन की सेना तिब्बत में बड़े पैमाने पर युद्धाभ्यास कर रही है. उसकी हरकतों को देखते हुए भारतीय सेना के टॉप कमांडर्स अगले सप्ताह अहम बैठक करने जा रहे हैं.

फाइल फोटो

नई दिल्ली: पिछले करीब एक साल से चीन (China) और भारत की सेनाएं पूर्वी लद्दाख (Eastern Ladakh) क्षेत्र में आमने-सामने जमी हैं. इसी बीच भारत को उकसाने के लिए चीन की सेना तिब्बत में बड़े पैमाने पर युद्धाभ्यास कर रही है. जिस पर भारत की पैनी नजर बनी हुई है. 

  1. अगले सप्ताह होगी बैठक
  2. फुल अलर्ट हैं आर्मी चीफ
  3. भारत के दबाव से चीन परेशान

अगले सप्ताह होगी बैठक

एलएसी (LAC) पर सुरक्षा स्थितियों का आकलन करने के लिए अगले भारतीय सेना (Indian Army) के टॉप कमांडर्स की बैठक होने जा रही है. आर्मी चीफ जनरल मनोज मुकुंद नरवणे की अध्यक्षता में होने जा रही इस बैठक में सेना में कमांडर रैंक के सभी अधिकारी भाग लेंगे. 

सूत्रों के मुताबिक यह बैठक 16 जून को शुरू होगी और 2 दिनों तक चलेगी. इस मीटिंग में एलएसी पर भारतीय सेना की तैयारियों का आकलन किया जाएगा. इसके साथ ही भावी सुरक्षा खतरे, उनके निराकरण के तरीके, दुश्मन की मजबूती-कमजोरियों का भी बारीकी से विश्लेषण किया जाएगा. 

फुल अलर्ट हैं आर्मी चीफ

जानकारों के मुताबिक चीन (China) की कुटिल चालों को देखते हुए भारतीय सेना और आर्मी चीफ जनरल नरवणे बेहद सजग हैं. आर्मी चीफ सेना की चौकसी देखने और हालात का निरीक्षण करने के लिए पिछले एक साल में 7-8 बार पूर्वी लद्दाख (Eastern Ladakh) जा चुके हैं. 

उधर सर्दियां गुजरते ही चीन (China) अपने पुराने रंग में आ गया है. चीन ने एलएसी (LAC) के पार वाले इलाकों में बड़े स्तर पर युद्धाभ्यास शुरू कर रखा है. कई सेक्टरों में हो रहे इस युद्धाभ्यास में चीन के लड़ाकू जहाज, टैंक, आर्टिलरी, एयर डिफेंस, इंफैंट्री हिस्सा ले रही हैं. भारतीय सेना इस युद्धाभ्यास के हर पहलू पर बारीकी से नजर रखे हुए है. 

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भारत के दबाव से चीन परेशान

कई दौर की सैन्य और कूटनीतिक वार्ताओं के बाद चीन ने पिछले साल फिंगर एरिया में यथास्थिति बहाल करने पर सहमति जता दी थी. हालांकि देपसांग प्लेंस, गोगरा स्प्रिंग और देमचौक इलाके में उसने अपनी सेना पीछे हटाने से साफ इनकार कर दिया. भारत को डराने के लिए उसने एलएसी पर भारी हथियारों के जमावड़े के साथ 50 हजार सैनिक तैनात कर रखे हैं. भारत ने भी चीन (China) को 'जैसे को तैसा' अंदाज में जवाब देते हुए सीमा पर 'समान मात्रा' में सैनिक और भारी हथियार तैनात किए हुए हैं. 

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