पीएम मोदी, आबे ने जापान की फेमस शिंकनसेन बुलेट ट्रेन में किया सफर
Advertisement
trendingNow1309195

पीएम मोदी, आबे ने जापान की फेमस शिंकनसेन बुलेट ट्रेन में किया सफर

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने जापानी समकक्ष शिंजो आबे के साथ जापान की प्रसिद्ध तेजरफ्तार शिंकनसेन बुलेट ट्रेन में आज यात्रा की। इस प्रणाली को भारत में भी लाए जाने की योजना है। मोदी और आबे ने टोक्यो से कोबे तक इस ट्रेन में सफर किया। इस ट्रेन की गति 240 किलोमीटर प्रति घंटे से लेकर 320 किलोमीटर प्रति घंटे है।

पीएम मोदी, आबे ने जापान की फेमस शिंकनसेन बुलेट ट्रेन में किया सफर

टोक्यो: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने जापानी समकक्ष शिंजो आबे के साथ जापान की प्रसिद्ध तेजरफ्तार शिंकनसेन बुलेट ट्रेन में आज यात्रा की। इस प्रणाली को भारत में भी लाए जाने की योजना है। मोदी और आबे ने टोक्यो से कोबे तक इस ट्रेन में सफर किया। इस ट्रेन की गति 240 किलोमीटर प्रति घंटे से लेकर 320 किलोमीटर प्रति घंटे है।

प्रधानमंत्री मोदी ने अपनी तस्वीरें ट्वीट की हैं जिनमें वह ट्रेन में बैठकर आबे के साथ गहन वार्ता कर रहे हैं। उन्होंने ट्विटर पर लिखा, ‘प्रधानमंत्री शिंजो आबे के साथ कोबे जा रहा हूं। हम शिंकनसेन बुलेट ट्रेन में सवार हैं।’ विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने ट्वीट किया, ‘अनूठी ट्रेन यात्रा पर एक अनूठी मित्रता। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और प्रधानमंत्री शिंजो आबे शिंकनसेन बुलेट ट्रेन से कोबे जा रहे हैं।’ मुंबई से अहमदाबाद के बीच उच्च स्तरीय ट्रेन गलियारे का निर्माण 2018 में शुरू होगा और यह रेल सेवा 2023 में आरंभ होगी। इसमें जापानी प्रणाली इस्तेमाल होगी।

आबे ने कल यहां प्रधानमंत्री मोदी के साथ एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में कहा था कि परियोजना की डिजाइनिंग का काम इस साल के अंत में शुरू होगा। उन्होंने कहा कि यह महत्वाकांक्षी परियोजना दोनों देशों के विशेष संबंधों में नए आयाम को दर्शाती है। उन्होंने उम्मीद जताई कि त्वरित गति की ट्रेन के नेटवर्क से भारत में आर्थिक विकास को बढ़ावा मिलेगा। उच्च गति की रेल प्रणाली ‘शिंकनसेन’ को जापान में 1964 में लाया गया था।

इससे पहले मोदी जब ट्रेन में सवार होने के लिए तोक्यो स्टेशन पहुंचे थे, तब स्वरूप ने कहा था, ‘भारत जापान के संबंधों को त्वरित गति प्रदान करते हुए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और प्रधानमंत्री शिंजो आबे शिंकनसेन में सवार होने के लिए तोक्यो स्टेशन पहुंचे।’fallbackfallback

यह भी पढ़ें- भारत और जापान ने ऐतिहासिक असैन्य परमाणु करार पर हस्ताक्षर किए

Trending news